ऋषिकेश: करोना को लेकर ऋषिकेश एम्स निदेशक की स्वास्थ्य सचिव के साथ बैठक हुई. बैठक में रोकथाम एवं उपचार के लिए कई बिंदुओं पर चर्चा की गई. वहीं अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो इसको लेकर एम्स प्रसाशन द्वारा जरूरत पड़ने पर अन्य राजकीय एवं सिविल हॉस्पिटल में भी आइसोलेशन वार्ड तैयार करने को लेकर मुख्य सचिव को पत्र लिखा गया है.
करोना को लेकर सरकार के साथ ही अब एम्स ऋषिकेश भी गंभीर हो गया है. जिसको लेकर करोना महामारी के रूप में बढ़ता देख सरकार द्वारा समय-समय पर बैठकें की जा रही हैं. वहीं, सचिवालय में गुरुवार को एम्स निदेशक के साथ अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई.
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बैठक में तमाम बिंदुओं पर चर्चा भी की गई. बता दें कि बैठक में करोना की रोकथाम, जागरूकता और उपचार के लिए विचार किया गया. जिसमें मुख्य बिंदु रहा कि दिन प्रतिदिन बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए जरूरत पड़ने पर एम्स के साथ ही अन्य राजकीय एवं सिविल हॉस्पिटल में भी एम्स द्वारा आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जाएंगे.
वहीं, एम्स ऋषिकेश के अस्पताल अफेयर के डीन यू बी मिश्रा ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए एम्स ऋषिकेश में अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाया है. जिसमें 6 बेड बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उसके लिए सिविल अस्पतालों में 100 बेड तैयार करने को लेकर स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखा गया है.