ETV Bharat / city

एसडीएम ने किया हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण, खामियों को दूर करने के दिए निर्देश

उपजिलाधिकारी हरगिरी गोस्वामी ने शनिवार को अचानक रामनगर के सरकारी अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उपजिलाधिकारी ने सीएमएस को अस्पताल की समस्याओं के निस्तारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.

एसडीएम ने सरकारी अस्पताल का किया निरीक्षण.
author img

By

Published : Jul 7, 2019, 12:04 PM IST

रामनगर: शनिवार को उपजिलाधिकारी रामनगर हरगिरी गोस्वामी ने स्वर्गीय राम दत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. हॉस्पिटल में अव्यवस्थाओं को लेकर लंबे समय से शिकायत मिल रही थी. इस दौरान उपजिलाधिकारी ने सीएमएस को अस्पताल की समस्याओं के निस्तारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.

एसडीएम ने सरकारी अस्पताल का किया निरीक्षण.

रामनगर के सरकारी अस्पताल में समस्याओं को लेकर मिल रही शिकायतों के बाद शनिवार को उपजिलाधिकारी हरगिरि गोस्वामी ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. अस्पताल में दवाईयां, अल्ट्रासाउंड, डॉक्टर की कमी, साफ- सफाई आदि बिंदुओं को लेकर उपजिलाधिकारी ने अस्पताल के सीएमएस से जानकारी ली. साथ उपजिलाधिकारी ने मरीजों का हाल-चाल जाना. इस दौरान उपजिलाधिकारी ने कहा कि रामनगर के सरकारी अस्पताल में बहुत सी खामियां हैं, जिन्हें जल्द दूर करने के निर्देश दे दिए गए हैं.

पढ़ें: गंगा से बरामद हुआ शव, गुजरात के डूबे युवक का होने की आशंका

एसडीएम हरगिरि गोस्वामी ने कहा कि रामनगर का ये सरकारी अस्पताल 100 बेड का अस्पताल है. लेकिन अस्पताल में मरीजों का अल्ट्रासाउंड पिछले कई महीनों से बंद है. अस्पताल का जनरेटर खराब होने के कारण अस्पताल में बिजली कटौती के समय कोई व्यवस्था नहीं है. जिससे मरीजों को गर्मी से परेशान होना पड़ता हैं. जनरेटर को ठीक करने के लिए लगभग पौने दो लाख रुपये का खर्चा आना है. वहीं डॉक्टरों की कमी को जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है.

रामनगर: शनिवार को उपजिलाधिकारी रामनगर हरगिरी गोस्वामी ने स्वर्गीय राम दत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. हॉस्पिटल में अव्यवस्थाओं को लेकर लंबे समय से शिकायत मिल रही थी. इस दौरान उपजिलाधिकारी ने सीएमएस को अस्पताल की समस्याओं के निस्तारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.

एसडीएम ने सरकारी अस्पताल का किया निरीक्षण.

रामनगर के सरकारी अस्पताल में समस्याओं को लेकर मिल रही शिकायतों के बाद शनिवार को उपजिलाधिकारी हरगिरि गोस्वामी ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. अस्पताल में दवाईयां, अल्ट्रासाउंड, डॉक्टर की कमी, साफ- सफाई आदि बिंदुओं को लेकर उपजिलाधिकारी ने अस्पताल के सीएमएस से जानकारी ली. साथ उपजिलाधिकारी ने मरीजों का हाल-चाल जाना. इस दौरान उपजिलाधिकारी ने कहा कि रामनगर के सरकारी अस्पताल में बहुत सी खामियां हैं, जिन्हें जल्द दूर करने के निर्देश दे दिए गए हैं.

पढ़ें: गंगा से बरामद हुआ शव, गुजरात के डूबे युवक का होने की आशंका

एसडीएम हरगिरि गोस्वामी ने कहा कि रामनगर का ये सरकारी अस्पताल 100 बेड का अस्पताल है. लेकिन अस्पताल में मरीजों का अल्ट्रासाउंड पिछले कई महीनों से बंद है. अस्पताल का जनरेटर खराब होने के कारण अस्पताल में बिजली कटौती के समय कोई व्यवस्था नहीं है. जिससे मरीजों को गर्मी से परेशान होना पड़ता हैं. जनरेटर को ठीक करने के लिए लगभग पौने दो लाख रुपये का खर्चा आना है. वहीं डॉक्टरों की कमी को जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है.

Intro:sammary- उपजिलाधिकारी हर गिरी गोस्वामी ने अचानक रामनगर के सरकारी अस्पताल का निरीक्षण किया जिसके बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया।निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को तुरंत दूर करने के निर्देश दिए और उन्होंने माना कि वाकई अस्पताल में कई खामियां मौजूद है।

intro- रामनगर स्वर्गीय राम दत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय में काफी दिनों से आ रही शिकायतों को देखते हुए उपजिलाधिकारी रामनगर ने एक औचक निरीक्षण किया जिसमें अस्पताल में पाई गई कमियों को सीएमएस को तुरंत दूर करने के निर्देश दिए।


Body:vo.-1- रामनगर के सरकारी अस्पताल में समस्याओं को लेकर मिल रही शिकायतों के चलते शनिवार को उपजिलाधिकारी ने एक औचक निरीक्षण किया अस्पताल में दवाइयां अल्ट्रासाउंड डॉक्टर की कमी साफ सफाई आदि बिंदुओं को लेकर उप जिलाधिकारी ने अस्पताल के सीएमएस से जानकारी ली और मरीजों का हाल जाना। उपजिलाधिकारी ने माना कि रामनगर के सरकारी अस्पताल में बहुत से खामियां हैं जिन्हें जल्द ही दूर करने के निर्देश दे दिए गए हैं।अस्पताल में मरीजों का अल्ट्रासाउंड विगत कई महीनों से बंद है इस विषय में जानकारी देते हुए जिला अधिकारी ने बताया कि अल्ट्रासाउंड के लिए नियमानुसार सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं बहुत जल्द ही अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा शुरू हो जाएगी। अस्पताल में दिन व रात को लाइट चली जाने पर लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है जिससे मरीज गर्मी में बेहाल हो जाते हैं सवाल पर उत्तर देते हुए कहा कि अस्पताल का जनरेटर खराब हो गया है जिसमें पौने दो लाख की लागत सही होने पर आ रही है । मरीजों को गर्मी ना लगे बहुत जल्द ही अस्पताल प्रशासन वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है।वहीं डॉक्टरों की कमी पर बोलते हुए उपजिलाधिकारी ने कहा कि जो अति आवश्यक डॉक्टर है वह अस्पताल को मुहैया हो जाएं उनका उनकी तरफ से पूरा प्रयास रहेगा।

byte-हरगिरि गोस्वामी(उपजिलाधिकारी रामनगर)


Conclusion:fvo.- रामनगर का 100 बेड का अस्पताल वर्षों से रेफर सेंटर बना हुआ है मंत्री से लेकर बड़े-बड़े अधिकारी इस अस्पताल का निरीक्षण करने आए और करके चले गए आज तक इस अस्पताल का कोई कायाकल्प नहीं हो सका।अस्पताल के अंदर किसी भी प्रकार की कोई तकनीकी खराबी आ जाए तो वह सही नहीं हो पाती बल्कि वस्तुओं की खराबी हो का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। यदि ऐसे ही शासन-प्रशासन का लचर रवैया रहा तो लगता नहीं कि यहां की दशा और दिशा कभी सुधर पाएगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.