रामनगर: सुंदरखाल और वेलघट्टी गांव में बिजली की सुविधा न होने के चलते ग्रामीणों ने शुक्रवार को तहसील परिसर में प्रदर्शन किया. इस मौके पर ग्रामीणों ने 'बिजली-पानी नहीं तो वोट नहीं' का नारा लगाया. साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वे आगामी लोकसभा का चुनाव का बहिष्कार करेंगे. इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने मांगे पूरी न किए जाने पर आत्मदाह की धमकी दी और कहा कि इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.
बता दें कि ग्रामीण प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत गांव में बिजली न पहुंचने से नाराज थे. जिसके चलते ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने बताया कि सौभाग्य योजना के अंतर्गत एक साल पहले बिजली के खम्बे खड़े कर दिए गये थे. बावजूद इसके अभी तक इन खम्बो में तारें नहीं डाली गयी हैं. साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें इस योजना के तहत मिलने वाले सोलर किट से भी वंचित रखा गया है.
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ग्रामीणों ने शासन प्रशासन को चेताते हुए कहा कि यदि चुनावों से पहले उन्हें सौभाग्य योजना के अंतर्गत बिजली नहीं दी गयी तो वे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे. वहीं मौके पर मौजूद एक प्रदर्शकारी का कहना था कि अगर 20 मार्च से पहले उसके गांव में बिजली नहीं पहुंची तो वो तहसील परिसर में खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह कर लेगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.