रामनगर: एसटीपीएफ (स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स) के अस्थाई कर्मियों ने कॉर्बेट नेशनल पार्क के निदेशक और उपनिदेशक का सोमवार को घेराव किया. एसटीपीएफ के कर्मियों को उनकी सेवाएं समाप्त करने का आदेश मिलने के बाद गुस्साए जवानों ने जमकर प्रदर्शन किया. जिसके बाद विभाग ने सभी कर्मियों को वापस अपनी ड्यूटी पर तैनात होने के आदेश दे दिए हैं.
बता दें कि भारत सरकार के दिशा निर्देश और हाई कोर्ट के आदेशों के बाद कॉर्बेट टाइगर रिजर्व ने स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स का अस्थाई रूप से गठन किया था. हालांकि, एसटीपीएफ को स्थायी रूप से बनाया जाना था. लेकिन कुछ विभागीय खामियों के चलते इसे अस्थाई रूप से बनाया गया. अब लगभग 9 महीने बाद इन एसटीपीएफ के कर्मियों को उनकी सेवाएं समाप्त करने का आदेश दिया गया है.
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वहीं, गुस्साए एसटीपीएफ कर्मियों ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कार्यालय पहुंचकर निदेशक और उपनिदेशक का घेराव किया. जिसके बाद विभाग से बातचीत कर सभी कर्मी अपनी-अपनी ड्यूटी पर वापस चले गए.
इस मामले में कॉर्बेट के निदेशक राहुल कुमार का कहना है कि भारत सरकार के दिशा निर्देशों के बाद उपनल के माध्यम से अस्थाई रूप से एसटीपीएफ की टीम का गठन किया गया था. लेकिन कुछ जवान बिना सूचना दिये छोड़कर चले गये. उन्होंने कहा कि अब बाकि बचे जवानों से बातचीत कर मामले को सुलझाने की कोशिश की जा रही है.