नैनीताल: अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है. पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने विवादित जमीन पर रामलला के हक में निर्णय सुनाया है. जिसके बाद से देशभर में जश्न का माहौल है. बात अगर सरोवर नगरी नैनीताल की करें तो यहां भी लोगों में इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर खासा उत्साह देखा गया. फैसले के बाद लोगों ने एक दूसरे के गले लगकर अपनी खुशी का इजहार किया.
राम मंदिर पर आये फैसले पर नैनीताल के स्थानीय निवासी रमेश पांडे का मानना है कि फैसला आने से पहले ही दोनों पक्षों ने आपसी सहमति बना ली थी कि जो भी फैसला आएगा सभी उसका स्वागत करेंगे. जो कि आपसी भाईचारे को दिखाता है. उन्होंने कहा कि सभी धर्म के लोग इस फैसले को स्वीकार करते हुए धार्मिक एकता और अखंडता की बात कह रहे हैं.
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वहीं नैनीताल निवासी रईस अहमद का कहना है कि सभी धर्मों के लोगों की अपनी मान्यताएं होती हैं. इसी मान्यता के आधार पर राम मंदिर का निर्माण होगा. जिसका किसी को विरोध नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट ने जो भी फैसला दिया है सभी को उसका पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि किसी को भी इस मामले में बेवजह तूल नहीं देनी चाहिए.
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कोर्ट के फैसले पर नैनीताल के विधायक संजीव आर्य ने कहा कि सभी को इस फैसले का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब ये सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करवाए.संजीव आर्य ने कहा कि ये फैसला किसी जाति,धर्म विशेष की जीत और हार से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.