मसूरी: रिस्पना का पुनर्जीवन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल थी. लेकिन अब इस ओर ध्यान न देने पर रिस्पना के उद्गम स्थल मसूरी के टिहरी बस स्टैंड पर लगातार मलबा डाला जा रहा है. जिस कारण नदी का प्रवाह बाधित हो रहा है. वहीं जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने खुद रिस्पना से ऋषिपर्णा के संकल्प के साथ रिस्पना को साफ करने का वादा किया था, जिसको लेकर शुरुआती दौर में पौधारोपण इत्यादि का काम भी किया गया था, लेकिन अगर वास्तविक रूप से नदी के हालातों को देखा जाए तो अभी तक कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है.लेकिन अब इस ओर ध्यान न देने पर रिस्पना के उद्गम स्थल मसूरी के टिहरी बस स्टैंड पर लगातार मलबा डाला जा रहा है. वहीं, रिस्पना नदी के जीणोद्धार को लेकर त्रिवेंद्र रावत ने लगातार काम किया . उन्होंने कहा था कि जब तक रिस्पना नदी में साफ पानी नहीं आ जाता, तब तक सरकार का प्रयास जारी रहेगा.
वहीं, मसूरी वन प्रभाग की उप वन संरक्षक कहकशां नसीम ने बताया कि रिस्पना का उद्गम स्थल लंढौर पर पड़ता है. जिसमें कुछ क्षेत्र छावनी परिषद में आते हैं. उन्हें कई बार कहा गया कि वह अपने क्षेत्र में मलबा न डालने दें, लेकिन उनकी ओर से कोई सकारात्मक रुख नहीं अपनाया गया. जहां तक नगर पालिका क्षेत्र का सवाल है तो इसमें भी कुछ संबंधित विभागों का दायित्व बनता है. साथ ही डीएफओ ने बताया कि वन विभाग भी लगातार मलबा डालने वालों पर नजर बनाये हुए है, अगर कोई मलबा डालते पकड़ा गया तो कार्रवाई की जाएगी.