काशीपुर: शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के नेतृत्व में खनन माफिया द्वारा कुंडेश्वरी चौकी प्रभारी से हाथापाई करने, सरकारी कामकाज में बाधा डालने और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है. इस मामले में पुलिस ने कल ही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे समेत करीब 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी और 4 लोगों की गिरफ्तारी की थी. अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं.
बता दें, अवैध खनन के आरोप में पुलिस द्वारा 4 डंपर सीज किए जाने के विरोध में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के नेतृत्व में खनन माफिया ने कुंडेश्वरी पुलिस चौकी का घेराव किया था. इस दौरान शिक्षा मंत्री की मौजूदगी में खनन माफिया ने दरोगा से धक्का-मुक्की और मारपीट की थी. इस मामले में पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. पुलिस की आक्रामकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को एसओजी, पीएसी और एसएसबी के जवानो की मदद लेनी पड़ रही है.
इस मामले में पुलिस ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे समेत 20 लोगों के खिलाफ नामजद किया था, जिसमें से पुलिस ने 4 आरोपियों को कल ही गिरफ्तार कर लिया था. बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार उनके घरों में दबिश दे रही हैं.
क्या है मामला ?
बुधवार सुबह पुलिस ने अवैध खनन में लिप्त 4 डंपर सीज कर दिये गए थे. जिसके बाद क्षेत्र के सभी स्टोन क्रेशर के मालिक और खनन माफिया एक जगह इकट्ठे हुए और पुलिस के खिलाफ मीटिंग की. जिसकी सूचना मिलने पर शिक्षा मंत्री और गदरपुर के विधायक अरविंद पांडे ने भी खनन माफिया की बैठक में शामिल हुए थे. मीटिंग के बाद सभी खनन माफिया अरविंद पांडे को लेकर कुंडेश्वरी चौकी में पहुंच गए. इस दौरान खनन माफिया ने पुलिस से धक्का-मुक्की और मारपीट की थी.
पुलिस से धक्का-मुक्की और मारपीट के बाद खनन माफिया बैकफुट पर आ गए हैं. वहीं, पुलिस फ्रंट फुट पर आकर आक्रामक रुख अपनाते हुए सभी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई है और लगातार दबिश दे रही है. अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस नामजद आरोपियों को कब तक गिरफ्तार कर पाती है.