काशीपुर: फार्मेसी कॉलेज की भूमि के दस्तावेजों में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. जांच में साफ हुआ है कि एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर से जमीन का अधिग्रहण किया गया है. इस मामले में काशीपुर एसडीएम ने पुलिस को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिये हैं. जिसके बाद कुंडा पुलिस जांच में जुट गई है.
दरअसल, प्रतापपुर गांव के रहने वाले प्रीतम सिंह ने एसडीएम को शिकायती-पत्र दिया था, जिसमें कहा गया कि काशीपुर के फार्मेसी काॅलेज का बेनामा फर्जी है. प्रीतम ने बताया कि बेनामा सब रजिस्ट्रार कार्यालय काशीपुर में 11 सितंबर 2013 को जसपुर की रहने वाली महिला के नाम पर हुआ है. जमीन का 143 की घोषणा करते समय सोसायटी के एक सदस्य को संपत्ति मालिक दिखाया गया था, लेकिन बेनामे में सोसायटी का ही जिक्र नहीं है.
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आरोप है कि बेनामे की फोटो काॅपी पर बाद में टाइप कराकर बेनामा कराकर 10 जनवरी 2017 को तत्कालीन परगना मजिस्ट्रेट दयानन्द सरस्वती के फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश बनाकर खतौनी में दर्ज करा लिया गया. इसके बाद काॅलेज संचालन की अनमुति भी फर्जी कागजात दिखाकर ले ली गयी.
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शिकायत का संज्ञान लेकर एसडीएम ने तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, उप निबंधक, राजस्व अहदरामद से मामले की जानकारी मांगी. तब तत्कालीन एसडीएम ने बताया कि संलग्न 143 की घोषणा उन्होंने नहीं की है और न ही इसमें उनके हस्ताक्षर हैं. जिसके बाद एसडीएम सुंदर सिंह ने प्रकरण में कोतवाल को नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए हैं.