ETV Bharat / city

SDM के फर्जी हस्ताक्षर कर किया भूमि दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा, सवालों के घेरे में अधिकारी - fake signature of SDM

काशीपुर में एक फार्मेसी कॉलेज की भूमि के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किया गया है. यहां SDM के फर्जी हस्ताक्षर कर किया भूमि का अधिग्रहण किया गया है. मामला सामने आने के बाद कई अधिकारी सवालों के घेरे में हैं.

fake-signing-of-land-documents-by-forging-signature-of-sdm-in-kashipur
SDM के फर्जी हस्ताक्षर कर किया भूमि दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा
author img

By

Published : Jan 3, 2020, 5:31 PM IST

काशीपुर: फार्मेसी कॉलेज की भूमि के दस्तावेजों में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. जांच में साफ हुआ है कि एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर से जमीन का अधिग्रहण किया गया है. इस मामले में काशीपुर एसडीएम ने पुलिस को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिये हैं. जिसके बाद कुंडा पुलिस जांच में जुट गई है.

दरअसल, प्रतापपुर गांव के रहने वाले प्रीतम सिंह ने एसडीएम को शिकायती-पत्र दिया था, जिसमें कहा गया कि काशीपुर के फार्मेसी काॅलेज का बेनामा फर्जी है. प्रीतम ने बताया कि बेनामा सब रजिस्ट्रार कार्यालय काशीपुर में 11 सितंबर 2013 को जसपुर की रहने वाली महिला के नाम पर हुआ है. जमीन का 143 की घोषणा करते समय सोसायटी के एक सदस्य को संपत्ति मालिक दिखाया गया था, लेकिन बेनामे में सोसायटी का ही जिक्र नहीं है.

SDM के फर्जी हस्ताक्षर कर किया भूमि दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा.

पढ़ें-RTO और पुलिस ने नशेड़ी वाहन चालकों पर कसा शिकंजा, 113 चालान काटे गए

आरोप है कि बेनामे की फोटो काॅपी पर बाद में टाइप कराकर बेनामा कराकर 10 जनवरी 2017 को तत्कालीन परगना मजिस्ट्रेट दयानन्द सरस्वती के फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश बनाकर खतौनी में दर्ज करा लिया गया. इसके बाद काॅलेज संचालन की अनमुति भी फर्जी कागजात दिखाकर ले ली गयी.

पढ़ें-RTO और पुलिस ने नशेड़ी वाहन चालकों पर कसा शिकंजा, 113 चालान काटे गए

शिकायत का संज्ञान लेकर एसडीएम ने तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, उप निबंधक, राजस्व अहदरामद से मामले की जानकारी मांगी. तब तत्कालीन एसडीएम ने बताया कि संलग्न 143 की घोषणा उन्होंने नहीं की है और न ही इसमें उनके हस्ताक्षर हैं. जिसके बाद एसडीएम सुंदर सिंह ने प्रकरण में कोतवाल को नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

काशीपुर: फार्मेसी कॉलेज की भूमि के दस्तावेजों में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. जांच में साफ हुआ है कि एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर से जमीन का अधिग्रहण किया गया है. इस मामले में काशीपुर एसडीएम ने पुलिस को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिये हैं. जिसके बाद कुंडा पुलिस जांच में जुट गई है.

दरअसल, प्रतापपुर गांव के रहने वाले प्रीतम सिंह ने एसडीएम को शिकायती-पत्र दिया था, जिसमें कहा गया कि काशीपुर के फार्मेसी काॅलेज का बेनामा फर्जी है. प्रीतम ने बताया कि बेनामा सब रजिस्ट्रार कार्यालय काशीपुर में 11 सितंबर 2013 को जसपुर की रहने वाली महिला के नाम पर हुआ है. जमीन का 143 की घोषणा करते समय सोसायटी के एक सदस्य को संपत्ति मालिक दिखाया गया था, लेकिन बेनामे में सोसायटी का ही जिक्र नहीं है.

SDM के फर्जी हस्ताक्षर कर किया भूमि दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा.

पढ़ें-RTO और पुलिस ने नशेड़ी वाहन चालकों पर कसा शिकंजा, 113 चालान काटे गए

आरोप है कि बेनामे की फोटो काॅपी पर बाद में टाइप कराकर बेनामा कराकर 10 जनवरी 2017 को तत्कालीन परगना मजिस्ट्रेट दयानन्द सरस्वती के फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश बनाकर खतौनी में दर्ज करा लिया गया. इसके बाद काॅलेज संचालन की अनमुति भी फर्जी कागजात दिखाकर ले ली गयी.

पढ़ें-RTO और पुलिस ने नशेड़ी वाहन चालकों पर कसा शिकंजा, 113 चालान काटे गए

शिकायत का संज्ञान लेकर एसडीएम ने तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, उप निबंधक, राजस्व अहदरामद से मामले की जानकारी मांगी. तब तत्कालीन एसडीएम ने बताया कि संलग्न 143 की घोषणा उन्होंने नहीं की है और न ही इसमें उनके हस्ताक्षर हैं. जिसके बाद एसडीएम सुंदर सिंह ने प्रकरण में कोतवाल को नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

Intro:

Summary- काशीपुर में एक फार्मेसी कालेज की भूमि के बैनामे और 143 के दस्तावेजों में फर्जीवाडा़ सामने आया है। जांच में साफ हुआ है कि एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर से 143 करवायी गयी है। मामले में एसडीएम काशीपुर द्वारा पुलिस को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश के बाद कुंडा पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।

एंकर- काशीपुर में एक फार्मेसी कालेज की भूमि के बैनामे और 143 के दस्तावेजों में फर्जीवाडा़ सामने आया है। जांच में साफ हुआ है कि एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर से 143 करवायी गयी है। मामले में एसडीएम काशीपुर द्वारा पुलिस को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश के बाद कुंडा पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।

Body:वीओ- दरअसल ग्राम प्रतापपुर निवासी प्रीतम सिंह ने एसडीएम को शिकायती पत्रा दिया था जिसमे कहा गया था कि काशीपुर के फार्मेसी काॅलेज का बैनामा फर्जी है। प्रीतम ने बताया कि
बैनामा सब रजिस्ट्रार कार्यालय काशीपुर मे 11 सितंबर 2013 को जसपुर निवासी महिला के नाम पर हुआ है। धारा 143 की घोषणा कराते समय सोसायटी के एक सदस्य को संपत्ति मालिक दिखाया गया था, लेकिन बैनामे में सोसायटी का जिक्र नहीं है। आरोप है कि बैनामे की फोटो काॅपी पर बाद में टाइप कराकर बैनामा कराकर 10 जनवरी 2017 को तत्कालीन परगना मजिस्ट्रेट दयानन्द सरस्वती के फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी आदेश बनाकर खतौनी में दर्ज करा लिया गया। इसके बाद काॅलेज संचालन की अनमुति भी फर्जी कागजात दिखाकर ले ली गयी। शिकायत का संज्ञान लेकर एसडीएम ने तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, उप निबंधक, राजस्व अहदरामद से आख्या मांगी थी। तत्कालीन एसडीएम ने अवगत कराया कि संलग्न 143 की घोषणा उन्होंने नहीं की, न ही इसमें उनके हस्ताक्षर हैं। इसके उपरान्त एसडीएम सुंदर सिंह ने प्रकरण में कोतवाल को नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए। जिसके बाद कुंडा थाना पुलिस ने उक्त मामले में मुकदमा दर्ज कर दिया है।
बाइट- राजेश भट्ट, अपर पुलिस अधीक्षकConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.