हरिद्वार: जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज आज अपने गुरु के आदेश पर धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचे. गौरतलब है कि कुछ ही दिनों में हरिद्वार में कुंभ मेले का शुभारंभ होने वाला है. जिसको देखते हुए अविमुक्तेश्वरानंद महाराज कुंभ निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर सवाल खड़े किए.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को उनके गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने हरिद्वार में सीवर व्यवस्था और कुंभ से जुड़ी तैयारियां चेक करने के आदेश दिए गए हैं. लेकिन स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि हरिद्वार आकर लग रहा है कुंभ 2021 में नहीं बल्कि 2022 में है. उनका कहना है कि प्रशासन द्वारा कुंभ को लेकर किसी भी तरह की तैयारियां नहीं की गई है. हालांकि अधिकारियों और मंत्रियों ने आश्वासन दिया है कि दिसंबर माह तक सभी कार्य संपूर्ण कर लिए जाएंगे, लेकिन ऐसा लगता नहीं है.
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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में धन को लेकर हो रही परेशानी और धन एकत्र करने के लिए घर-घर कूपन काटने की घोषणा पर प्रश्न खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि का आंदोलन करीब 500 वर्ष चला. 3 लाख लोगों ने बलिदान दिया. 65 वर्ष मुकदमा चला, लेकिन जब ट्रस्ट बनी तो आरएसएस, विहिप और भाजपा के लोगों को ट्रस्ट का सदस्य बना दिया गया. इससे राजनीतिक पार्टी का मंदिर बनाने का संदेश लोगों में जा रहा है. उसी वजह से शुरुआत में ही धन की कमी हो रही है.अगर सर्वश्रेष्ठ धर्माचार्यों से ट्रस्ट बनाते तो उससे लोग जुड़ते और मंदिर निर्माण के शुरू में ही धन की कमी नहीं होती.
उन्होंने कहा कि 2021 में होने वाले महाकुंभ को कोरोना से बचाव के उपाय करते हुए उत्साहपूर्वक संपन्न कराया जाना चाहिए. कुंभ की तैयारियों को लेकर शहरी विकास मंत्री और मेलाधिकारी से भी बात की है. उन्होंने सभी तैयारी एक जनवरी तक पूरी होने की बात कही है, लेकिन देखने में ऐसा लग नहीं रहा कि इतनी जल्दी तैयारियां कर ली जाएंगी.