हल्द्वानी: चित्रशीला घाट पर काफी दिनों से चिता लगाने के नाम पर कुछ लोग 1,500 रुपए से लेकर 2,000 रुपए तक की वसूली कर रहे थे. शनिवार को इसी बात पर घाट पर चिता लगाने वाले दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई. बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले. पूरे मामले में पीड़ित ने हल्द्वानी नगर निगम में इसकी शिकायत की है. जिसके बाद नगर निगम ने पूरे मामले में जांच करने के बाद चिता लगाने वाले एक गिरोह और चिता की लकड़ी सप्लाई करने वाले वन विकास निगम के कर्मचारियों की मिलीभगत पाई है.वहीं अब वन विकास निगम के कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही है.
शनिवार को चिता लगाने वाले दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई. जिससे अंतिम संस्कार करने आए लोगों में दहशत फैली हुई है. चिता लगाए जाने के नाम पर वसूली की शिकायत के बाद सहायक नगर आयुक्त बिजेंद्र चौहान ने छापेमारी की मामला सही पाया गया. चित्रशीला घाट पर चिता लगाने के लिए कुछ युवक लोगों से 1,500 से लेकर 2,000 रुपए तक लेते हैं. इसमें घाट पर लकड़ी सप्लाई करने वाले वन कर्मी भी शामिल बताए जा रहे हैं.
आरोप था कि जो लोग चिता जलाने के लिए पैसे नहीं दे रहे हैं, उनके साथ वन विकास निगम के कर्मचारी भेदभाव कर रहे हैं. पहले लकड़ी उन्हीं को दी जा रही है, जिसने कर्मचारियों को चिता लगाने के पैसे दिए हैं. यह भी आरोप था कि पैसे नहीं देने वालों को निगम के कर्मचारी गीली लकड़ी दे रहे हैं.
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सहायक नगर आयुक्त ने जांच की तो पूरा मामला सत्य पाया गया. जिसके बाद उन्होंने वन विकास निगम के कर्मियों और पैसे देकर चिता लगाने वाले लोगों को जमकर फटकार लगाई. साथ ही नगर निगम ने पूरे मामले में वन विकास निगम के कर्मचारियों को शामिल होने की बात अधिकारियों को पत्र लिखकर की है. ऐसा में अब वन विकास निगम पूरे मामले की जांच कर दोषी वन कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहा है. फिलहाल पूरा मामला पुलिस के पास नहीं पहुंचा है.