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प्रदेश में दुग्ध क्रांति के लिए सरकार करने जा रही ये काम, दुधारू पशुओं के नस्ल में भी होगा सुधार - दुग्ध क्रांति को बढ़ावा

प्रदेश में दूध को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार एक योजना शुरू करने जा रही है. कृषि कल्याण योजना के तहत प्रदेश के केवल 11 जिलों का चयन किया गया है. इस योजना के तहत हर जिले में 100 गांवों का चयन किया जाना है, जिसमें 100 दूध उत्पादक को जोड़ा गया है.

दूध उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु कृषि कल्याण योजना होगी शुरू.
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Published : Aug 24, 2019, 8:10 PM IST

हल्द्वानी: केंद्र सरकार के राष्ट्रीय गोकुल मिशन और कृषि कल्याण योजना के तहत प्रदेश में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक योजना की शुरुआत की जा रही है. योजना के तहत 11 जिलों का चयन किया गया है.

दूध उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु कृषि कल्याण योजना होगी शुरू.

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इन जिलों के दुधारू पशुओं में नस्ल सुधार कर नई तकनीकी अपनाई जाएगी, जिससे दुग्ध क्रांति को बढ़ावा मिलेगा. इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में 100 गांव का चयन किया गया है. इसके तहत 100 पशु उत्पादकों को जोड़ा जाएगा व दुधारू पशुओं के नस्ल की सुधार कर भारतीय नस्ल के साहिवाल, गिर, रेड सिंधी सहित अधिक उच्च नस्ल सुधार का कृत्रिम गर्भधारण कराया जाएगा. इससे दूध उत्पादन में वृद्धि हो सकेगी.

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अपर निदेशक पीसी कांडपाल ने बताया कि इस योजना का शुभारंभ एक सितंबर से किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में हर साल 10 हजार पशुओं की नस्ल सुधारने का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही इस योजना के तहत काम करने वाले पशु डॉक्टरों को प्रोत्साहन के तौर पर डेढ़ सौ रुपये प्रति पशु अतिरिक्त मिलेगा.

हल्द्वानी: केंद्र सरकार के राष्ट्रीय गोकुल मिशन और कृषि कल्याण योजना के तहत प्रदेश में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक योजना की शुरुआत की जा रही है. योजना के तहत 11 जिलों का चयन किया गया है.

दूध उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु कृषि कल्याण योजना होगी शुरू.

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इन जिलों के दुधारू पशुओं में नस्ल सुधार कर नई तकनीकी अपनाई जाएगी, जिससे दुग्ध क्रांति को बढ़ावा मिलेगा. इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में 100 गांव का चयन किया गया है. इसके तहत 100 पशु उत्पादकों को जोड़ा जाएगा व दुधारू पशुओं के नस्ल की सुधार कर भारतीय नस्ल के साहिवाल, गिर, रेड सिंधी सहित अधिक उच्च नस्ल सुधार का कृत्रिम गर्भधारण कराया जाएगा. इससे दूध उत्पादन में वृद्धि हो सकेगी.

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अपर निदेशक पीसी कांडपाल ने बताया कि इस योजना का शुभारंभ एक सितंबर से किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में हर साल 10 हजार पशुओं की नस्ल सुधारने का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही इस योजना के तहत काम करने वाले पशु डॉक्टरों को प्रोत्साहन के तौर पर डेढ़ सौ रुपये प्रति पशु अतिरिक्त मिलेगा.

Intro:sammry- केंद्र की किसान कल्याण योजना से उत्तराखंड में आएगी दूध की क्रांति 1 सितंबर से होगा शुभारंभ।

एंकर- प्रदेश में दूध को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की योजना कृषि कल्याण योजना के तहत प्रदेश के केवल 11 जिलों का चयन किया गया है। इस योजना के तहत हर जिले में 100 गांवों का चयन किया जाना है जिसमें 100 दूध उत्पाद को जोड़ा उनके दुधारू पशुओं में नस्ल सुधार के तहत दुग्ध क्रांति लाई जाएगी।


Body:अपर निदेशक पशुपालन विभाग पीसी कांडपाल बताया कि केंद्र सरकार के राष्ट्रीय गोकुल मिशन और कृषि कल्याण योजना के तहत प्रदेश में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत होने जा रही है प्रथम चरण में प्रदेश हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिले को छोड़कर के 11 जिलों का चयन किया गया है। योजना के तहत प्रत्येक जिले में 100 गांव का चयन होना है जिसके तहत 100 पशु उत्पादकों को जोड़ा आएगा। इस योजना के तहत दुधारू पशुओं का नस्ल की सुधार कर भारतीय नस्ल के ,साहिवाल ,ग्रिर ,रेड सिंधी सहित अधिक उच्च नस्ल सुधार का कृत्रिम गर्भधारण कराया जायेगा जिससे कि दूध के उत्पादन में वृद्धि हो सके।


Conclusion:अपर निदेशक पीसी कांडपाल ने बताया कि इस योजना का शुभारंभ 1 सितंबर को की जाएगी प्रथम चरण में प्रत्येक जिले के 100 गांव और 100 पशु पालको का चयन होना है योजना के तहत पशु पालकों के पशुओं का कृत्रिम गर्भधारण निशुल्क करा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में प्रतिवर्ष 10 हजार पशुओं का नस्ल सुधारने का लक्ष रखा गया है जिससे कि प्रदेश में दूध के क्षेत्र मे अधिक उत्पादन हो सके । उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत काम करने वाले हैं पशु डॉक्टरों को प्रोत्साहन के तौर पर डेढ़ सौ रुपए प्रति पशु अतिरिक्त मिलेगा।

बाइट- पीसी कांडपाल अपर निदेशक पशुपालन विभाग
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