हल्द्वानी: गौलापार इलाके से अंतरराज्यीय बस अड्डे को अन्यत्र शिफ्ट करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस ने इसे बीजेपी की सोची समझी साजिश करार दिया है, तो बीजेपी आश्वासन दे रही है की जल्द ही लोगों को आईएसबीटी की सौगात मिलेगी.
गौलापार में बनने वाले आईएसबीटी के लिये 8 हेक्टेयर जमीन हस्तांतरण में करीब 6 साल का वक्त लगा. अब परिवहन विभाग ने वन विभाग को यह जमीन लौटा दी है, जिससे असीएसबीटी निर्माण की कोशिश फिर शून्य से शुरू होगी. इस पूरी प्रक्रिया में उत्तराखंड की जनता की गाढ़ी कमाई के ढाई करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि आईएसबीटी के शिलान्यास तक करीब 2700 हरे पेड़ों को भी काट दिया गया था.
जून 2017 में आईएसबीटी की खुदाई के दौरान नर कंकाल मिलने से कार्य रुकवा दिया गया और नया आईएसबीटी हल्द्वानी तीनपानी में बनाने की बात सरकार ने कही. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सरकार जनता की गाढ़ी कमाई को बर्बाद कर घटिया राजनीति का उदाहरण पेश किया है.
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अधिकारियों ने परिवहन विभाग द्वारा वन विभाग को करीब 8 हेक्टेयर जमीन लौटाने की बात कही है. अब सरकार आईएसबीटी के लिये करीब 10 हेक्टेयर जमीन की तलाश तराई केंद्रीय वन प्रभाग में कर रही है.