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ठंडे बस्ते में हल्द्वानी का रिंग रोड प्रोजेक्ट, दो साल बाद भी नहीं शुरू हुआ कार्य - Uttarakhand News

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने  22 फरवरी 2017 को अपने हल्द्वानी दौरे पर महानगर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए 51 किलोमीटर रिंग रोड बनाए जाने की घोषणा की थी. लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी रिंग रोड का काम शुरू नहीं हो पाया है.

हल्द्वानी की प्रस्तावित रिंग रोड ठंडे बस्ते में
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Published : Jun 6, 2019, 12:07 PM IST

हल्द्वानी: बढ़ते यातायात के दबाव को कम करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 2 साल पहले हल्द्वानी में रिंग रोड परियोजना की घोषणा की थी. मगर आज तक इस दिशा में एक इंच भी काम आगे नहीं बढ़ पाया है. हल्द्वानी शहर में आज भी यातायात की समस्या जस की तस बनी हुई है. जिसके चलते लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बात अगर हल्द्वानी में प्रस्तावित रिंग रोड परियोजना की करें तो हालातों को देखते हुए ये परियोजना ठंडे बस्ते में जाती नजर आ रही है.

हल्द्वानी की प्रस्तावित रिंग रोड ठंडे बस्ते में.

बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 22 फरवरी 2017 को अपने हल्द्वानी दौरे पर महानगर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए 51 किलोमीटर रिंग रोड बनाए जाने की घोषणा की थी. लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी रिंग रोड का काम शुरू नहीं हो पाया है. एक साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने रिंग रोड बनाने की डीपीआर तैयार कर सरकार को भेज चुकी है. जिसके लिए लगभग 1007 करोड़ का बजट शासन को भेजा गया है. बावजूद इसके रिंग रोड निर्माण का काम ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि रिंग रोड का बजट अब 1100 करोड़ से अधिक का हो चुका है.

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गौरतलब है कि प्रस्तावित रिंग रोड को 4 सेक्टरों में बांटा गया है. जो हल्द्वानी शहर के बाहर-बाहर बनाया जाएगा. रिंग रोड बन जाने से बाहर से आने वाले पर्यटकों को जाम से मुक्ति मिलेगी. साथ ही शहर में लगने वाले जाम से भी छुटकारा मिलेगा. यही नहीं 4 महीने पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने देहरादून दौरे में हल्द्वानी के इस प्रस्तावित रिंग रोड को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित कर दिया था. लेकिन सरकार ने अभी तक उस मामले में कोई शासनादेश जारी नहीं किया है.

पढ़ें-रेप पीड़िता ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- समझौता करवाने पर दिया जा रहा जोर

लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता हिम्मत सिंह रावत ने बताया कि प्रस्तावित रिंग रोड का बजट लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि एक बार फिर से डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी गई है. रिंग रोड में गौला नदी सहित अन्य जगहों पर 3 बड़े पुल और दो छोटे पुलों का निर्माण भी होना है. जिसमें 275 मीटर का एक फ्लाईओवर भी बनना है. अधिशासी अभियंता का कहना है कि जैसे ही परियोजना के लिए बजट मिलता है तुरंत काम शुरू कर दिया जाएगा. इसके पहले चरण में भूमि अधिग्रहण का काम किया जाएगा.

हल्द्वानी: बढ़ते यातायात के दबाव को कम करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 2 साल पहले हल्द्वानी में रिंग रोड परियोजना की घोषणा की थी. मगर आज तक इस दिशा में एक इंच भी काम आगे नहीं बढ़ पाया है. हल्द्वानी शहर में आज भी यातायात की समस्या जस की तस बनी हुई है. जिसके चलते लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बात अगर हल्द्वानी में प्रस्तावित रिंग रोड परियोजना की करें तो हालातों को देखते हुए ये परियोजना ठंडे बस्ते में जाती नजर आ रही है.

हल्द्वानी की प्रस्तावित रिंग रोड ठंडे बस्ते में.

बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 22 फरवरी 2017 को अपने हल्द्वानी दौरे पर महानगर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए 51 किलोमीटर रिंग रोड बनाए जाने की घोषणा की थी. लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी रिंग रोड का काम शुरू नहीं हो पाया है. एक साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने रिंग रोड बनाने की डीपीआर तैयार कर सरकार को भेज चुकी है. जिसके लिए लगभग 1007 करोड़ का बजट शासन को भेजा गया है. बावजूद इसके रिंग रोड निर्माण का काम ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि रिंग रोड का बजट अब 1100 करोड़ से अधिक का हो चुका है.

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गौरतलब है कि प्रस्तावित रिंग रोड को 4 सेक्टरों में बांटा गया है. जो हल्द्वानी शहर के बाहर-बाहर बनाया जाएगा. रिंग रोड बन जाने से बाहर से आने वाले पर्यटकों को जाम से मुक्ति मिलेगी. साथ ही शहर में लगने वाले जाम से भी छुटकारा मिलेगा. यही नहीं 4 महीने पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने देहरादून दौरे में हल्द्वानी के इस प्रस्तावित रिंग रोड को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित कर दिया था. लेकिन सरकार ने अभी तक उस मामले में कोई शासनादेश जारी नहीं किया है.

पढ़ें-रेप पीड़िता ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- समझौता करवाने पर दिया जा रहा जोर

लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता हिम्मत सिंह रावत ने बताया कि प्रस्तावित रिंग रोड का बजट लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि एक बार फिर से डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी गई है. रिंग रोड में गौला नदी सहित अन्य जगहों पर 3 बड़े पुल और दो छोटे पुलों का निर्माण भी होना है. जिसमें 275 मीटर का एक फ्लाईओवर भी बनना है. अधिशासी अभियंता का कहना है कि जैसे ही परियोजना के लिए बजट मिलता है तुरंत काम शुरू कर दिया जाएगा. इसके पहले चरण में भूमि अधिग्रहण का काम किया जाएगा.

Intro:स्लग- हल्द्वानी का प्रस्तावित रिंग रोड ठंडे बस्ते में ।
रिपोर्टर- भावनाथ पंडित/ हल्द्वानी

एंकर- मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी परियोजना हल्द्वानी का रिंग रोड ठंडे बस्ते में पड़ गया है। हल्द्वानी में बढ़ते यातायात के दबाव को कम करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 2 साल पहले इस परियोजना को बनाने की घोषणा की थी लेकिन 2 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इस परियोजना के नाम पर एक रुपए का बजट नहीं मिल पाया है ना ही 1 इंच काम हुआ है।


Body:प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 22 फरवरी 2017 को अपनी हल्द्वानी दौरे पर हल्द्वानी महानगर को जाम से मुक्त दिलाने को लेकर 51 किलोमीटर की रिंग रोड बनाए जाने की घोषणा की थी। लेकिन बजट के अभाव में 2 साल बाद भी रिंग रोड नहीं बन पाया । रिंग रोड बनाने की डीपीआर 1 साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने तैयार कर 1007 करोड़ की बजट शासन को भेजा था लेकिन 2 साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद रिंग रोड का काम ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि रिंग रोड का बजट अब 1100 से अधिक का हो चुका है।
प्रस्तावित रिंग रोड को 4 सेक्टरों में बांटा गया है जो हल्द्वानी शहर से बाहर बाहर बनाया जाएगा। रिंग रोड बन जाने से बाहर से आने वाले पर्यटकों को जाम से मुक्ति मिलेगी साथ ही शहर में लगने वाले जाम से भी छुटकारा मिलेगा।

यही नहीं 4 महीने पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने देहरादून दौरे में हल्द्वानी के इस प्रस्तावित रिंग रोड को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित कर दिया था लेकिन आज भी सरकार द्वारा कोई भी शासनादेश जारी नहीं किया गया है।



Conclusion:अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग हिम्मत सिंह रावत ने बताया कि प्रस्तावित रिंग रोड बजट लगातार बढ़ रहा है। दोबारा से एक बार फिर डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा गया है। रिंग रोड में गोला नदी सहित अन्य जगहों पर 3 बड़े पुल और दो छोटे पुल का निर्माण भी होना है। जिसमें 275 मीटर का एक फ्लाईओवर भी बनना है। अधिशासी अभियंता का कहना है कि बजट मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा प्रथम चरण में भूमि अधिग्रहण का काम किया जाएगा।

बाइट- हिम्मत सिंह रावत अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग

त्रिवेंद्र सरकार को बने हुए 3 साल होने जा रहे हैं लेकिन
मुख्यमंत्री ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को आगे बढ़ा पाते हैं या नहीं यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा। फिलहाल बजट के अभाव में हल्द्वानी वासियों को मिलने वाला रिंग रोड का सौगात ठंडे बस्ते में जाता हुआ नजर आ रहा है।
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