देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल ने गुरुवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में अपना 41वां स्थापना दिवस मनाया. इस दौरान दल के सदस्यों ने श्री देव सुमन की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया.
कार्यक्रम के दौरान दल के संरक्षक काशी सिंह ऐरी ने बताया कि उत्तराखंड के गठन को 19 वर्ष बीत जाने के बावजूद राज्य की अवधारणा धरातल पर नहीं उतर पाई है. उन्होंने कहा कि आज नौजवान बेरोजगार हैं. कर्मचारी अपने हकों के लिए सड़कों पर उतरे हैं. साथ ही कहा कि किसी भी सरकार ने राज्य परक नीतियां नहीं बनाई. वहीं इंवेस्टर समिट के जरिए वर्तमान सरकार पहाड़ को नीलाम करने की साजिश रच रही है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य बड़े संघर्षों के बाद मिला है.
जिसके लिए यहां के कई लोगों ने शहादतें दी हैं. उन्होंने कहा कि आज के दिन उत्तराखंड क्रांति दल का गठन हुआ था. और आज ही के दिन राज्य आंदोलन की मांग का राजनीतिक मुद्दा बनकर उभर कर आया था. पहाड़ के गांधी कहलाये जाने वाले स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी के नेतृत्व में उस दौरान अहिंसक आंदोलन चलाया गया था.
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जिसके चलते इस राज्य का गठन हुआ था. लेकिन राष्ट्रीय दल भाजपा और कांग्रेस ने मिलकर 18 वर्षों में यहां के सपनों को चकनाचूर कर दिया है. साथ ही कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल अपनी 41वीं स्थापना दिवस में संकल्प लेता है कि यह दल राज्य के सपनों को पूरा करेगा, और इस राज्य को संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा.