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2020 में नई संभावनाएं तलाशेगा पर्यटन विभाग, ब्लू प्रिंट हो रहा तैयार - Tourist in Uttarakhand

उत्तराखंड में चारधाम पर्यटन का सबसे बड़ा साधन है. पर्यटन से प्रदेश में रोजगार सृजन के साथ ही आर्थिकी जुटाई जाती है. पहाड़ी प्रदेश होने के कारण यहां नैसर्गिक सुंदरता के साथ-साथ चुनौतियां भी हैं. जिसके कारण पर्यटन विभाग को इस सेक्टर को विकसित करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है.

tourism department preparin Blue print for explore the possibilities of tourism in Uttarakhand
नये साल में प्रदेश में नई संभावनाएं तलाशेगा पर्यटन विभाग.
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Published : Jan 1, 2020, 8:56 PM IST

Updated : Jan 2, 2020, 12:44 PM IST

देहरादून: साल 2019 के बीतते ही अब शासन 2020 की रणनीतियां बनाने में जुट गया है. इसी कड़ी में पर्यटन विभाग भी 2020 में पर्यटकों को रिझाने की तैयारी कर रहा है. साल 2019 की बात करें तो पर्यटकों ने यहां पहुंचने के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये थे. वहीं, 2019 में अक्टूबर महीने तक 3 करोड़ 36 लाख 27 हजार 6 सौ 35 पर्यटक देवभूमि पहुंचे. अब पर्यटन विभाग 2020 में पर्यटकों को और अधिक सुविधाओं के साथ ही सहूलियतों को उपलब्ध कराने की कसरत में जुट गया है. शासन स्तर पर प्रदेश में पर्यटकों की तादाद बढ़ाने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है. देखिये ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट.

नये साल में नई संभावनाएं तलाशेगा पर्यटन विभाग.

उत्तराखंड में चारधाम पर्यटन का सबसे बड़ा साधन है. पर्यटन से प्रदेश में रोजगार सृजन के साथ ही आर्थिकी जुटाई जाती है. पहाड़ी प्रदेश होने के कारण यहां नैसर्गिक सुंदरता के साथ-साथ चुनौतियां भी है. जिसके कारण पर्यटन विभाग को इस सेक्टर को विकसित करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है. पर्यटन विभाग के अथक प्रयासों से साल 2019 में यहां पहुंचने वाले पर्यटकों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, जिससे विभाग की बांछें खिली हुई है.

पढ़ें- होमस्टे योजना में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे पहाड़ी जनपद, पर्यटकों की आमद से बढ़ी उम्मीदें

साल 2013 में केदारनाथ में आयी भीषण आपदा के बाद उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या में कमी आई थी. जिसका असर साल 2014 में देखा गया. साल 2014 के बाद यहां धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या बढ़ती गई. वर्तमान में करीब साढ़े 3 करोड़ से ज्यादा पर्यटक हर साल उत्तराखंड की ओर रुक कर रहे हैं. पर्यटकों की तादाद से विभाग राहत महसूस कर रहा है. इसके साथ ही टूरिज्म महकमा पर्यटकों की संख्या और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्टर को बढ़ाने को लेकर निरंतर प्रयास कर रहा है.

पढ़ें- सरोवर नगरी में पर्यटन स्थलों को संवारने की कवायद तेज, व्यवसायियों के खिले चेहरे

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल नई रणनीतियां बनाने की आवश्यकता होती है. ताकि पर्यटकों के अनुसार टूरिज्म के विकास को डेवलप किया जा सके. उन्होंने कहा हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में पर्यटकों के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर दे पाए. इसके अलावा स्थानीय लोगों को भी पर्यटन से जोड़कर उन्हें रोजगार भी दिया जाएगा. होमस्टे और वीरचंद्र गढ़वाली योजना को भी टूरिज्म से जोड़ा जाएगा.

मुख्य बिंदु जिसपर शासन का रहेगा फोकस

  • सीजन में नहीं बल्कि पूरे साल पर्यटक उत्तराखंड की ओर रुख करें.
  • पर्यटक उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएं.
  • पर्यटक उत्तराखंड की तमाम गतिविधियों में शामिल हो सके.
  • पर्यटक उत्तराखंड में अधिक से अधिक अपनी धनराशि भी व्यय करें.
  • उत्तराखंड की संस्कृति को समझने वाले पर्यटक अधिक से अधिक पहुंचे.
  • पर्यटक उत्तराखंड के पर्यावरण के साथ-साथ खूबसूरती का भी ख्याल रखें.
  • उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटक प्राकृतिक संरक्षण में भी सहयोग करें.

उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या

  • साल 2014 में कुल 2,26,30,045 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 2,25,20,097 भारतीय और 1,09,948 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2015 में कुल 2,94,06,246 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 2,92,95,152 भारतीय और 1,11,094 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2016 में कुल 3,17,76,581 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,16,63,782 भारतीय और 1,12,799 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2017 में कुल 3,47,23,199 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,45,81,097 भारतीय और 1,42,102 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2018 में कुल 3,68,52,204 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,66,97,678 भारतीय और 1,54,526 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2019 में अक्टूबर महीने तक 3,36,27,635 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे, जिसमें 3,35,02,356 भारतीय और 1,25,279 विदेशी पर्यटक शामिल थे.

साल 2019 में चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या

  • यमुनोत्री धाम - 4,65,534
  • गंगोत्री धाम - 5,30,334
  • केदारनाथ धाम - 10,000,21
  • बदरीनाथ धाम - 12,449,93

2020 के शुरुआत के साथ ही पर्यटन विभाग नई उर्जा के साथ प्रदेश में पर्यटन की संभावनाएं तलाशने में जुट गया है. इसके तहत जहां पर्यटन के क्षेत्र में आने वाली कमियों को ढूंढकर उसे सुधारा जाएगा. वहीं, पर्यटन के लिहाज से नये इलाकों को भी विकसित किया जाएगा.

देहरादून: साल 2019 के बीतते ही अब शासन 2020 की रणनीतियां बनाने में जुट गया है. इसी कड़ी में पर्यटन विभाग भी 2020 में पर्यटकों को रिझाने की तैयारी कर रहा है. साल 2019 की बात करें तो पर्यटकों ने यहां पहुंचने के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये थे. वहीं, 2019 में अक्टूबर महीने तक 3 करोड़ 36 लाख 27 हजार 6 सौ 35 पर्यटक देवभूमि पहुंचे. अब पर्यटन विभाग 2020 में पर्यटकों को और अधिक सुविधाओं के साथ ही सहूलियतों को उपलब्ध कराने की कसरत में जुट गया है. शासन स्तर पर प्रदेश में पर्यटकों की तादाद बढ़ाने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है. देखिये ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट.

नये साल में नई संभावनाएं तलाशेगा पर्यटन विभाग.

उत्तराखंड में चारधाम पर्यटन का सबसे बड़ा साधन है. पर्यटन से प्रदेश में रोजगार सृजन के साथ ही आर्थिकी जुटाई जाती है. पहाड़ी प्रदेश होने के कारण यहां नैसर्गिक सुंदरता के साथ-साथ चुनौतियां भी है. जिसके कारण पर्यटन विभाग को इस सेक्टर को विकसित करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है. पर्यटन विभाग के अथक प्रयासों से साल 2019 में यहां पहुंचने वाले पर्यटकों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, जिससे विभाग की बांछें खिली हुई है.

पढ़ें- होमस्टे योजना में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे पहाड़ी जनपद, पर्यटकों की आमद से बढ़ी उम्मीदें

साल 2013 में केदारनाथ में आयी भीषण आपदा के बाद उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या में कमी आई थी. जिसका असर साल 2014 में देखा गया. साल 2014 के बाद यहां धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या बढ़ती गई. वर्तमान में करीब साढ़े 3 करोड़ से ज्यादा पर्यटक हर साल उत्तराखंड की ओर रुक कर रहे हैं. पर्यटकों की तादाद से विभाग राहत महसूस कर रहा है. इसके साथ ही टूरिज्म महकमा पर्यटकों की संख्या और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्टर को बढ़ाने को लेकर निरंतर प्रयास कर रहा है.

पढ़ें- सरोवर नगरी में पर्यटन स्थलों को संवारने की कवायद तेज, व्यवसायियों के खिले चेहरे

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल नई रणनीतियां बनाने की आवश्यकता होती है. ताकि पर्यटकों के अनुसार टूरिज्म के विकास को डेवलप किया जा सके. उन्होंने कहा हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में पर्यटकों के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर दे पाए. इसके अलावा स्थानीय लोगों को भी पर्यटन से जोड़कर उन्हें रोजगार भी दिया जाएगा. होमस्टे और वीरचंद्र गढ़वाली योजना को भी टूरिज्म से जोड़ा जाएगा.

मुख्य बिंदु जिसपर शासन का रहेगा फोकस

  • सीजन में नहीं बल्कि पूरे साल पर्यटक उत्तराखंड की ओर रुख करें.
  • पर्यटक उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएं.
  • पर्यटक उत्तराखंड की तमाम गतिविधियों में शामिल हो सके.
  • पर्यटक उत्तराखंड में अधिक से अधिक अपनी धनराशि भी व्यय करें.
  • उत्तराखंड की संस्कृति को समझने वाले पर्यटक अधिक से अधिक पहुंचे.
  • पर्यटक उत्तराखंड के पर्यावरण के साथ-साथ खूबसूरती का भी ख्याल रखें.
  • उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटक प्राकृतिक संरक्षण में भी सहयोग करें.

उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या

  • साल 2014 में कुल 2,26,30,045 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 2,25,20,097 भारतीय और 1,09,948 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2015 में कुल 2,94,06,246 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 2,92,95,152 भारतीय और 1,11,094 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2016 में कुल 3,17,76,581 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,16,63,782 भारतीय और 1,12,799 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2017 में कुल 3,47,23,199 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,45,81,097 भारतीय और 1,42,102 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2018 में कुल 3,68,52,204 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,66,97,678 भारतीय और 1,54,526 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
  • साल 2019 में अक्टूबर महीने तक 3,36,27,635 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे, जिसमें 3,35,02,356 भारतीय और 1,25,279 विदेशी पर्यटक शामिल थे.

साल 2019 में चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या

  • यमुनोत्री धाम - 4,65,534
  • गंगोत्री धाम - 5,30,334
  • केदारनाथ धाम - 10,000,21
  • बदरीनाथ धाम - 12,449,93

2020 के शुरुआत के साथ ही पर्यटन विभाग नई उर्जा के साथ प्रदेश में पर्यटन की संभावनाएं तलाशने में जुट गया है. इसके तहत जहां पर्यटन के क्षेत्र में आने वाली कमियों को ढूंढकर उसे सुधारा जाएगा. वहीं, पर्यटन के लिहाज से नये इलाकों को भी विकसित किया जाएगा.

Intro:ready to air.......

साल 2019 के अलविदा के बाद अब शासन नए साल 2020 की रणनीतियों को बनाने में जुट गया है। इसी क्रम में पर्यटन महकमा भी नए साल 2020 में पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर रणनीतियां बनाने की कवायत शुरू कर दी है। साल 2019 की बात करे तो पर्यटकों ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए साल 2019 में अक्टूबर महीने तक 3 करोड़ 36 लाख 27 हज़ार 6 सौ 35 की संख्या में उत्तराखंड पहुंचे थे। तो वही अब इस साल पर्यटकों की संख्या को बढ़ाने और पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध करने को लेकर, पर्यटन महकमा कसरत करने में जुट गया है। आखिर शासन स्तर पर प्रदेश में पर्यटकों की तादात बढ़ाने को लेकर क्या ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है, और किन किन बिन्दुओ पर शासन का रहेगा फोकस? देखिये ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट....... 


Body:उत्तराखंड राज्य में यात्रा पहले से ही चली आ रही है। उत्तराखंड राज्य में पर्यटकों के आने से जितना फायदा उत्तराखंड राज्य को मिल रहा है उतने ही चैलेंजेज पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखंड राज्य के लिए बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में  पर्यटन के क्षेत्र में अधिक से अधिक कार्य करने की जरूरत है क्योंकि पर्यटन राज्य के लिए एक आय का भी साधन है, इसके साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का एक बड़ा जरिया भी है। और इसी के चलते सरकार ने पर्यटन विभाग को फोकस सेक्टर के रूप में विकसित करने को लेकर, प्रयास कर रही है। जिसका नतीजा रहा कि साल दर साल उत्तराखंड में पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा होता रहा है। 


साल 2013 में केदार घाटी में आयी भीषण आपदा के बाद उत्तराखंड में पर्यटकों के आने की संख्या बेहद कम हो गई थी, जिसका असर साल 2014 में भी देखा गया लेकिन साल 2014 के बाद धीरे-धीरे, पर्यटक उत्तराखंड की तरफ रुख करने लगे और उत्तराखंड का पर्यटन धीरे-धीरे पटरी पर आने लगा।  लिहाजा वर्तमान समय में करीब साढ़े 3 करोड़ से ज्यादा पर्यटक हर साल उत्तराखंड की तरफ रुख कर रहे हैं। यही नहीं पर्यटकों का उत्तराखंड पहुंचने संख्या, साल दर साल बढ़ती जा रही है।हालांकि पर्यटकों की करोड़ो की संख्या से विभाग राहत महसूस कर रहा है। इसके साथ ही टूरिज्म महकमा पर्यटकों की संख्या और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्टर को बढ़ने को लेकर निरंतर प्रयास कर रहा है।   


वहीं पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल नई रणनीतियां बनाने की आवश्यकता होती है, उसी के तहत नई रणनीतियां बनाई जा रही हैं। ताकि पर्यटकों की कैपेसिटी के अनुसार टूरिज्म का सस्टेनेबल डेवलपमेंट मॉडल का विकास कर सकें। साथ बताया कि साल 2019 में पर्यटक ज्यादा आए हैं। जो हर्ष का विषय है लेकिन ज्यादा से ज्यादा उत्तराखंड में आ रहे पर्यटकों को आवाहन के रूप में देख रहे हैं। और उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में पर्यटकों के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर दे पाएंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक उत्तराखंड की तरफ रुख करें। और इसका कोई दुष्परिणाम भी ना हो। साथ ही बताया कि स्थानीय लोगों को भी इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा जोड़ सकें यही वजह है की होमस्टे और वीरचंद गढ़वाली योजना को संचालित के जा रहा है।


बाइट - दिलीप जावलकर, पर्यटन सचिव 


 .........मुख्य बिंदु जिसपर शासन का रहेगा फोकस........ 

- सीजन में नहीं बल्कि पूरे साल पर्यटक उत्तराखंड की ओर रुख करे। 
- पर्यटक उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताये। 
- पर्यटक उत्तराखंड की तमाम गतिविधियों में शामिल हो सके। 
- पर्यटक उत्तराखंड में अधिक से अधिक अपनी धनराशि भी व्यय करें।
- उत्तराखंड की संस्कृति को समझने वाले पर्यटक अधिक से अधिक पहुंचे। 
- पर्यटक उत्तराखंड के पर्यावरण के साथ- साथ खूबसूरती का भी ख्याल रखें।
- उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटक प्राकिर्तिक संरक्षण में भी कर सके सहयोग। 


............उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या........

- साल 2014 में कुल 2,26,30,045 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमे 2,25,20,097 भारतीय और 1,09,948 विदेशी पर्यटक शामिल है। 
- साल 2015 में कुल 2,94,06,246 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमे 2,92,95,152 भारतीय और 1,11,094 विदेशी पर्यटक शामिल है। 
- साल 2016 में कुल 3,17,76,581 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमे 3,16,63,782 भारतीय और 1,12,799 विदेशी पर्यटक शामिल है। 
- साल 2017 में कुल 3,47,23,199 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमे 3,45,81,097 भारतीय और 1,42,102 विदेशी पर्यटक शामिल है।
- साल 2018 में कुल 3,68,52,204 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमे 3,66,97,678 भारतीय और 1,54,526 विदेशी पर्यटक शामिल है। 
- साल 2019 में अक्टूबर महीने तक 3,36,27,635 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे है, जिसमे 3,35,02,356 भारतीय और 1,25,279 विदेशी पर्यटक शामिल है।


.........साल 2019 में चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या........  

यमुनोत्री धाम - 4,65,534
गंगोत्री धाम - 5,30,334
केदारनाथ धाम - 10,000,21
बद्रीनाथ धाम - 12,449,93




Conclusion:नए साल की शुरुवात होने के साथ ही पर्यटन महकने ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर रणनीतियां तैयार करने में जुट गयी है। हालांकि इन रणनीतियो को शासन कैसे अमलीजामा पहनायेगा और इससे पर्यटन पर कितना फर्क पड़ेगा, ये देखने वाली बात होगी। देहरादून से ईटीवी भारत के लिए रोहित सोनी की रिपोर्ट........ 


Last Updated : Jan 2, 2020, 12:44 PM IST
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