देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने सदन में गन्ना किसानों का मुद्दा उठाया. विपक्ष ने सदन में गन्ना किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए सवाल किये. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले ही सदन में कार्यस्थगन कर नियम 310 के तहत गन्ना किसानों की समस्या पर चर्चा की मांग की. जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने नियम 58 के तहत स्वीकार किया और प्रश्नकाल के बाद इस पर चर्चा की गई.
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन में गन्ना किसानों का मुद्दा छाया रहा. दूसरे दिन सत्र शुरू होते ही विपक्ष ने कार्य स्थगन कर नियम 310 के तहत मुद्दे पर चर्चा की मांग की. सदन के भीतर विपक्ष के सभी विधायकों ने एक-एक कर गन्ना किसानों की समस्या को विधानसभा अध्यक्ष के माध्यम से सदन के पटल पर रखा.
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विपक्ष की ओर से काजी निजामुद्दीन ने इस मामले पर सबसे ज्यादा सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने किसानों की तमाम समस्याओं को गिनाते हुए कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है लेकिन धरातल पर किसानों की समस्या दोगुनी हो चुकी हैं.
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काजी निजामुद्दीन ने कहा कि हम गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर भी किसान खासे परेशान हैं. उन्होंने कहा कि सरकार गन्ना मूल्य घोषणा की बात तो कर रही है मगर इससे अभी तक गन्ना किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ है. इसके अलावा सदन में मैदानी क्षेत्र से आने वाले कई विधायकों ने भी इस मुद्दे पर विपक्ष को अपना समर्थन दिया.