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BJP के लिए 'भस्मासुर' साबित हो रहा सोशल मीडिया, ICU में पड़ी कांग्रेस को मिल रही 'संजीवनी' - Uttarakhand news

प्रदेश में बीजेपी के दबंग और बड़बोले नेता और विधायकों के वीडियो लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं. जिसके कारण जनता के बीच पार्टी का जनाधार लगातार हिचकोले खा रहा है. वायरल हो रहे वीडियो और ऑडियो में विधायकों,नेताओं की भाषा और उनका रवैया पार्टी के सिद्धातों को बट्टा लगाने का काम कर रहा है.

BJP के लिए 'भस्मासुर' साबित हो रहा सोशल मीडिया
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Published : Oct 14, 2019, 1:27 PM IST

Updated : Oct 14, 2019, 2:43 PM IST

देहरादून: आज के वैज्ञानिक युग में राजनीतिक दलों के लिए सोशल मीडिया किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है. चाहे वो प्रचार-प्रसार हो या फिर जनता तक पहुंचने के तरीका, सभी में सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है. वहीं बात आगर देश और राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी की करें तो ये दल सोशल मीडिया के माध्यम से ही जनता तक अपनी पहुंच बनाने में कामयाब हुआ है. सोशल मीडिया ने बीजेपी को गोष्ठी और संगठनों से निकालकर हर घर तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है. लेकिन इन दिनों ये सोशल मीडिया ही है जो बीजेपी के लिए एक बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है. आये दिन सोशल मीडिया पर बोजेपी नेताओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं. जिसके कारण चाल, चरित्र और चेहरे वाली पार्टी हमेशा ही सवालों में घिरी रहती है.

BJP के लिए 'भस्मासुर' साबित हो रहा सोशल मीडिया

दरअसल, प्रदेश में बीजेपी के दबंग और बड़बोले नेता और विधायकों के वीडियो लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं. जिसके कारण जनता के बीच पार्टी का जनाधार लगातार हिचकोले खा रहा है. वायरल हो रहे वीडियो और ऑडियो में विधायकों, नेताओं की भाषा और उनका रवैया पार्टी के सिद्धातों को बट्टा लगाने का काम कर रहा है. बीजेपी नेताओं के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और ऑडियो के मामले एक-दो नहीं बल्कि कई सारे हैं. सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाकर विरोधियों को पस्त करने वाली बीजेपी के लिए आज आज खुद ये बड़ी परेशानी बन गया है.

पढ़ें-देहरादून के शूटर की दिल्ली में मौत, जांच में जुटी पुलिस
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया का राजनीतिक प्रयोग एक बड़ी पहल के रूप में देखा गया था. भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का जमकर प्रयोग किया. माना गया कि बीजेपी की ऐतिहासिक जीत में सोशल मीडिया का अहम रोल रहा. इसके बाद तमाम राज्यों और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने इसी परिपाटी पर काम किया. नतीजतन बीजेपी हर कदम पर अपने विरोधियों से हमेशा दो कदम आगे ही रही.

पढ़ें-ROYAL WEDDING: आज राजकुमारी मोहना के साथ होगी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के बेटे सुयश की शादी


लेकिन अब ऐसा लगता है जिस सोशल मीडिया ने बीजेपी को सत्ता तक पहुंचाया वो ही अब उसके लिए भस्मासुर का काम रहा है. आजकल विरोधियों से ज्यादा सोशल मीडिया बीजेपी के लिए दिक्कतें पेश करने लगा है. दरअसल ये परेशानी पार्टी के कई बड़बोले विधायकों के कारण आ रही है. जिनके वीडियो और ऑडियो लगतार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. जिसके कारण बीजेपी आलाकमान कई बार असहज स्थिति में दिखाई देती है. हालांकि इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायकों और छुटभैय्या नेताओं को इस तरह के बयानों से बचने की सलाह देते नजर आते है.

पढ़ें-Instagram पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले नेता बने PM मोदी


सोशल मीडिया पर इन नेताओं के वायरल वीडियो और ऑडियो ने मचाया घमासान

  • विधायक देशराज कर्णवाल और प्रणव सिंह चैंपियन विवाद में सामने आए तमाम वीडियो.
  • कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और मदन कौशिक के बीच विवाद के दौरान समर्थकों के हंगामे का वीडियो.
  • विधायक चैंपियन का उत्तराखंड को लेकर विवादित बयान का वीडियो.
  • विधायक राजकुमार ठुकराल का रावण के पात्र में सीता पर किया गया आपत्तिजनक बयान का वीडियो.
  • विधायक सुरेश राठौर का अपने विधानसभा क्षेत्र में एक समुदाय विशेष को पाकिस्तान कहने से जुड़ा वीडियो.
  • विधायक उमेश शर्मा का पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ दिये गये बयान का ऑडियो.
  • मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का गाय के ऑक्सीजन छोड़ने का वीडियो.
  • भाजपा नेता कुलदीप चौधरी द्वारा सार्वजनिक रूप से फायरिंग करने से जुड़ा वीडियो.

ये सभी ऑडियो और वीडियो हाल के दिनों में ही सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में रहे. जिनके कारण बीजेपी की जनता के बीच काफी छीछा-लेदर हुई. वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ये वीडियो आईसीयू में गई कांग्रेस के लिए ऑक्सीजन साबित हो रहे है. कांग्रेस लगातार बीजेपी के विधायकों और नेताओं के चरित्र पर सवाल उठाकर 'रिकवर करने की जुगत में लगी है.

देहरादून: आज के वैज्ञानिक युग में राजनीतिक दलों के लिए सोशल मीडिया किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है. चाहे वो प्रचार-प्रसार हो या फिर जनता तक पहुंचने के तरीका, सभी में सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है. वहीं बात आगर देश और राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी की करें तो ये दल सोशल मीडिया के माध्यम से ही जनता तक अपनी पहुंच बनाने में कामयाब हुआ है. सोशल मीडिया ने बीजेपी को गोष्ठी और संगठनों से निकालकर हर घर तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है. लेकिन इन दिनों ये सोशल मीडिया ही है जो बीजेपी के लिए एक बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है. आये दिन सोशल मीडिया पर बोजेपी नेताओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं. जिसके कारण चाल, चरित्र और चेहरे वाली पार्टी हमेशा ही सवालों में घिरी रहती है.

BJP के लिए 'भस्मासुर' साबित हो रहा सोशल मीडिया

दरअसल, प्रदेश में बीजेपी के दबंग और बड़बोले नेता और विधायकों के वीडियो लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं. जिसके कारण जनता के बीच पार्टी का जनाधार लगातार हिचकोले खा रहा है. वायरल हो रहे वीडियो और ऑडियो में विधायकों, नेताओं की भाषा और उनका रवैया पार्टी के सिद्धातों को बट्टा लगाने का काम कर रहा है. बीजेपी नेताओं के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और ऑडियो के मामले एक-दो नहीं बल्कि कई सारे हैं. सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाकर विरोधियों को पस्त करने वाली बीजेपी के लिए आज आज खुद ये बड़ी परेशानी बन गया है.

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साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया का राजनीतिक प्रयोग एक बड़ी पहल के रूप में देखा गया था. भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का जमकर प्रयोग किया. माना गया कि बीजेपी की ऐतिहासिक जीत में सोशल मीडिया का अहम रोल रहा. इसके बाद तमाम राज्यों और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने इसी परिपाटी पर काम किया. नतीजतन बीजेपी हर कदम पर अपने विरोधियों से हमेशा दो कदम आगे ही रही.

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लेकिन अब ऐसा लगता है जिस सोशल मीडिया ने बीजेपी को सत्ता तक पहुंचाया वो ही अब उसके लिए भस्मासुर का काम रहा है. आजकल विरोधियों से ज्यादा सोशल मीडिया बीजेपी के लिए दिक्कतें पेश करने लगा है. दरअसल ये परेशानी पार्टी के कई बड़बोले विधायकों के कारण आ रही है. जिनके वीडियो और ऑडियो लगतार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. जिसके कारण बीजेपी आलाकमान कई बार असहज स्थिति में दिखाई देती है. हालांकि इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायकों और छुटभैय्या नेताओं को इस तरह के बयानों से बचने की सलाह देते नजर आते है.

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सोशल मीडिया पर इन नेताओं के वायरल वीडियो और ऑडियो ने मचाया घमासान

  • विधायक देशराज कर्णवाल और प्रणव सिंह चैंपियन विवाद में सामने आए तमाम वीडियो.
  • कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और मदन कौशिक के बीच विवाद के दौरान समर्थकों के हंगामे का वीडियो.
  • विधायक चैंपियन का उत्तराखंड को लेकर विवादित बयान का वीडियो.
  • विधायक राजकुमार ठुकराल का रावण के पात्र में सीता पर किया गया आपत्तिजनक बयान का वीडियो.
  • विधायक सुरेश राठौर का अपने विधानसभा क्षेत्र में एक समुदाय विशेष को पाकिस्तान कहने से जुड़ा वीडियो.
  • विधायक उमेश शर्मा का पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ दिये गये बयान का ऑडियो.
  • मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का गाय के ऑक्सीजन छोड़ने का वीडियो.
  • भाजपा नेता कुलदीप चौधरी द्वारा सार्वजनिक रूप से फायरिंग करने से जुड़ा वीडियो.

ये सभी ऑडियो और वीडियो हाल के दिनों में ही सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में रहे. जिनके कारण बीजेपी की जनता के बीच काफी छीछा-लेदर हुई. वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ये वीडियो आईसीयू में गई कांग्रेस के लिए ऑक्सीजन साबित हो रहे है. कांग्रेस लगातार बीजेपी के विधायकों और नेताओं के चरित्र पर सवाल उठाकर 'रिकवर करने की जुगत में लगी है.

Intro:special report....

summary- जिस सोशल मीडिया के जरिए भाजपा सत्ता की चौखट तक पहुंची, वही सोशल मीडिया भाजपाईयों के लिए मुसीबत बन गयी है..दरअसल बड़बोले विधायकों के सोशल मीडिया पर हो रहे वायरल वीडियो और ऑडियो.. पार्टी की चिंता का सबब बने हुए हैं.. भाजपा मैं वायरल वीडियो और ऑडियो के ऐसे एक-दो नहीं बल्कि कई मामले सामने आ चुके हैं। सोशल मीडिया के हथियार बनने से लेकर भाजपा के लिए परेशानी खड़ी करने तक की यह रिपोर्ट....


Body:देश में साल 2014 का लोकसभा चुनाव सोशल मीडिया के राजनीतिक प्रयोग की पहल के रूप में देखा जाता है... भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में प्रचार प्रसार के लिए सोशल मीडिया का जमकर प्रयोग किया... माना गया कि भाजपा की ऐतिहासिक जीत के लिए सोशल मीडिया का काफी हद तक रोल रहा.. इसके बाद तमाम राज्यों और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने सोशल मीडिया को वरीयता दी...नतीजतन भाजपा ने अपने इस हथियार के जरिए भारी सफलता भी हासिल की।। लेकिन अब भाजपा के लिए हथियार बना सोशल मीडिया दिक्कतें पेश करने लगा है.. दरअसल ये परेशानी पार्टी के कई बड़बोले विधायकों के कारण आ रही है.. जिसके कारण भाजपा कई बार असहज स्थिति में दिखाई देती है... हालांकि इस दौरान पार्टी नेता विधायकों को बयानों पर काबू रखने की सलाह देते नजर आते हैं।।

वाइट खजान दास प्रदेश महामंत्री उत्तराखंड भाजपा

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और ऑडियो के चर्चाओं में रहे ये मामले

विधायक देशराज कर्णवाल और प्रणव सिंह चैंपियन विवाद में सामने आए वीडियो

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और मदन कौशिक के बीच विवाद के दौरान समर्थकों के हंगामे का वीडियो

विधायक चैंपियन का उत्तराखंड को लेकर विवादित बयान का वीडियो

विधायक राजकुमार ठुकराल का रावण के पात्र में सीता पर किया गया आपत्तिजनक बयान का वीडियो

विधायक सुरेश राठौर का अपने विधानसभा क्षेत्र में एक समुदाय विशेष को पाकिस्तान कहने से जुड़ा वीडियो

विधायक उमेश शर्मा का पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ दिया गया बयान का ऑडियो

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का गाय के ऑक्सीजन छोड़ने का वीडियो

भाजपा नेता कुलदीप चौधरी द्वारा सार्वजनिक स्थल पर फायरिंग करने से जुड़ा वीडियो

यह सभी ऑडियो और वीडियो हाल ही में आए हैं जिसके बाद पार्टी के लिए दिक्कतें पैदा हो गई है हालांकि इन वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने से कांग्रेस को प्रदेश में ऑक्सीजन मिली है... कांग्रेस का कहना है कि राजीव गांधी ने इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी को देश में लाया और भाजपा ने राजनीतिक रूप से सोशल मीडिया का उपयोग कर इसे अपना हथियार बनाया... लेकिन अब यही हथियार उनके लिए दिक्कत बन गया है...

बाइट जोत सिंह बिष्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तराखंड कांग्रेस




Conclusion:
Last Updated : Oct 14, 2019, 2:43 PM IST
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