देहरादून: ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. चारधाम यात्रा के दौरान हेली टिकट ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों के खिलाफ लगातार प्रमुखता से खबर बीते दिनों प्रकाशित की गई. ऐसे में उत्तराखंड एसटीएफ ने इस गोरखधंधे का पर्दाफाश कर दिया है.
बिहार से दो साइबर ठग अरेस्ट: उत्तराखंड एसटीएफ ने चारधाम हेली ऑनलाइन टिकट बुकिंग के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले साइबर अपराधियों के गढ़ में छापेमारी कर बिहार के नवादा थाना वारिसलीगंज के दूरस्थ गांव से दो मास्टरमाइंड साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. फिलहाल एसटीएफ और देहरादून साइबर पुलिस गिरफ्तार साइबर अपराधियों से बिहार कोर्ट की कार्यवाही के बाद उन्हें आगे की विस्तृत इन्वेस्टिगेशन के लिए उत्तराखंड ला रही है. एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक पिछले दिनों देहरादून निवासी परिवार से फर्जी हेली टिकट के नाम पर इसी साइबर गिरोह द्वारा लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी की गई थी.
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आरोपियों के कब्जे से कई इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस बरामद: उत्तराखंड STF के SSP अजय सिंह के मुताबिक बिहार के नवादा के अंतर्गत आने वाले वारिसलीगंज के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र धनबीगहा में छापेमारी की कार्रवाई की गई. इस दौरान चारधाम यात्रा में हेली सेवा के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले इन साइबर अपराधियों के कब्जे से कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस बरामद किये गए हैं. अभियुक्तों के कब्जे से लगभग डेढ़ लाख की नकदी, लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, 3 पासबुक, 3 चेक बुक, 1 इंटरनेट राउटर, 7 एटीएम कार्ड, 3 फर्जी वोटर कार्ड, 1 क्यूआर डीकोडर और 1 माइक्रो एटीएम बरामद किया गया है.
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वैष्णो देवी यात्रा हेली सेवा में भी बिहार के गिरोह ने किया था फ्रॉड: बता दें कि विगत माह भी उत्तराखंड एसटीएफ और देहरादून साइबर पुलिस द्वारा पवन हंस हेलीकॉप्टर के नाम पर मां वैष्णो देवी यात्रा की फर्जी टिकट बुकिंग गैंग का पर्दाफाश किया गया था. बिहार के नालंदा से साइबर अपराधियों को गिरफ्तार जेल भेजा गया था.
ये था अपराध का तरीका: ये साइबर ठग फर्जी साइट तैयार कर फर्जी नम्बरों को गूगल पर डालते थे. पीड़ित व्यक्ति द्वारा केदारनाथ हेलीकॉप्टर यात्रा सेवा को लेने हेतु गूगल से नम्बर सर्च कर फोन के माध्यम से सम्पर्क किया जाता था. इस पर साइबर ठगों द्वारा Wi-Fi राउटर को पेड़ पर टांगकर हेलीसेवा लेने वाले व्यक्तियों को इन्टरनेट कॉलिंग के माध्यम से कॉल कर रेट लिस्ट के आधार पर टिकट बुक की जाती थी. इस तरह शिकायतकर्ता से धोखाधड़ी कर धनराशि विभिन्न वॉलेट व खातों में प्राप्त की जाती थी. शिकायतकर्ता से प्राप्त उक्त धनराशि को एटीएमों के माध्यमों से निकाल लिया जाता था.
गौरतलब है कि इससे पूर्व भी पर्यटन की आड़ में मां वैष्णो देवी हेलीकॉप्टर यात्रा सेवा देने के नाम पर साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी साइट तैयार कर पवन हंस हेलीकॉप्टर यात्रा सेवा बुक कराने के नाम पर धोखाधड़ी की गई थी. इससे सम्बन्धित दो अभियुक्तों को नालन्दा, नवादा बिहार से गिरफ्तार किया गया था. जिससे प्रतीत होता है कि नवादा बिहार हेली सेवा व अन्य विभिन्न माध्यमों से साइबर धोखाधड़ी देने वाला गढ़ बन चुका है जिसे ध्वस्त किया जा रहा है.