देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए प्रधानमंत्री के आह्वान पर रविवार को पूरे देश में सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक 'जनता कर्फ्यू' किया गया है. जिसके कारण सिर्फ काठगोदाम एक्सप्रेस को छोड़कर देहरादून से चलने वाली बाकी सभी रेल गाड़ियों का संचालन रोक लगा दी गई है. इसके अलावा कोरोनो वायरस के मद्देनजर रेल टिकट के रिफंड नियमों में भी परिवर्तन किया गया है.
भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संबंध में भीड़-भाड़ से बचाव और समाज में आपसी दूरी बनाए रखने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. जिसके तहत भारतीय रेल ने पीआरएस काउंटर द्वारा जारी टिकटों के रिफंड में छूट प्रदान की है. ई-टिकट के लिए सभी नियम समान रखे गये हैं. यह छूट 21 मार्च से 15 अप्रैल तक की यात्रा अवधि के लिए है. इसके अलावा रेलवे ने 21 मार्च से 15 अप्रैल के बीच चलने वाली रेल गाड़ियों के संचालन को रोका है.
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21 मार्च से 15 अप्रैल के बीच रद्द की गई ट्रेनों के अलावा यात्रियों द्वारा स्वयं अन्य ट्रेनों के रद्द कराये गये टिकटों का भी पूरा पैसा यात्रा की तारीख से 45 दिनों तक लिया जा सकेगा. इसके अलावा ट्रेन रद्द नहीं हुई लेकिन यात्री यात्रा नहीं करना चाहता है तो ऐसे मामले में तीन दिन के मौजूदा नियम के बजाय यात्रा की तारीख से 30 दिन के भीतर टीडीआर (टिकट जमा रसीद) स्टेशन पर जमा कर सकता है. रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से अपना टिकट रद्द करवाना चाहते हैं, वे ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान तक के अतिरिक्त नियम के बजाय यात्रा की तारीख से 30 दिन के भीतर काउंटर पर रिफंड प्राप्त कर सकते हैं.
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रेलवे निदेशक गणेश चंद ने बताया कि रविवार को चलने वाली सभी रेल गाड़ियों के संचालन पर रोक रहेगी. सिर्फ काठगोदाम एक्सप्रेस (14120) अपने समय पर जाएगी. इसके अलावा कोरोना वायरस के मद्देनजर रेल टिकट के रिफंड के नियमों में भी परिवर्तन कर दिया गया है. कोरोना वायरस और 'जनता कर्फ्यू को देखते हुए रेलवे बोर्ड यात्रियों से अपील कर रहा है कि यात्री रेलवे द्वारा दी जाने वाली विशेष सुविधाओं का लाभ उठाएं.