देहरादून: 16 दिसंबर को राहुल गांधी की देहरादून में हुई रैली चर्चा में रही तो उनकी कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक को लेकर भी खूब बातें हो रही हैं. राहुल गांधी ने उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं के साथ पूरे 30 मिनट तक बैठक की थी. राहुल गांधी की बैठक में क्या हुआ ये न तो बाहर आया न ही उत्तराखंड कांग्रेस के नेता इस बारे में कुछ बोल रहे हैं. लेकिन ईटीवी भारत को उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी के विश्वसनीय सूत्र ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी है.
16 दिसंबर को जब राहुल गांधी उत्तराखंड आए तो ये उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) के मद्देनजर उनका राज्य में पहला दौरा था. देहरादून के परेड ग्राउंड में राहुल गांधी की रैली हुई. रैली में पीएम मोदी और बीजेपी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हर तरह से निशाना साधा था. लेकिन रैली अब बीती बात हो गई है. अब चर्चा है तो राहुल गांधी की कांग्रेस के नेताओं के साथ हुई आधे घंटे की बैठक (Rahul Gandhis meeting with Uttarakhand Congress leaders) की.
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16 दिसंबर को राहुल गांधी ने ली थी कांग्रेस की बैठक: राहुल गांधी ने उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ पूरे आधे घंटे तक उत्तराखंड चुनाव को लेकर मंथन किया. अब कांग्रेस के आम कार्यकर्ता और समर्थक ये जानने को बेहद उत्सुक हैं कि आखिर उस बैठक में क्या हुआ. राहुल गांधी उत्तराखंड कांग्रेस की टॉप लीडरशिप को क्या निर्देश-आदेश और भरोसा-आश्वासन देकर गए हैं. ईटीवी भारत आपको बताता है कि उस मीटिंग में क्या हुआ. राहुल गांधी ने उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं से क्या कहा और उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं ने अपनी कौन सी बात राहुल गांधी के सामने रखी.
उत्तराखंड कांग्रेस का दावा पीएम से ज्यादा भीड़ राहुल गांधी की रैली में आई: उत्तराखंड कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी की रैली से ज्यादा भीड़ राहुल गांधी की रैली में थी. राहुल गांधी की रैली से उत्साहित कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जीत की खुशबू सूंघ रहे हैं. सबसे पहले आपको बताते हैं कि राहुल गांधी के साथ आधे घंटे की बैठक में उत्तराखंड कांग्रेस की टॉप लीडरशिप के कौन नेता थे.
ये लोग थे राहुल गांधी की मीटिंग में: राहुल गांधी की इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष, चार कार्यकारी अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, विधायक और तमाम आला पदाधिकारी मौजूद थे.
राहुल गांधी ने दिए ये सुझाव: तमाम नेताओं ने चुनाव को देखते हुए राहुल गांधी को सुझाव दिए. बताया जा रहा है कि कुछ सुझाव राहुल गांधी ने नकार दिए तो कुछ सुझावों पर विचार करने का आश्वासन दिया. कुछ विचारों पर अमल करने का आश्वासन भी दिया. इसके साथ ही राहुल गांधी ने उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं को भी अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए.
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जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवार को मिले टिकट: राहुल गांधी का सबसे महत्वपूर्ण सुझाव था कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) में कांग्रेस के ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया जाये जो जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवार दोनों हों. जो उम्मीदवार जीतने की हैसियत रखने के साथ ही पार्टी में टिके रहने का दम रखते हों. राहुल गांधी ने स्क्रीनिंग कमेटी के हेड अविनाश पांडे को इसके लिए सख्त निर्देश दिए हैं.
एकजुटता पर राहुल गांधी का जोर: एकजुट होकर चुनाव लड़ना है ये राहुल गांधी ने सख्त निर्देश दिए हैं. राहुल गांधी ने कहा कि नेताओं के गुट और पक्ष को टिकट देने को लेकर उत्सुकता नहीं है.
2016 में 9 विधायकों ने दिया था झटका: दरअसल 2016 में तत्कालीन सत्तासीन कांग्रेस के 9 विधायक सरकार और पार्टी को गच्चा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. राहुल गांधी इसी से सबक लेना चाहते हैं. उनका कहना है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) में सिर्फ जीतने वाला उम्मीदवार ही नहीं चाहिए बल्कि जिताऊ के साथ टिकाऊ उम्मीदवार भी होना चाहिए.
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दो-तीन हफ्ते में बंटेंगे टिकट: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) नजदीक हैं. 23 दिसंबर को मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आने वाले हैं. इसके साथ ही उत्तराखंड कांग्रेस अगले दो-तीन हफ्तों में टिकट बंटवारे को लेकर प्रक्रिया शुरू कर देगी. दिलचस्प बात ये होगी कि उत्तराखंड कांग्रेस भाई-भतीजावाद, गुट और लॉबी को भूलकर राहुल की मंशा के अनुसार टिकट दे पाती है या फिर हाल ढाक के तीन पात ही रहता है.