देहरादून: बीते कुछ वर्षो में आर्थिक मंदी की मार ऑटो मार्केट सहित अन्य बाजारों में भी देखने को मिली थी. रियल एस्टेट और प्रॉपर्टी का कारोबार भी इससे अछूता नहीं रहा. गुजरते समय के साथ धीरे-धीरे प्रॉपर्टी का कारोबार संभलता दिख रहा है.
राजधानी देहरादून में साल 2014 में जहां प्रॉपर्टी खरीद फरोख्त में राजस्व विभाग ने अपने साल के तय टारगेट में 95 प्रतिशत को पूरा किया, वहीं उसके बाद के 6 सालों में भी मंदी की मार के बावजूद फरवरी 2020 तक अच्छा खासा राजस्व वसूला गया.
राजस्व विभाग के आंकड़े तस्दीक करते हैं कि वर्ष 2014 के बाद भी साल दर साल प्रॉपर्टी खरीद फरोख्त के मामले में कुछ खास गिरावट नहीं आयी है. जबकि इस दौरान शहरी इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की प्रॉपर्टी में कई बार स्टैम्प ड्यूटी, सर्किल रेट में बढ़ोतरी की गई. ऐसे में प्रॉपर्टी का बाजार अन्य मार्केट के मुकाबले संभलता दिख रहा है.
एक नजर: देहरादून रजिस्ट्री कार्यालय का 2014 से 2020 फरवरी तक का लक्ष्य व राजस्व आय पर
वित्तीय वर्ष | लक्ष्य | पंजीकृत प्रॉपर्टी | आय | टारगेट प्राप्ति |
2014-15 | 330 करोड़ | 66273 | 314.37 करोड़ | 95% |
2015-16 | 519 करोड़ | 66868 | 392.20 करोड़ | 76% |
2016-17 | 519 करोड़ | 51868 | 336.64 करोड़ | 70% |
2017-18 | 477 करोड़ | 54132 | 403.35 करोड़ | 85% |
2018-19 | 519 करोड़ | 59135 | 478.03 करोड़ | 92% |
2019-20 | 582 करोड़ | 57605 | 466.76 करोड़ | 73% |