देहरादून: उत्तराखंड में बहुप्रतीक्षित ज्वॉय राइड हवाई सेवा जल्द ही शुरू होने वाली है. सबकुछ ठीक रहा तो सहस्रधारा-मसूरी-धनौल्टी और चिन्यालीसौड़-गौचर-औली के बीच प्रस्तावित इस सेवा का पर्यटक लुत्फ उठा सकते हैं. इसके लिए त्रिवेंद्र सरकार और कुछ हवाई कंपनियों के बीच सहमति भी बन चुकी है. शासन ने फुल ज्वॉय राइड का टैरिफ 5-10 हजार रुपये के बीच निर्धारित करने का फैसला लिया है. वहीं इस योजना के तहत पर्यटकों को टैक्सी के बराबर किराया देना होगा.
बता दें मसूरी, धनौल्टी, औली, चिन्यालीसौड़ जैसे हिल स्टेशनों में बर्फबारी के दौरान पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है. जिससे वहां ट्रैफिक की समस्या पैदा हो जाती है. कभी-कभी हालात ये हो जाते हैं कि पर्यटकों का घंटों तक जाम में फंसने की वजह से सारा मजा किरकिरा हो जाता है. इतना ही नहीं भीड़ के चलते टैक्सी संचालक भी सैलानियों से मनमाना किराया वसूलते हैं.
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वहीं, ऐसी तमाम समस्याओं को देखते हुये और हिल स्टेशनों की यात्रा को कौतूहल भरा बनाने के लिये उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) ने ज्वॉय राइड हवाई सेवा का खाका तैयार कर लिया है. 5-9 मीटर के चौपर ज्वॉय राइड करवाएंगे जिसके लिये हवाई कंपनियों से सहमती भी बन गई है. दरअसल, ज्वॅाय राइड हवाई सेवा की मदद से पर्यटक चौपर अथवा हेलीकॅाप्टर के जरिए बर्फीले पर्यटक स्थलों का हवाई नजारा देख सकेंगे जो बेहद ही रोमांचकारी होता है.
‘हिमालय दर्शन योजना’ में फूंकी जाएगी जान
गौर हो कि प्रदेश सरकार ने 7 फरवरी 2015 को ‘हिमालय दर्शन योजना’ की शुरुआत की थी जो तमाम वजहों से सफल नहीं हो सकी थी. ठप पड़ी ‘हिमालय दर्शन योजना’ को नया स्वरूप और आकर्षक पैकेज के साथ फिर से शुरू किया जायेगा. उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) ने ज्वॉय राइड कांसेप्ट की योजना के जरिये इसमें जान फूंकने की कवायद शुरू कर दी है.