देहरादून: ऊर्जा निगम में प्रबंध निदेशक के तौर पर हाल ही में जिम्मेदारी लेने वाले आईएएस अधिकारी दीपक रावत (IAS Deepak Rawat) जल्द ही इस जिम्मेदारी से कार्यमुक्त होने जा रहे हैं. हाल ही में दीपक रावत के इस पद को लेकर इच्छुक नहीं होने की बात चर्चाओं में आई थी. हालांकि, इसके बाद दीपक रावत ने प्रबंध निदेशक के पद पर ज्वाइनिंग ले ली.
अब एक बार फिर बड़ी खबर सामने आई है कि दीपक रावत को जल्द ही इस पद से हटना होगा. ईटीवी भारत को ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ऊर्जा निगमों में प्रबंधन निदेशक के पद के लिए स्थाई नियुक्ति की प्रक्रिया को शुरू किया जा रहा है. इसके लिए उनके द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी बात कर ली गई है.
हाल ही में ऊर्जा निगम में एमडी के तौर पर दीपक रावत के ज्वाइनिंग नहीं लेने की खबरें चर्चाओं में आई थी. अब खबर है कि हाल ही में ऊर्जा सचिव बनाई गईं सौजन्या अभी प्रशिक्षण पर जा रही हैं, जिसके बाद विभाग में ऊर्जा सचिव के तौर पर अधिकारी की कमी देखने को मिलेगी.
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उधर, निगम में चेयरमैन के तौर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को जिम्मेदारी दी गई है, जिनकी तैनाती को लेकर विभागीय मंत्री को कोई जानकारी ही नहीं है. इस मामले में ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि उनकी तरफ से मुख्यमंत्री से बात की गई है, जो भी बेहतर होगा उस पर विचार किया जा रहा है.
गौर हो, आईएएस दीपक रावत ने 7 दिन बाद ऊर्जा निगमों में बतौर प्रबंध निदेशक ज्वाइनिंग ले ली थी. हालांकि, आईएएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी होने के बाद ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी की खबरें काफी चर्चाओं में रही थी. हरक सिंह रावत न केवल सचिव ऊर्जा सौजन्या के अपने विभाग में भेजे जाने से नाराज बताए गए, बल्कि प्रबंध निदेशक के तौर पर दीपक रावत की नियुक्ति भी उनकी नाराजगी की वजह मानी गई थी.