देहरादून: 4 दिसंबर से राजधानी में विधानसभा का शीतकालीन सत्र प्रारंभ होने जा रहा है, जिसे लेकर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है. अभियान दल के सदस्यों ने गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करने के लिए विधानसभा कूच की रणनीति बनाई है.
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के सदस्य मनोज ध्यानी ने कहा कि हम इस बात पर पहले से ही आश्वस्त हैं कि उत्तराखंड की स्थाई राजधानी गैरसैंण है. उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर इस मामले में टालमटोल कर रही है. जिसके कारण नेता इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्याप्त सुविधाएं न होने जैसे बयान दे रहे हैं.
पढ़ें- महिला सुरक्षा पर मुस्तैद उत्तराखंड पुलिस, किसी भी मुसीबत में तुरंत डायल करें ये नंबर
ध्यानी ने कहा कि अब वे सरकार को एक्सपोज करने और गैरसैंण राजधानी निर्माण के लिए जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि वे देहरादून में आयोजित होने वाले विधानसभा सत्र का पुरजोर विरोध करेंगे. जिसके लिए सभी सामाजिक संगठन इस मामले पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं. इसी क्रम में आगामी 9 दिसंबर को गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करने की मांग को लेकर विधानसभा कूच किया जाएगा.
पढ़ें- हाईटेंशन लाइन दे रही हादसों को दावत, खौफ के साए में पढ़ाई करने को मजबूर देश का भविष्य
दरअसल, गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के कार्यकर्ता परेड ग्राउंड पर बीते कई महीनों से बैठे हुए हैं. सोमवार को परेड़ ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर विधानसभा घेराव को लेकर रणनीति और विचार विमर्श किया गया. जिसके बाद एक सभा आयोजित की गई. सभा के बाद तय किया गया कि गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करने की मांग को लेकर तमाम कार्यकर्ता आगामी 9 दिसंबर को विधानसभा घेराव करेंगे.