देहरादून: चतुर्थ श्रेणी राजकीय चिकित्सा स्वास्थ सेवाओं के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. ऐसे में सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताते हुए चतुर्थ श्रेणी स्वास्थ्य कर्मचारियों में एक दिन भूखे रहकर ड्यूटी भी की. उनका कहना है कि जब तक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं हो जाती, उनका आंदोलन जारी रहेगा. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 23 अगस्त को वह स्वास्थ्य कर्मचारी महानिदेशालय और आयुर्वेद विश्वविद्यालय के अधिकारियों की सद्बुद्धि के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ करेंगे.
कर्मचारी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष नेल्सन अरोड़ा का कहना है कि 29 जुलाई को स्वास्थ्य महानिदेशक की अध्यक्षता में कोई वार्ता का कार्यवर्त नहीं दिया गया, और ना ही समझौते का पालन किया गया. ऐसे में आगामी 24 और 25 अगस्त को रैलियां निकाली जाएगी और अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी और नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा, यदि उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं होती है तो ऐसे में 26 अगस्त से प्रदेश के कर्मचारियों द्वारा क्रमिक अनशन शुरू कर दिया जाएगा.
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चतुर्थ श्रेणी स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि कर्मचारी पदोन्नति की आस में सेवानिवृत्त हो गए हैं, इसके साथ ही वेतन समय पर नहीं मिलता पेंशन और देयकों के लिए उन्हें भटकना पड़ता है. कर्मचारियों ने गेट मीटिंग के जरिए रणनीति तैयार करते हुए अपने आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया है.