देहरादून: इस दौरान कुछ फड़ व्यापारी कैमरे के सामने भावुक भी नजर आए. फड़ व्यापारियों ने बताया कि एक साल से पुलिस-प्रशासन और नगर निगम हमे बेवकूफ बना रहे हैं. फड़ लगाते हैं तो पुलिस हटा दे देती है. कई महीनों से हम बेरोजगार चल रहे हैं.
संडे बाजार पिछले 15 साल से पंत रोड पर चल रहा था. लेकिन एक साल पहले जिला पुलिस और नगर निगम ने इस फड़ व्यापारियों को यहां से हटा दिया. पिछले वर्ष दून में व्यापक स्तर पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया और अभियान की जद में तिब्बती बाजार के पास लगने वाला संडे मार्केट को भी हटाया गया.
सहस्त्रधारा रोड पर भी कुछ दिन तक संडे बाजार लगा, लेकिन वहां भी बात नहीं बन पाई. इसके बाद दून के फेमस झंडा मार्केट के लिए करीब 10 महीने बाद ठिकाना मिला. लेकिन झंडा बाजार में सन्डे बाजार लगने के कारण लोगों को पार्किंग के लिए जगह नहीं मिली, जिससे जाम की समस्या शुरू हो गई. कुछ फड़ व्यापारियों ने अपनी जगह बना ली, लेकिन कुछ मजबूरन यहां से भी पलायन कर गए.
ईटीवी भारत से बातचीत में एक फड़ व्यापारी रमेश बताते हैं कि जगह छोड़ने के बाद सभी फड़ वाले बेरोजगार हो गए हैं. महीनों परेशान होकर आज नगर निगम में हमें प्रदर्शन करना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पंत रोड पर बाज़ार फिर लगा दिया जाए.