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महाकुंभ 2021: हरिद्वार में 20% तक बढ़ी पेयजल खपत, जल संस्थान कैसे करेगा पूर्ति?

कोरोना संकट के बीच हरिद्वार कुंभ का एक अप्रैल से आगाज हो चुका है. आम दिनों में हरिद्वार में जितने पानी की जरूरत होती है. वहीं, अब कुंभ के दौरान हरिद्वार में 20 फीसदी तक की पेयजल खपत बढ़ गई है.

kumabh water supply
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Published : Apr 8, 2021, 3:28 PM IST

Updated : Apr 8, 2021, 8:20 PM IST

देहरादून: धर्मनगरी हरिद्वार में बीती 1 अप्रैल से महाकुंभ मेले का आगाज हो चुका है. ऐसे में इन दिनों धर्मनगरी में जगह-जगह साधु संतों और श्रद्धालुओं के लिए कैंप लगाए गए हैं, जिसकी वजह से सामान्य दिनों की तुलना में पेयजल खपत में 15 से 20% तक की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.

हरिद्वार में 20 प्रतिशत तक बढ़ी पेयजल खपत.

ईटीवी भारत से बात करते हुए जल संस्थान की महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग ने बताया महाकुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए जल संस्थान और जल निगम की ओर से पेयजल आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए अलग-अलग स्थानों में ट्यूबवेल स्थापित किए गये हैं. इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर कई स्थानों पर टैंकर से भी पानी उपलब्ध कराया जा रहा है.

यूं तो सामान्य दिनों में प्रतिदिन हरिद्वार शहरवासियों की प्यास बुझाने के लिए 80.41 एमएलडी पानी की सप्लाई की जाती है, लेकिन हरिद्वार में कुंभ मेले के चलते श्रद्धालुओं और साधु संतों की भीड़ उमड़ी हुई है. ऐसे में पेयजल की मांग में भी बढ़ोतरी हो रही है. हरिद्वार में तैनात जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता राजीव सैनी ने बताया कि वर्तमान में महाकुंभ मेले के चलते पेयजल की मांग में 15 से 20% तक की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. वर्तमान में लगभग 95 एमएलडी तक पानी सप्लाई हो रहा है. अगले कुछ दिनों में देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के बाद इसमें और अधिक इजाफा दर्ज किया जाएगा.

पढ़ें- अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने पहले मुख्य सचिव को बताया मेले का विलेन, अब बोले- उनकी मजबूरी थी

गौर हो कि 1 अप्रैल से हरिद्वार में शुरू हुआ महाकुंभ मेला आगामी 30 अप्रैल तक जारी रहेगा. इस दौरान 12 और 14 को धर्मनगरी में दो शाही स्नान भी होने जा रहे हैं, जिसमें लाखों की संख्या में देशभर से श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है.

देहरादून: धर्मनगरी हरिद्वार में बीती 1 अप्रैल से महाकुंभ मेले का आगाज हो चुका है. ऐसे में इन दिनों धर्मनगरी में जगह-जगह साधु संतों और श्रद्धालुओं के लिए कैंप लगाए गए हैं, जिसकी वजह से सामान्य दिनों की तुलना में पेयजल खपत में 15 से 20% तक की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.

हरिद्वार में 20 प्रतिशत तक बढ़ी पेयजल खपत.

ईटीवी भारत से बात करते हुए जल संस्थान की महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग ने बताया महाकुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए जल संस्थान और जल निगम की ओर से पेयजल आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए अलग-अलग स्थानों में ट्यूबवेल स्थापित किए गये हैं. इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर कई स्थानों पर टैंकर से भी पानी उपलब्ध कराया जा रहा है.

यूं तो सामान्य दिनों में प्रतिदिन हरिद्वार शहरवासियों की प्यास बुझाने के लिए 80.41 एमएलडी पानी की सप्लाई की जाती है, लेकिन हरिद्वार में कुंभ मेले के चलते श्रद्धालुओं और साधु संतों की भीड़ उमड़ी हुई है. ऐसे में पेयजल की मांग में भी बढ़ोतरी हो रही है. हरिद्वार में तैनात जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता राजीव सैनी ने बताया कि वर्तमान में महाकुंभ मेले के चलते पेयजल की मांग में 15 से 20% तक की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. वर्तमान में लगभग 95 एमएलडी तक पानी सप्लाई हो रहा है. अगले कुछ दिनों में देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के बाद इसमें और अधिक इजाफा दर्ज किया जाएगा.

पढ़ें- अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने पहले मुख्य सचिव को बताया मेले का विलेन, अब बोले- उनकी मजबूरी थी

गौर हो कि 1 अप्रैल से हरिद्वार में शुरू हुआ महाकुंभ मेला आगामी 30 अप्रैल तक जारी रहेगा. इस दौरान 12 और 14 को धर्मनगरी में दो शाही स्नान भी होने जा रहे हैं, जिसमें लाखों की संख्या में देशभर से श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है.

Last Updated : Apr 8, 2021, 8:20 PM IST
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