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RTO कर्मचारी के घर लूट मामले में पुलिस जल्द करेगी मुकदमा दर्ज

आरटीओ कर्मी के घर डकैती मामले पुलिस अब खुद ही मुकदमा दर्ज करने पर विचार कर रही है. पकड़े गये आरोपियों और आरटीओ कर्मी की पत्नी के दिये गये बयानों के बाद पुलिस असमंजस की स्थिति में आ गई है. जिसके बाद अब पुलिस इस मामले में अपने स्तर से सभी तरह की इन्वेस्टिगेशन कर आगे की कानूनी कार्रवाई के बारे में जल्द निर्णय लेगी.

RTO कर्मचारी के घर लूट मामले में पुलिस दर्ज कराएगी मुकदमा.
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Published : Oct 10, 2019, 7:19 PM IST

Updated : Oct 10, 2019, 7:49 PM IST

देहरादून: राजधानी के आरटीओ कार्यालय में कार्यरत RI आलोक कुमार के घर 4 महीने पहले हुई एक करोड़ 38 लाख डकैती मामले में अब पुलिस खुद ही मुकदमा दर्ज करा सकती है. दरअसल, इस मामले में आरआई की पत्नी द्वारा पुलिस को दिए गए बयान सच्चाई को गुमराह करने वाले नजर आ रहे हैं. पुलिस को दी जाने वाले तहरीर में जो लूट की रकम दिखाई गई है उसमें आरोपियों के दिये गए बयानों की तुलना बड़ा अंतर सामने आ रहा है.आरआई की पत्नी ने एसपी सिटी श्वेता चौबे के समक्ष दिये गये बयानों में लूट की जो रकम स्वीकार की है वो 25 लाख रुपए के आस पास बताई जा रही है. जबकि, घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के अनुसार ये रकम एक करोड़ 38 लाख की है.

RTO कर्मचारी के घर लूट मामले में पुलिस दर्ज कराएगी मुकदमा.

बता दें कि अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी संचालक के घर हुई डकैती मामले में गिरफ्तार होने वाले गिरोह के सरगना वीरेंद्र ठाकुर उर्फ डीआईजी और उसके अन्य साथियों ने पुलिस और मीडिया के सामने आरटीओ कर्मचारी के घर लूट के मामले को स्वीकारा था. जिसके बाद से ही ये मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है.

पढ़ें-'हां-हां और ना-ना' के बाद बोले पवार, नहीं जाऊंगा ED दफ्तर

हालांकि, घटना के 4 महीने बाद अपराधियों द्वारा खुलासा होने के बाद मुश्किल में आये आरटीओ कर्मचारी की पत्नी ने दून पुलिस को तहरीर देते हुए मात्र 25 लाख की लूट की बात स्वीकारी है. जिसके बाद से ही पुलिस असमंजस की स्थिति में है. जानकारों के मुताबिक, आयकर विभाग और ईडी से बचने के लिए आरटीओ कर्मी द्वारा पुलिस को गुमराह कर इस मामले में तहरीर दी गई है.

पढ़ें-चाकू की नोक पर नाबालिग से कुकर्म का प्रयास, मुकदमा दर्ज

पुलिस जांच में जो तथ्य आए हैं वह शिकायतकर्ता के एप्लीकेशन से अलग : एसएसपी
उधर इस मामले में देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी का मानना है कि इस मामले में आरटीओ कर्मचारी की पत्नी द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत वाली जानकारी संदेह के घेरे में है. उन्होंने बताया कि अभी तक पुलिस जांच पड़ताल में जो तथ्य सामने आए हैं वह शिकायतकर्ता की एप्लीकेशन से पूरी तरह अलग नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब पुलिस फिर से इस मामले में अपने स्तर से सभी तरह की इन्वेस्टिगेशन कर आगे की कानूनी कार्रवाई के बारे में जल्द निर्णय लेगी.

देहरादून: राजधानी के आरटीओ कार्यालय में कार्यरत RI आलोक कुमार के घर 4 महीने पहले हुई एक करोड़ 38 लाख डकैती मामले में अब पुलिस खुद ही मुकदमा दर्ज करा सकती है. दरअसल, इस मामले में आरआई की पत्नी द्वारा पुलिस को दिए गए बयान सच्चाई को गुमराह करने वाले नजर आ रहे हैं. पुलिस को दी जाने वाले तहरीर में जो लूट की रकम दिखाई गई है उसमें आरोपियों के दिये गए बयानों की तुलना बड़ा अंतर सामने आ रहा है.आरआई की पत्नी ने एसपी सिटी श्वेता चौबे के समक्ष दिये गये बयानों में लूट की जो रकम स्वीकार की है वो 25 लाख रुपए के आस पास बताई जा रही है. जबकि, घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के अनुसार ये रकम एक करोड़ 38 लाख की है.

RTO कर्मचारी के घर लूट मामले में पुलिस दर्ज कराएगी मुकदमा.

बता दें कि अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी संचालक के घर हुई डकैती मामले में गिरफ्तार होने वाले गिरोह के सरगना वीरेंद्र ठाकुर उर्फ डीआईजी और उसके अन्य साथियों ने पुलिस और मीडिया के सामने आरटीओ कर्मचारी के घर लूट के मामले को स्वीकारा था. जिसके बाद से ही ये मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है.

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हालांकि, घटना के 4 महीने बाद अपराधियों द्वारा खुलासा होने के बाद मुश्किल में आये आरटीओ कर्मचारी की पत्नी ने दून पुलिस को तहरीर देते हुए मात्र 25 लाख की लूट की बात स्वीकारी है. जिसके बाद से ही पुलिस असमंजस की स्थिति में है. जानकारों के मुताबिक, आयकर विभाग और ईडी से बचने के लिए आरटीओ कर्मी द्वारा पुलिस को गुमराह कर इस मामले में तहरीर दी गई है.

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पुलिस जांच में जो तथ्य आए हैं वह शिकायतकर्ता के एप्लीकेशन से अलग : एसएसपी
उधर इस मामले में देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी का मानना है कि इस मामले में आरटीओ कर्मचारी की पत्नी द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत वाली जानकारी संदेह के घेरे में है. उन्होंने बताया कि अभी तक पुलिस जांच पड़ताल में जो तथ्य सामने आए हैं वह शिकायतकर्ता की एप्लीकेशन से पूरी तरह अलग नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब पुलिस फिर से इस मामले में अपने स्तर से सभी तरह की इन्वेस्टिगेशन कर आगे की कानूनी कार्रवाई के बारे में जल्द निर्णय लेगी.

Intro:pls डेस्क महोदय, इस खबर से संबंधित विजुअल और बाइट ईमेल से भेजे गए हैं कृपया उठाने का कष्ट करें।


summary-आरटीओ कर्मी के घर डकैती में मामलें पुलिस ख़ुद करने जा रही मुकदमा, आरटीओ कर्मी की पत्नी के बयान मामलें को उलझाने वाले,तहरीर में डकैती की रकम में बड़ा अंतर, घटना कारित करने वाले अपराधी कबूल चुके है 1 करोड़ 38 लाख की डकैती।

आरटीओ कर्मचारी की पत्नी की बयान मामलें की सच्चाई को गुमराह करने वाले

देहरादून के आरटीओ कार्यालय में कार्यरत RI आलोक कुमार के घर 4 माह पहले एक करोड़ 38 लाख डकैती मामले में अब पुलिस खुद ही मुकदमा दर्ज करा सकती हैं, दरअसल इस मामले में आरआई की पत्नी द्वारा पुलिस को दिए गए बयान मामले की सच्चाई को गुमराह करने वाले नजर आ रहे हैं। पुलिस को दिए जाने वाले तहरीर में जो रकम लूट की दर्शाई गई है उसमें आरोपियों के दिये गए बयानों की तुलना बड़ा अंतर सामने आ रहा है। एसपी सिटी श्वेता चौबे के समक्ष आरआई की पत्नी ने अपने बयानों में जो लूट की रकम स्वीकार की है वह मात्र 25 लाख के आसपास बताई जा रही हैं। जबकि इस घटना को अंजाम देने वाले जेल में बंद अपराधीयों ने एक करोड़ 38 लाख की लूट की रकम सार्वजनिक तौर पर पहले ही कबूल कर ली हैं। ऐसे में पुलिस तथ्यों के आधार पर कानूनी राय लेकर खुद ही मुकदमा दर्ज कराने का मन बना रही हैं।


Body:बता दें कि अभिमन्यु क्रिकेट अकैडमी संचालक के घर हुई डकैती मामले में गिरफ्तार होने वाले गिरोह के सरगना वीरेंद्र ठाकुर उर्फ डीआईजी और उसके अन्य साथियों द्वारा पुलिस और मीडिया के सामने यह कबूल किया गया था कि, उनके द्वारा इसी वर्ष बीते मई माह में आरटीओ कर्मचारी के घर 1करोड़ 38 लाख की डकैती को अंजाम दिया गया था, जिसके बाद उनके छह साथियों के हिस्से में 23 -23 लाख रुपए आए थे। आरोपियों द्वारा किए गए इस सनसनी खुलासे के बाद देहरादून के आरटीओ कर्मचारी का मामला लगातार चर्चाओं में बना हुआ है। हालांकि घटना के 4 माह बाद अपराधियों द्वारा खुलासा होने के बाद बमुश्किल इसमें आरटीओ कर्मी की पत्नी द्वारा पुलिस को मात्र 25 लाख की लूट स्वीकार करते हैं तहरीर दी गई है। जानकारों के मुताबिक आयकर विभाग और ईडी से बचने के लिए आरटीओ कर्मी द्वारा पुलिस को गुमराह कर इस मामले में तहरीर दी गई है।


Conclusion:पुलिस जांच में जो तथ्य आए हैं वह शिकायतकर्ता के एप्लीकेशन से अलग नजर आ रहे हैं:एसएसपी

उधर इस मामले में देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी का मानना है कि इस मामले में आरटीओ कर्मचारी की पत्नी द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत वाली जानकारी संदेह के घेरे में है, क्योंकि अभी तक कि पुलिस जांच पड़ताल में जो तथ्य सामने आए हैं वह शिकायतकर्ता के एप्लीकेशन से पूरी तरह अलग नजर आ रहे हैं, ऐसे में पुलिस अब अपने स्तर से सभी तरह की इन्वेस्टिगेशन कर आगे की कानूनी कार्रवाई के बारे में जल निर्णय लेगी।

बाइट -अरुण मोहन जोशी,एसएसपी देहरादून
Last Updated : Oct 10, 2019, 7:49 PM IST
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