देहरादून: नगर में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. डेंगू का बुखार खतरनाक साबित हो रहा है. डेंगू से पीड़ित मरीजों का दून मेडिकल कॉलेज में आना लगातार जारी है. अस्पताल में 26 बेड का डेंगू वार्ड भी मरीजों की संख्या के लिए पर्याप्त नहीं है. वहीं, दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर एसडी जोशी का कहना है कि डेंगू वॉर्ड फुल होने की वजह से एलाइजा पॉजिटिव मरीजों को अन्य वार्डों में भर्ती किया जा रहा है.
दरअसल, देहरादून में डेंगू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते दून अस्पताल में 26 बेड का डेंगू वार्ड भी मरीजों के लिए नाकाफी साबित हो रहा है. आलम यह है कि डेंगू वार्ड फुल होने की वजह से एलाइजा पॉजिटिव मरीजों को अन्य वार्डों में भर्ती किया जा रहा है. जबकि कुछ मरीजों को ओपीडी स्तर पर ही परामर्श देकर घर पर ही दवा लेने और एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है.
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वहीं, दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर एसडी जोशी ने कहा कि डेंगू से होने वाले बुखार में जरा सी भी लापरवाही काफी खतरनाक हो सकती है. ये लीवर और किडनी जैसे महत्वपूर्ण ऑर्गन्स पर दुष्प्रभाव डाल सकती है. उन्होंने कहा कि डेंगू का बुखार लीवर के सेल्स पर हमला करता है. जिससे इस ऑर्गन को काम करने में दिक्कत आती है. इसी तरह से किडनी पर भी डेंगू का बुखार असर करता है. लेकिन वक्त के साथ दोनों ऑर्गन्स सही तरीके से फंग्शन करने लगते हैं.