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त्रिवेंद्र कैबिनेट पर कांग्रेस ने खड़े किए सवाल, कहा- 'कोरोना काल' से निपटने के लिए सरकार के पास नहीं नीति

कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सकंट की इस घड़ी में विपक्ष और जनता सरकार से जिन निर्णयों की अपेक्षा कर रही थी उस पर कोई फैसला नहीं हुआ. उन्होंने कहा प्रदेश सरकार और उसके मंत्री लगातार उदासीन बने हुए हैं.

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त्रिवेंद्र कैबिनेट पर कांग्रेस ने खड़े किये सवाल
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Published : Apr 17, 2020, 11:26 AM IST

देहरादून: राज्य कैबिनेट की बैठक में महत्वपूर्ण विषयों पर कोई निर्णय न होने पर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार को उदासीन सरकार करार देते हुए कई सवाल खड़े किये हैं. कांग्रेस का कहना है कि कोरोना संकट काल में भी सरकार कैबिनेट बैठक में कोई निर्णय नहीं ले पा रही है, जोकि एक कमजोर सरकार की निशानी है.

त्रिवेंद्र कैबिनेट पर कांग्रेस ने खड़े किये सवाल

कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सकंट की इस घड़ी में विपक्ष और जनता सरकार से जिन निर्णयों की अपेक्षा कर रही थी उस पर कोई फैसला नहीं हुआ. उन्होंने कहा प्रदेश सरकार और उसके मंत्री लगातार उदासीन बने हुए हैं. उन्होंने कहा प्रदेश के लोग बाहरी राज्यों में फंसे हुए हैं. लेकिन उस दिशा में भी राज्य सरकार ने कोई योजना नहीं बनाई, किसानों को लेकर भी कमोवेश यही हालात हैं.

पढ़ें- LOCKDOWN 2.0: उत्तराखंड के कोरोना रहित जिलों में नहीं मिलेगी राहत, जानिए क्या हुआ बदलाव

इसके अलावा मजदूर वर्ग भी सरकार की ओर टकटकी लगाए देख रहा था, मगर सरकार ने कैबिनेट बैठक में इस तरह के किसी भी मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया. चारधाम यात्रा को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा इससे करीब 5 लाख लोगों की रोजी-रोटी और उनके परिवारों का जीवन यापन होता है. चारधाम यात्रा से प्रभावित होने से होटल व्यवसायी, धर्मशाला, टैक्सी मेक्सी संचालक, बस संचालक घोड़े खच्चर वालों की समस्याओं पर सरकार ने कैबिनेट में अपनी कोई मंशा जाहिर नहीं की.

पढ़ें- LOCKDOWN 2.0: उत्तराखंड के कोरोना रहित जिलों में नहीं मिलेगी राहत, जानिए क्या हुआ बदलाव

धस्माना ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग आबादी के अनुपात में कम हो रही है, इसे कैसे बढ़ाया जाए और सरकार के पास टेस्टिंग बढ़ाने के क्या इंतजाम है ? उस पर भी कोई चर्चा नहीं की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जो भी कह रही है राज्य की कैबिनेट उसे ही अप्रूव कर रही है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया की संकट की इस घड़ी से निपटने के लिए राज्य सरकार के पास कोई नीति नहीं है, जिससे प्रभावितों को मदद नहीं मिल रही है.

कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार से किए सवाल

  • राज्य कैबिनेट ने रैंडम टेस्टिंग व टेस्टिंग का अनुपात बढ़ाने का निर्णय नहीं लिया जो होना चाहिए.
  • प्रदेश के जो लोग अन्य प्रदेशों में फंसे हुए हैं उनको लाने के लिए कोई प्लान सरकार क्यों नहीं बना रही है, जबकि गुजरात के लोगों को छोड़ने का काम सरकार कर चुकी है.
  • राज्य में गेहूं की कटाई के लिए सरकार ने अभी तक क्या किया है?
  • पहाड़ों में सेब और आलू की फसल के बारे में सरकार ने अभी तक कोई प्लान क्यों नहीं बनाया?
  • परिवहन पूरी तरह ठप रहेगा, चार धाम यात्रा प्रभावित होने की दशा में सरकार टैक्सी, मैक्सी कैब, यूटिलिटी , बस जैसी परिवहन के संचालकों , ड्राइवर क्लीनर इनके बारे में सरकार ने क्या योजना बनाई?
  • राज्य में पांच लाख लोगों की रोटी रोजी चार धाम से जुड़ी है , उनके बारे में सरकार ने क्या योजना बनाई है?

देहरादून: राज्य कैबिनेट की बैठक में महत्वपूर्ण विषयों पर कोई निर्णय न होने पर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार को उदासीन सरकार करार देते हुए कई सवाल खड़े किये हैं. कांग्रेस का कहना है कि कोरोना संकट काल में भी सरकार कैबिनेट बैठक में कोई निर्णय नहीं ले पा रही है, जोकि एक कमजोर सरकार की निशानी है.

त्रिवेंद्र कैबिनेट पर कांग्रेस ने खड़े किये सवाल

कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सकंट की इस घड़ी में विपक्ष और जनता सरकार से जिन निर्णयों की अपेक्षा कर रही थी उस पर कोई फैसला नहीं हुआ. उन्होंने कहा प्रदेश सरकार और उसके मंत्री लगातार उदासीन बने हुए हैं. उन्होंने कहा प्रदेश के लोग बाहरी राज्यों में फंसे हुए हैं. लेकिन उस दिशा में भी राज्य सरकार ने कोई योजना नहीं बनाई, किसानों को लेकर भी कमोवेश यही हालात हैं.

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इसके अलावा मजदूर वर्ग भी सरकार की ओर टकटकी लगाए देख रहा था, मगर सरकार ने कैबिनेट बैठक में इस तरह के किसी भी मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया. चारधाम यात्रा को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा इससे करीब 5 लाख लोगों की रोजी-रोटी और उनके परिवारों का जीवन यापन होता है. चारधाम यात्रा से प्रभावित होने से होटल व्यवसायी, धर्मशाला, टैक्सी मेक्सी संचालक, बस संचालक घोड़े खच्चर वालों की समस्याओं पर सरकार ने कैबिनेट में अपनी कोई मंशा जाहिर नहीं की.

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धस्माना ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग आबादी के अनुपात में कम हो रही है, इसे कैसे बढ़ाया जाए और सरकार के पास टेस्टिंग बढ़ाने के क्या इंतजाम है ? उस पर भी कोई चर्चा नहीं की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जो भी कह रही है राज्य की कैबिनेट उसे ही अप्रूव कर रही है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया की संकट की इस घड़ी से निपटने के लिए राज्य सरकार के पास कोई नीति नहीं है, जिससे प्रभावितों को मदद नहीं मिल रही है.

कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार से किए सवाल

  • राज्य कैबिनेट ने रैंडम टेस्टिंग व टेस्टिंग का अनुपात बढ़ाने का निर्णय नहीं लिया जो होना चाहिए.
  • प्रदेश के जो लोग अन्य प्रदेशों में फंसे हुए हैं उनको लाने के लिए कोई प्लान सरकार क्यों नहीं बना रही है, जबकि गुजरात के लोगों को छोड़ने का काम सरकार कर चुकी है.
  • राज्य में गेहूं की कटाई के लिए सरकार ने अभी तक क्या किया है?
  • पहाड़ों में सेब और आलू की फसल के बारे में सरकार ने अभी तक कोई प्लान क्यों नहीं बनाया?
  • परिवहन पूरी तरह ठप रहेगा, चार धाम यात्रा प्रभावित होने की दशा में सरकार टैक्सी, मैक्सी कैब, यूटिलिटी , बस जैसी परिवहन के संचालकों , ड्राइवर क्लीनर इनके बारे में सरकार ने क्या योजना बनाई?
  • राज्य में पांच लाख लोगों की रोटी रोजी चार धाम से जुड़ी है , उनके बारे में सरकार ने क्या योजना बनाई है?
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