देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आचार संहिता लगने के बाद लगातार मंदिरों, गुरुद्वारों के चक्कर काट रहे हैं. रविवार को सीएम गुरुद्वारे गए थे. आज यानी सोमवार सुबह देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया. राजनीतिक के जानकार इसे 14 फरवरी को होने वाले चुनाव के मद्देनजर धार्मिक अभियान के साथ-साथ वोट साधने की राजनीति मान रहे हैं.
प्रदेश में शनिवार से आचार संहिता लग चुकी है. इसके बाद सरकारी कामकाज पर भी अब चुनावी लिहाज से विराम लग चुका है. हालांकि प्रशासनिक कार्य जारी हैं. वहीं कामकाज से थोड़ा हल्के हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार भगवान की शरण में जा रहे हैं. रविवार को मुख्यमंत्री देहरादून ऋषिकेश स्थित गुरुद्वारे की अरदास में शामिल पर हुए थे. सोमवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टपकेश्वर महादेव में जलाभिषेक करने पहुंचे.
दरअसल आज सोमवार है. सोमवार को शिव भक्तों का दिन माना जाता है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शिव भक्त हैं. टपकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर सीएम धामी ने जलाभिषेक किया. भगवान शिव से पूरे प्रदेश वासियों के साथ-साथ निश्चित तौर से आगामी चुनाव में खुद के लिए जीत की कामना की होगी.
आपको बता दें कि उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान होना है. लिहाजा उत्तराखंड में भाजपा की बागडोर आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मदन कौशिक और मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी को दी है. इसे देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से विधायक हैं. उधम सिंह नगर इस वक्त पूरी तरह से आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सेंटर बना हुआ है.
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कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत उधम सिंह नगर में झोंक रखी है. उत्तराखंड में मुख्यमंत्रियों के चुनाव में जाने का इतिहास बेहद बुरा है. कई बार उत्तराखंड में मुख्यमंत्री रहे नेता अगले विधानसभा चुनाव में अपनी सीट तक बचाने में नाकाम साबित हुए हैं. पिछले चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत दोनों सीटों से चुनाव हार गए थे. ऐसे में युवा और जुझारू मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी निश्चित तौर से उत्तराखंड के बीते इतिहास को बदलने के मकसद से इन विधानसभा चुनाव में पूरे दिलो जान से जुटे हुए हैं. यही वजह है कि वह विशुद्ध रूप से चुनाव में जाने के लिए शिवालय और गुरुद्वारे से शुरुआत कर रहे हैं.