ETV Bharat / city

सालों से निगम की संपत्ति पर चल रहे सरकारी दफ्तरों का बढ़ेगा किराया, बोर्ड बैठक में रखा जाएगा प्रस्ताव

साल 1980 के बाद से लेकर अबतक नगर निगम ने अपने किराया शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया है. जिसकी वजह से महंगाई के इस दौर में नगर निगम को सालों से खासा नुकसान हो रहा है.

author img

By

Published : Feb 22, 2019, 11:05 PM IST

देहरादून नगर निगम

देहरादून: महंगाई के इस दौर में आज भी देहरादून नगर निगम की संपत्ति पर चल रहे कुछ कार्यालय ऐसे हैं जो बतौर किराया 500 रुपए प्रति वर्ष या 250 रुपए प्रति माह नगर निगम को देते आ रहे हैं. ऐसे में इसी माह के अंत में होने जा रही निगम की बोर्ड बैठक में अब नगर निगम प्रशासन अपने किराया शुल्क में बढ़ोतरी का प्रस्ताव लाने का मन बना चुका है.

पढ़ें- 'सेना मेडल' से सम्मानित होंगे देवभूमि का ये जांबाज, बारामुला में दुश्मन के पोस्ट कमांडर को किया था ढेर

बता दें, साल 1980 के बाद से लेकर अबतक नगर निगम ने अपने किराया शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया है. जिसकी वजह से आज भी नगर निगम की संपत्ति पर चल रहे ये कार्यालय उस दौर में तय की गई किराए की रकम को ही नगर निगम में जमा कर रहे हैं. जिसकी वजह से महंगाई के इस दौर में नगर निगम को सालों से खासा नुकसान हो रहा है.

undefined
देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा का बड़ा फैसला

आगामी बोर्ड बैठक में किराया शुल्क में बढ़ोतरी के संबंध में जानकारी देते हुए देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि इसी माह के अंत में होने जा रही बोर्ड बैठक में निगम की सम्पत्ति के किराए शुल्क में बढ़ोतरी को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा. नगर निगम की संपत्ति पर चल रहे सभी कार्यालय और दुकानों से वसूले जाने वाला किराया शुल्क वर्तमान समय के हिसाब से तय किया जाएगा. जिसमें दुकानों से लगभग 3 हजार रुपए किराया वसूले जाने का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखा जाएगा.

देहरादून: महंगाई के इस दौर में आज भी देहरादून नगर निगम की संपत्ति पर चल रहे कुछ कार्यालय ऐसे हैं जो बतौर किराया 500 रुपए प्रति वर्ष या 250 रुपए प्रति माह नगर निगम को देते आ रहे हैं. ऐसे में इसी माह के अंत में होने जा रही निगम की बोर्ड बैठक में अब नगर निगम प्रशासन अपने किराया शुल्क में बढ़ोतरी का प्रस्ताव लाने का मन बना चुका है.

पढ़ें- 'सेना मेडल' से सम्मानित होंगे देवभूमि का ये जांबाज, बारामुला में दुश्मन के पोस्ट कमांडर को किया था ढेर

बता दें, साल 1980 के बाद से लेकर अबतक नगर निगम ने अपने किराया शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया है. जिसकी वजह से आज भी नगर निगम की संपत्ति पर चल रहे ये कार्यालय उस दौर में तय की गई किराए की रकम को ही नगर निगम में जमा कर रहे हैं. जिसकी वजह से महंगाई के इस दौर में नगर निगम को सालों से खासा नुकसान हो रहा है.

undefined
देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा का बड़ा फैसला

आगामी बोर्ड बैठक में किराया शुल्क में बढ़ोतरी के संबंध में जानकारी देते हुए देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि इसी माह के अंत में होने जा रही बोर्ड बैठक में निगम की सम्पत्ति के किराए शुल्क में बढ़ोतरी को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा. नगर निगम की संपत्ति पर चल रहे सभी कार्यालय और दुकानों से वसूले जाने वाला किराया शुल्क वर्तमान समय के हिसाब से तय किया जाएगा. जिसमें दुकानों से लगभग 3 हजार रुपए किराया वसूले जाने का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखा जाएगा.

Intro:महंगाई के इस दौर में आज भी देहरादून नगर निगम की संपत्ति पर चलने वाले कुछ कार्यालय ऐसे हैं जो बतौर किराया महज 500 रुपए प्रति वर्ष या 250 रुपए प्रति माह किराया ही नगर निगम को देते आ रहे हैं। ऐसे में इसी माह के अंत में होने जा रही निगम की बोर्ड बैठक में अब नगर निगम प्रशासन अपने किराया शुल्क में बढ़ोतरी का प्रस्ताव लाने का मन बना चुका है ।





Body:दरअसल स्थिति कुछ यह है कि साल 1980 के बाद से लेकर अब तक नगर निगम ने अपने किराया शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया है। जिसकी वजह से आज भी नगर निगम की संपत्ति पर चल रहे यह कार्यालय उस दौर में तय की गई किराए की रकम को ही नगर निगम में जमा कर रहे हैं। जिसकी वजह से महंगाई के इस दौर में नगर निगम को सालों से खासा नुकसान हो रहा है।



Conclusion:आगामी बोर्ड बैठक में किराया शुल्क में बढ़ोतरी के संबंध में जानकारी देते हुए देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि इसी माह के अंत मे होने जा रही बोर्ड बैठक में निगम की सम्पत्ति के किराए शुल्क में बढ़ोतरी को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा । नगर निगम की संपत्ति पर चल रहे सभी कार्यालय और दुकानों से वसूले जाने वाला किराया शुल्क वर्तमान समय के हिसाब से तय किया जाएगा। जिसमें दुकानों से लगभग 3000 रुपए कराया वसूले जाने का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखा जाएगा

गौरतलब है कि राजधानी देहरादून स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब, बीजेपी महानगर कार्यालय ,सपा और बसपा कार्यालय सालों से नगर निगम की ही संपत्ति पर चल रहे हैं । लेकिन बतौर किराया ये सभी कार्यालय निगम को सालो से महज 500 रुपए प्रति वर्ष या महज 250 रुपए प्रतिमाह ही देते आ रहे हैं।

बाइट- सुनील उनियाल गामा मेयर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.