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संविधान की पहली प्रति छापने वाली प्रिंटिंग मशीन की गई नीलाम

सर्वे ऑफ इंडिया में मौजूद दो प्रिंटिंग मशीनों को नीलाम किया गया है. यह वही मशीनें हैं जिनसे देश के संविधान की सबसे पहले प्रतियां छापी गई थी.

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कूड़े के भाव नीलाम की गई संविधान की पहली प्रति छापने वाली प्रिंटिंग मशीन
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Published : Jan 26, 2020, 3:28 AM IST

देहरादून: आज पूरा देश 71वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है. आज ही वो दिन है जब देश में संविधान लागू हुआ था. भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. संविधान बनने के बाद पहली हजार प्रतियां देहरादून में छापी गई थी. जिस ऐतिहासिक प्रिंटिंग मशीन से संविधान की पहली छपाई की गई थी उन मशीनों को देहरादून के सर्वे ऑफ इंडिया ने कूड़े के भाव में नीलाम कर दिया है.

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संविधान की पहली प्रति

जानकारी के अनुसार सर्वे ऑफ इंडिया में मौजूद दो प्रिंटिंग मशीनों को नीलाम किया गया है. यह वही मशीनें हैं जिनसे देश के संविधान की सबसे पहले प्रतियां छापी गई थी. बताया जा रहा है कि इन ऐतिहासिक प्रिंटिंग मशीनों के बेहद पुराने और कंडम होने के चलते सर्वे ऑफ इंडिया ने यह निर्णय लिया. जिसके बाद अब इन एतिहासिक धरोहर वाली इन मशीनों को नीलाम किया गया.

पढ़ें-छात्रवृत्ति घोटाला: छात्रों से पूछताछ के बाद कई कॉलेज SIT के रडार पर, जल्द दर्ज होगी FIR

सर्वे ऑफ इंडिया प्रिंटिंग के लिए अब नई टेक्नोलॉजी की बेहद हाईटेक मशीनों का इस्तेमाल करता है. जिसके कारण पुरानी हो चुकी इन मशीनों की शायद अब सर्वे ऑफ इंडिया को जरुरत नहीं है. कारण कुछ भी हो लेकिन भारत के ऐतिहासिक संविधान से जुड़ी कोई भी चीज हर भारतवासी के लिए बेहद खास है. ऐसे में इन प्रिंटिंग मशीनों को इस तरह नीलाम किया जाना बेहद दुःखद है.

पढ़ें-राखी ने गुलदार से बचाई भाई की जान, राष्ट्रपति से मिलेगा वीरता पुरस्कार

बताया जा रहा है कि फिलहाल सर्वे ऑफ इंडिया कुछ और पुरानी तकनीक से जुड़ी प्रिंटिंग मशीनों को जल्द नीलाम करने जा रहा है. हालांकि सर्वे ऑफ इंडिया में संविधान की पहली प्रति को बेहद संजोकर रखा गया है.इसके रखरखाव के लिए अलग से व्यवस्थाएं भी की गई हैं.

देहरादून: आज पूरा देश 71वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है. आज ही वो दिन है जब देश में संविधान लागू हुआ था. भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. संविधान बनने के बाद पहली हजार प्रतियां देहरादून में छापी गई थी. जिस ऐतिहासिक प्रिंटिंग मशीन से संविधान की पहली छपाई की गई थी उन मशीनों को देहरादून के सर्वे ऑफ इंडिया ने कूड़े के भाव में नीलाम कर दिया है.

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संविधान की पहली प्रति

जानकारी के अनुसार सर्वे ऑफ इंडिया में मौजूद दो प्रिंटिंग मशीनों को नीलाम किया गया है. यह वही मशीनें हैं जिनसे देश के संविधान की सबसे पहले प्रतियां छापी गई थी. बताया जा रहा है कि इन ऐतिहासिक प्रिंटिंग मशीनों के बेहद पुराने और कंडम होने के चलते सर्वे ऑफ इंडिया ने यह निर्णय लिया. जिसके बाद अब इन एतिहासिक धरोहर वाली इन मशीनों को नीलाम किया गया.

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सर्वे ऑफ इंडिया प्रिंटिंग के लिए अब नई टेक्नोलॉजी की बेहद हाईटेक मशीनों का इस्तेमाल करता है. जिसके कारण पुरानी हो चुकी इन मशीनों की शायद अब सर्वे ऑफ इंडिया को जरुरत नहीं है. कारण कुछ भी हो लेकिन भारत के ऐतिहासिक संविधान से जुड़ी कोई भी चीज हर भारतवासी के लिए बेहद खास है. ऐसे में इन प्रिंटिंग मशीनों को इस तरह नीलाम किया जाना बेहद दुःखद है.

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बताया जा रहा है कि फिलहाल सर्वे ऑफ इंडिया कुछ और पुरानी तकनीक से जुड़ी प्रिंटिंग मशीनों को जल्द नीलाम करने जा रहा है. हालांकि सर्वे ऑफ इंडिया में संविधान की पहली प्रति को बेहद संजोकर रखा गया है.इसके रखरखाव के लिए अलग से व्यवस्थाएं भी की गई हैं.

Intro:summary- भारत के संविधान को प्रिंट करने वाली ऐतिहासिक मशीनें कबाड़ के भाव नीलाम कर दी गयी है..देहरादून के सर्वे ऑफ इंडिया ने बेहद पुरानी इस ऐतिहासिक मशीन को नीलामी के बाद कबाड़ के भाव बेच दिया गया....


Body:देश में 26 नवंबर 1949 को प्रारूप समिति द्वारा तैयार किए गए संविधान को स्वीकृति दे दी गई.. जिसके बाद 26 जनवरी 1950 को देशभर में संविधान लागू हो गया.. देश आज 71 वा गणतंत्र दिवस मना रहा है..लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के संविधान की पहली हजार प्रतियां जिस ऐतिहासिक प्रिंटिंग मशीन में छापी गई, उसे कूड़े के भाव नीलाम कर दिया गया है।। जानकारी के अनुसार सर्वे ऑफ इंडिया में मौजूद दो प्रिंटिंग मशीनों को नीलाम किया गया है... यह वही मशीनें हैं जिन्होंने देश के संविधान को स्वीकृति मिलने के बाद सबसे पहले इसकी प्रतियां छापी थी... बताया जा रहा है कि इन ऐतिहासिक प्रिंटिंग मशीनों के बेहद पुराना और कंडम होली के चलते सर्वे ऑफ इंडिया ने यह निर्णय लिया कि इन मशीनों को नीलाम किया जाएगा..जिसके बाद संविधान से जुड़ी इन धरोहरों को नीलाम कर दिया गया... सर्वे ऑफ इंडिया वे प्रिंटिंग के लिए अब नई टेक्नोलॉजी की बेहद हाईटेक मशीनों से मैप के प्रिंट किए जाते हैं... लेकिन भारत के संविधान से जुड़े ऐतिहासिक धरोहर प्रिंटिंग मशीनों को इस तरह नीलाम किया जाना बेहद दुःखद है... बताया जा रहा है कि फिलहाल सर्वे ऑफ इंडिया कुछ और पुरानी तकनीक से जुड़ी प्रिंटिंग मशीनों को जल्द नीलाम करने जा रहा है।। हालांकि सर्वे ऑफ इंडिया में संविधान की पहली प्रति को बेहद संजोकर रखा गया है और इसके रखरखाव के लिए अलग व्यवस्था भी की गई है लेकिन कैन सरकार का यह संस्थान प्रिंटिंग करने वाली ऐतिहासिक मशीन को सुरक्षित नहीं रख पाया।




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