देहरादून: सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने एनसीईआरटी और फीस एक्ट सहित तमाम मुद्दों पर शासन स्तर के अधिकारियों से नाराजगी जताई है. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि शिक्षा माफिया के खिलाफ उन्होंने काम किया है और अब ये सब लोग मिलकर उनके खिलाफ काम कर रहे हैं. वहीं, तबादला एक्ट को लेकर अरविंद पांडे ने उन सभी शिक्षकों से माफी मांगी है, जिन्हें ट्रांसफर एक्ट के तहत न्याय नहीं मिला है.
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कहना है कि वह जब तक शिक्षा मंत्री हैं सूबे की शिक्षा व्यवस्था के साथ अन्याय नहीं होने देंगे. शिक्षा मंत्री के इस बयान का साफ मतलब है कि उन्होंने ट्रांसफर एक्ट पर सवाल खड़े किए हैं. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बड़े दर्द के साथ उन शिक्षकों से माफी मांगी जिनके साथ वह फीस एक्ट लागू होने के बाद भी न्याय नहीं कर पाए हैं.
प्रदेश में किताबों को लेकर चल रही लूट पर उन्होंने फीस एक्ट के जरिए लगाम लगाने की कोशिश की है. इस दौरान शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने फीस एक्ट पर तत्परता नहीं दिखाई है. साथ ही कहा कि ट्रांसफर एक्ट और एनसीईआरटी पर भी लापरवाही बरती गई है, जिसकी शिकायत वे मुख्यमंत्री से करेंगे.
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शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि पिछले कई सालों से दुर्गम पहाड़ों में अपनी सेवाएं देते आ रहे शिक्षकों ने जो उम्मीद ट्रांसफर एक्ट से लगाई थी, उसके बाद भी वो उन्हें न्याय नहीं दे पाये हैं. इसके लिये उन्होंने दुख जताया. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कहना है कि वह तमाम शिक्षक जो जवानी पर पहाड़ में अपनी सेवाएं देने गए थे लेकिन बुढ़ापा आने के बाद भी उनकी किसी ने नहीं सुनी है. अरविंद पांडे ने कहा कि वह जबतक शिक्षा मंत्री रहेंगे उन शिक्षकों के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे.