देहरादून: युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के राज्य सरकार के सभी दावे हवा-हवाई साबित होते नजर आ रहे हैं. राजधानी देहरादून के सेवायोजन कार्यालय में इस साल अब तक कुल 14,509 युवा पंजीकरण करा चुके हैं. इसमें देहरादून, डोइवाला, विकासनगर और ऋषिकेश के युवा शामिल हैं. जिससे साफ तौर पर साबित होता है कि प्रदेश के युवा रोजगार की तलाश में दर-दर भटकने को मजबूर हैं.
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उन्होंने बताया कि हर साल पंजीकृत बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय की ओर से रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है. इस साल अब तक आयोजित 4 रोजगार मेलों में 273 युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है.
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वहीं, प्रदेश में साल दर साल बढ़ रही बेरोजगार युवाओं की फौज पर वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार ने भी चिंता जाहिर की है. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सेवायोजन कार्यालय देहरादून से जो आंकड़ें सामने आया हैं वो वास्तविक नहीं है बल्कि बेरोजगारों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है. उन्होंने कहा कि हकीकत यह है की इसके अलावा भी कई युवा रोजगार की तलाश में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं.