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10 दिनों में डेढ़ करोड़ शिव भक्त पहुंचे 'देवभूमि', 250 कैमरे से की जा रही निगरानी

कांवड़ मेले के दौरान प्रतिदिन पूरे उत्तर भारत से लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार औक ऋषिकेश पहुंच रहे हैं. कांवड़ मेले के कारण भारी भीड़ के चलते अपने परिवारों से बिछड़ने वाले 616 लोगों को उत्तराखंड पुलिस (सीसीआर टीम ) ने उनके परिवार से मिलाया है

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Published : Jul 26, 2019, 11:49 PM IST

Updated : Jul 27, 2019, 12:03 AM IST

10 दिनों में डेढ़ करोड़ शिव भक्त पहुंचे 'देवभूमि'.

देहरादून: सावन के पावन महीने में आयोजित होने वाले कावड़ मेले के दौरान उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार में पिछले 10 दिनों में डेढ़ करोड़ से अधिक शिव भक्त पवित्र गंगा जल भरकर अपने-अपने गंतव्य को प्रस्थान कर चुके हैं. जबकि 20 लाख से अधिक कांवड़िए नीलकंठ महादेव के दर्शन कर चुके हैं. उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों से हर दिन लाखों श्रद्धालु हरिद्वार के साथ ऋषिकेश, नीलकंठ, गंगोत्री जैसे अन्य शिव धामों में पहुंच रहे हैं. हरिद्वार से ऋषिकेश और नीलकंठ तक 250 सीसीटीवी कैमरों की मदद से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई है. जिसकी सीधी मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय में की जा रही है. कांवड़ मेले को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए 10 हजार से ज्यादा जवान अलग-अलग स्थानों पर तैनात किए गए हैं.

616 लोगों को परिवारों से मिलाया
कांवड़ मेले के दौरान प्रतिदिन पूरे उत्तर भारत से लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंच रहे हैं. कांवड़ मेले के कारण भारी भीड़ के चलते अपने परिवारों से बिछड़ने वाले 616 लोगों को उत्तराखंड पुलिस (सीसीआर टीम )ने उनके परिवारों से मिलाया है. कावड़ यात्रा के दौरान अपने परिजनों से बिछड़ने वाले लोगों की खोजबीन के लिए उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार और ऋषिकेश में विशेष तौर पर नगर नियंत्रण कक्ष (सीसीआर ) केंद्र बनाया है.

10 दिनों में डेढ़ करोड़ शिव भक्त पहुंचे 'देवभूमि'.

पढ़ें-असम एनआरसी : सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त तक बढ़ाई समय सीमा

41 लोगों को गंगा में डूबने बचाया
कांवड़ यात्रा के दौरान अब तक 41 लोगों को डूबने से बचाया जा चुका है. हरिद्वार और ऋषिकेश स्थित 20 प्रमुख स्थानों पर एसडीआरएफ, डीप डाइविंग टीम, जल पुलिस ,पीएससी व आपदा राहत कंपनी के 150 जवान को तैनात किया गया है.

पढ़ें-ऑल वेदर रोड निर्माण में ठेकेदारों की मनमानी, धूल और मलबे भरे रास्ते से निकलने को मजबूर कांवड़िए

250 सीसीटीवी से निगरानी
उत्तराखंड में कांवड़ मेले को शांति व सफल तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस ने हरिद्वार में 150 और ऋषिकेश से लेकर नीलकंठ तक 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग हरिद्वार कंट्रोल रूम के साथ-साथ देहरादून स्थित पुलिस मुख्यालय से की जा रही है.

पढ़ें-परिवहन विभाग के बेड़े में शामिल होंगी 300 नईं बसें, इलेक्ट्रिक बसों के लिए भेजा गया प्रस्ताव

वहीं 30 जुलाई तक चलने वाली कांवड़ यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि इस साल हरिद्वार में पहले की अपेक्षा बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं. जिसके चलते अब तक किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है. इस बार लगभग 10 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है.

पढ़ें-सिर्फ बांस से ही क्यों बनती है कांवड़, जानिए इसके पीछे का रहस्य...

डीजी अशोक कुमार के मुताबिक यात्रा के अंतिम चार दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन चार दिनों में पहले से कई गुना कावड़िओं के आने से पुलिस की चुनौती बढ़ेगी. 28 से 30 जुलाई तक प्रतिदिन 50 लाख से ज्यादा शिव भक्तों के हरिद्वार और ऋषिकेश में पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.

देहरादून: सावन के पावन महीने में आयोजित होने वाले कावड़ मेले के दौरान उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार में पिछले 10 दिनों में डेढ़ करोड़ से अधिक शिव भक्त पवित्र गंगा जल भरकर अपने-अपने गंतव्य को प्रस्थान कर चुके हैं. जबकि 20 लाख से अधिक कांवड़िए नीलकंठ महादेव के दर्शन कर चुके हैं. उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों से हर दिन लाखों श्रद्धालु हरिद्वार के साथ ऋषिकेश, नीलकंठ, गंगोत्री जैसे अन्य शिव धामों में पहुंच रहे हैं. हरिद्वार से ऋषिकेश और नीलकंठ तक 250 सीसीटीवी कैमरों की मदद से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई है. जिसकी सीधी मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय में की जा रही है. कांवड़ मेले को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए 10 हजार से ज्यादा जवान अलग-अलग स्थानों पर तैनात किए गए हैं.

616 लोगों को परिवारों से मिलाया
कांवड़ मेले के दौरान प्रतिदिन पूरे उत्तर भारत से लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंच रहे हैं. कांवड़ मेले के कारण भारी भीड़ के चलते अपने परिवारों से बिछड़ने वाले 616 लोगों को उत्तराखंड पुलिस (सीसीआर टीम )ने उनके परिवारों से मिलाया है. कावड़ यात्रा के दौरान अपने परिजनों से बिछड़ने वाले लोगों की खोजबीन के लिए उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार और ऋषिकेश में विशेष तौर पर नगर नियंत्रण कक्ष (सीसीआर ) केंद्र बनाया है.

10 दिनों में डेढ़ करोड़ शिव भक्त पहुंचे 'देवभूमि'.

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41 लोगों को गंगा में डूबने बचाया
कांवड़ यात्रा के दौरान अब तक 41 लोगों को डूबने से बचाया जा चुका है. हरिद्वार और ऋषिकेश स्थित 20 प्रमुख स्थानों पर एसडीआरएफ, डीप डाइविंग टीम, जल पुलिस ,पीएससी व आपदा राहत कंपनी के 150 जवान को तैनात किया गया है.

पढ़ें-ऑल वेदर रोड निर्माण में ठेकेदारों की मनमानी, धूल और मलबे भरे रास्ते से निकलने को मजबूर कांवड़िए

250 सीसीटीवी से निगरानी
उत्तराखंड में कांवड़ मेले को शांति व सफल तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस ने हरिद्वार में 150 और ऋषिकेश से लेकर नीलकंठ तक 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग हरिद्वार कंट्रोल रूम के साथ-साथ देहरादून स्थित पुलिस मुख्यालय से की जा रही है.

पढ़ें-परिवहन विभाग के बेड़े में शामिल होंगी 300 नईं बसें, इलेक्ट्रिक बसों के लिए भेजा गया प्रस्ताव

वहीं 30 जुलाई तक चलने वाली कांवड़ यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि इस साल हरिद्वार में पहले की अपेक्षा बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं. जिसके चलते अब तक किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है. इस बार लगभग 10 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है.

पढ़ें-सिर्फ बांस से ही क्यों बनती है कांवड़, जानिए इसके पीछे का रहस्य...

डीजी अशोक कुमार के मुताबिक यात्रा के अंतिम चार दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन चार दिनों में पहले से कई गुना कावड़िओं के आने से पुलिस की चुनौती बढ़ेगी. 28 से 30 जुलाई तक प्रतिदिन 50 लाख से ज्यादा शिव भक्तों के हरिद्वार और ऋषिकेश में पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.

Intro:summary-कांवड़ मेले के 10 दिनों में डेड करोड़ शिवभक्त पहुँचे हरिद्वार,20 लाख कावड़ियों ने किये नीलकंठ महादेव के दर्शन, 41 लोगों को अब तक जल पुलिस ने गंगा जी में डूबने से बचाया, कांवड़ मेले में बिछड़े हुए 616 लोगों को उनके परिवार से मिलाया गया।

सावन के पावन महीने में आयोजित होने वाले कावड़ मेले के दौरान उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार में पिछले 10 दिनों में डेढ़ करोड़ से अधिक शिव भक्त पवित्र गंगा जल भरकर अपने अपने गंतव्य में प्रस्थान कर चुके हैं। जबकि 20 लाख से अधिक कावड़िए नीलकंठ महादेव के दर्शन अब तक कर चुके हैं। उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों से प्रतिदिन लाखों शिव श्रद्धालु हरिद्वार के साथ ऋषिकेश नीलकंठ गंगोत्री जैसे अन्य शिव धाम में पहुंच रहे हैं। हरिद्वार से ऋषिकेश नीलकंठ तक 250 सीसीटीवी कैमरों की मदद से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई है जिसकी सीधी मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय द्वारा की जा रही है। कांवड़ मेले को शांति व सफल तरीके से संपन्न कराने के दृष्टिगत लगभग 10 हज़ार से ज्यादा जवान अलग अलग स्थानों में तैनात किए गए हैं।



Body:कांवड़ मेला में अपनो से से बिछड़ने वाले 616 लोगों को अब तक पुलिस ने खोजबीन कर परिवारों से मिलाया

कांवड़ मेले के दौरान प्रतिदिन पूरे उत्तर भारत से लाखों की संख्या में हरिद्वार ऋषिकेश सहित अन्य शिव धामों में पहुंचने के दौरान कांवड़ मेले भारी भीड़ के चलते अपने परिवारों से बिछड़ने वाले 616 लोगों को उत्तराखंड पुलिस (सीसीआर टीम )द्वारा उनके परिवारों से मिलाया जा चुका है. कावड़ यात्रा के दौरान अपने परिजनों से बिछड़ने वाली व्यक्तियों खोजबीन के लिए उत्तराखंड पुलिस हरिद्वार ऋषिकेश में विशेष तौर पर नगर नियंत्रण कक्ष (सीसीआर )खोया पाया केंद्र बनाया है।

41 लोगों को गंगा में डूबने से जल पुलिस द्वारा बचाया

कावड़ यात्रा के दौरान भारी संख्या में हरिद्वार गंगा घाटों पर पर स्नान के दौरान अब तक 41 लोगों को डूबने से उत्तराखंड जल पुलिस व एसडीआरएफ द्वारा बचाया जा चुका है। हरिद्वार ऋषिकेश स्थित 20 प्रमुख स्थानों में एसडीआरएफ ,डीप डाइविंग टीम, जल पुलिस ,पीएससी व आपदा राहत कंपनी के 150 जवान गंगा में तेज बहाव से बचाने के लिए तैनात किए गए हैं।

सुरक्षा के दृष्टिगत हरिद्वार से ऋषिकेश तक 250 सीसीटीवी से निगरानी

उत्तराखंड में कांवड़ मेले को शांति व सफल तरीके से संपन्न कराने की दृष्टि में पुलिस विभाग द्वारा हरिद्वार में 150 और ऋषिकेश से लेकर नीलकंठ तक 100 सीसीटीवी कैमरा की निगरानी से सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य तरह के चौकसी को चाक-चौबंद बनाया गया है। कावड़ यात्रा के दृष्टिगत हरिद्वार से लेकर नीलकंठ तक सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग हरिद्वार कंट्रोल रूम के साथ-साथ देहरादून स्थित पुलिस मुख्यालय से निगरानी रख जरूरी दिशा निर्देश महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा किए जा रहे हैं।


Conclusion:बेहतर पुलिस व्यवस्था के चलते अभी तक कांवड़ मेले में कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं :डीजी

वही 30 जुलाई तक चलने वाले कावड़ यात्रा के संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि प्रतिदिन लाखों की तादात में आने वाले शिव भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर यातायात को बहाल रखने के लिए इस वर्ष हरिद्वार में पहले की अपेक्षा बेहतर व्यवस्था बनाई गई है जिसके चलते अब तक किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना के चलते यात्रा सफल तरीके से चल रही है। डीजी अशोक कुमार के मुताबिक कांवड़ मेले में हरिद्वार ऋषिकेश नीलकंठ व अन्य शिव धाम में कावड़ियों की व्यवस्था के लिए इस बार लगभग 10 हज़ार से ज्यादा जवानों को अलग-अलग ड्यूटी पर तैनात किया गया हैं। इसके साथ ही लाखों की तादात में आने वाले वाहनों को व्यवस्थित पार्किंग देने के साथ सड़क हादसों को रोकने के लिए इस बार पुलिस द्वारा पुख्ता तैयारी की गई है जिसके चलते अभी तक कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है हालांकि कुछ छुटपुट घटनाओं में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचा कर राहत देने का कार्य हैं।

बाइट- अशोक कुमार, महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड

यात्रा के अगले 4 दिन पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण: डीजी

डीजी अशोक कुमार के मुताबिक यात्रा के अंतिम चार दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं इन चार दिनों में प्रतिदिन पहले से कई गुना भारी संख्या में कावड़ियों का संख्या में कावड़ियों के आवागमन को देखते हुए पुलिस फोर्स को पूरी चुनौती से कार्य करने दिशा निर्देश दिए गए हैं। 28 से 30 जुलाई तक प्रतिदिन 50 लाख से ज्यादा शिव भक्तों के हरिद्वार ऋषिकेश में पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है ऐसे में यात्रा के अंतिम दिनों में कांवड़ मेले को सफल बनाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा सभी तरह के इंतजामों को धरातल पर बेहतर तरीके से बनाने के निर्देश दिए गए हैं।


बाइट- अशोक कुमार, महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड
Last Updated : Jul 27, 2019, 12:03 AM IST
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