मुंबई: कोरोना वायरस का साया देश के शेयर बाजार पर फिर मंडराने लगा है. कमजोर विदेशी संकेतों और घरेलू कारकों से शेयर बाजार में सोमवार को फिर कोहराम मच गया. एक समय सेंसेक्स में 2,030 अंकों की गिरावट दिखी. वहीं, निफ्टी भी 600 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली.
अमेरिका और चीन के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ने से सोमवार को दुनियाभर के बाजारों में बिकवाली का जोर रहा. इसके परिणामस्वरूप बंबई शेयर बाजार में भी बिकवाली निकलने से सेंसेक्स 5.94 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 2,002.27 अंक लुढ़क गया.
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों पर आधारित बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक सोमवार को 2002.27 अंक यानी 5.94 प्रतिशत गिरकर 31,715.35 अंक पर बंद हुआ.
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इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक भी 566.40 अंक यानी 5.74 प्रतिशत गिरकर 9,293.50 अंक रह गया.
शुरुआती कारोबार में बाजार
इससे पहले शुरुआती कारोबार में शेयर बाजारों में गिरावट के रुख देखने को मिला. भारी बिकवाली के चलते सेंसेक्स 1,500 अंक से अधिक गिरकर खुला जबकि निफ्टी 9,400 अंक से नीचे खुला. बता दें कि पिछले सत्र के कारोबार में सेंसेक्स 33,717.62 अंक पर और निफ्टी 9,859.90 अंक पर बंद हुआ था.
निफ्टी के टॉप तेजी वाले शेयर
- सिपला: 3.71
- भारती एयरटेल: 3.24
- सन फार्मा: 0.33
निफ्टी के टॉप गिरावट वाले शेयर
- हिंडाल्को: -10.68
- आईसीआईसीआई बैंक: -10.56
- वेदांता लिमिटेड: -10.44
- बजाज फाइनेंस: -9.99
- एचडीएफसी: -9.98
बड़ी डील के बाद भी गिरे रिलायंस के शेयर
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर इस दौरान दो प्रतिशत घट गया. कंपनी ने गत बृहस्पतिवार को पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के परिणाम जारी किये जिसमें कंपनी ने अब तक किसी एक तिमाही में मुनाफे में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की. जनवरी से मार्च 2020 तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 37 प्रतिशत घटकर 6,546 करोड़ रुपये रहा.
इस बीच दुनिया की प्रौद्योगिकी कंपनियों में निवेश करने वाली बड़ी कंपनियों में शामिल सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफार्म में 5,655.75 करोड़ रुपये का निवेश कर 1.15 प्रतिशत इक्विटी खरीदने की घोषणा की है.
बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
- आनंद राठी में इक्विटी शोध के प्रमुख नरेन्द्र सोलंकी ने कहा कि एशियाई बाजारों से संकेत लेते हुये घरेलू बाजारों में भी कारोबार की शुरुआत नरमी के साथ हुई. अमेरिका द्वारा कोविड-19 को लेकर किये जा रहे दावों से एक बार फिर चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध शुरू होने की आशंका जताई जा रही है.
- आईएचएस मार्किट इंडिया मैन्युफक्चरिंग खरीद प्रबंधकों (पीएमआई) के अप्रैल माह के आंकड़े से भी बाजार में धारणा कमजोर रही. अप्रैल 2020 में भारत के मामले में यह सूचकांक 27.4 अंक रहा है जबकि मार्च में यह 51.8 पर था. यह इस सूचकांक में पिछले 15 सालों के दौरान सबसे बड़ी गिरावट है.
- सरकार ने कोविड- 19 के मद्देनजर लॉकडाउन को 17 मई तक के लिये बढ़ा दिया है.
- भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 1,373 तक पहुंच गया है. कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 42,533 तक पहुंच गई है. वहीं, दुनियाभर में 35 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हुये हैं और करीब ढाई लाख लोगों की मौत हुई है.
डॉलर के मुकाबले 64 पैसे गिरा रुपया
विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा घरेलू शेयर बाजारों में भारी बिकवाली के कारण सोमवार को रुपया प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार 64 पैसे गिरकर 75.73 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
(पीटीआई-भाषा)