हल्द्वानी: उत्तराखंड वन विभाग हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र में बंबू मार्केट बनाने जा रहा है. वन विभाग ने हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र में जू के पास की जमीन बायो डायवर्सिटी पार्क को दी है. इसी इलाके में बंबू मार्केट शुरू किया जाएगा. वन विभाग के आला अधिकारियों के मुताबिक उत्तराखंड के बंबू से बने उत्पादों को बंबू मार्केट में उपलब्ध करवाया जाएगा. इसके अलावा अन्य राज्यों में बनने वाले बंबू उत्पादों को यहां के मार्केट में जगह दी जाएगी.
पश्चमी वृत के वन संरक्षक पराग मधुकर घकाते ने बताया कि उत्तराखंड में बांस उत्पाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बांस बाजार को विकसित किया जा रहा है. जिसके लिए हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र में बांस संग्रहालय और बाकी नर्सरी बनाई जाएगी. बांस से जुड़े उत्पाद बनाने वाले कारीगरों को यहां रोजगार दिया जाएगा. इसके साथ ही वन विभाग बांस से बने उत्पादों की मार्केटिंग भी करेगा. जिसके लिए बंबू प्रोडक्ट की ऑनलाइन बिक्री भी की जाएगी. बांस से बने उत्पादों के लिए एक पोर्टल भी तैयार किया जायेगा.
गौलापार के बायो डायवर्सिटी के पास बंबू सेंटर बनेगा. जहां दूसरे राज्यों के उत्पादों का भी प्रचार प्रसार किया जाएगा. यहां बांस बाजार से जुड़कर लोग बेहतर रोजगार पा सकते हैं. लिहाजा महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, असम, मिजोरम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मेघालय के साथ-साथ त्रिपुरा के बांस के उत्पादों को भी यहां लॉन्च किए जाएंगे.
पराग मधुकर ने बताया कि जू के पास 100 हेक्टेयर जमीन पर बंबू मार्केट तैयार किया जाना है. अगले 3 सालों में इस पूरे प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा जाएगा. इस मार्केट में बांस से बने फर्नीचर टोकरी, खिलौने, हट सहित कई उत्पदों की बिक्री की जाएगी. साथ ही प्रदर्शनी स्थल और म्यूजियम भी बनाए जाएंगे ताकि बाकी लोग बांस की उपयोगिता समझ सकें.
बंबू बोर्ड के निर्देशन पर वन विभाग ने इसे लेकर पूरा खाका तैयार कर लिया है. जिसके बाद इस परियोजना को स्वीकृति भी मिल चुकी है. इसके अलावा गौलापार में स्थापित बंबू बाजार में प्रशिक्षित लोगों द्वारा बंबू से उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा.