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SI जहांगीर अली को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजा जाएगा, सरोजनी हत्याकांड में दोषियों को दिलाई थी फांसी

उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी व महानिदेशक ( लॉ एंड आर्डर) अशोक कुमार ने भी एसआई जहांगीर अली को बधाई दी है.

एसआई जाहांगीर अली
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Published : Mar 1, 2019, 3:34 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस के सब इंस्पेक्टर जहांगीर अली को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजा जाएगा. उन्हें यह पुरस्कार सरोजनी देवी हत्याकांड की जांच और दोषियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए दिया जाएगा. एसआई जहांगीर अली ने इस केस में अहम भूमिका निभाई थी.

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बात दें कि 7 अप्रैल 2017 को रूद्रप्रयाग जिले के कोटबांगर गांव निवासी सरोजनी देवी (44) की कुछ अज्ञात लोगों ने लूटपाट के उद्देश्य से हत्या कर दी थी. हत्या का बाद आरोपियों ने शव को जलाकर घर के पीछे जमीन में दफना दिया था. राजस्व पुलिस को इस मामले में कोई सबूत नहीं मिला था. जिसके बाद में इस मामले की विवेचना राजस्व से रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित कर दी गई थी.

इस मामले की जांच का जिम्मा उपनिरीक्षक जहांगीर अली को दिया गया था. कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य उपलब्ध न होने के कारण इस केस का खुलासा करना काफी मुश्किल था, लेकिन मुखबिर, इलैक्ट्रोनिक सर्विलांस और वैज्ञानिक तथ्यों का प्रयोग करते हुए एसआई अली आपराधियों तक पहुंचे. इस मामले में एसआई अली ने आपराधियों के खिलाफ सटीक सबूत जुटा कर समय से कोर्ट चार्जशीट दाखिल की.

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कोर्ट ने भी केस से जुड़े सभी तथ्यों पर मुहर लगाते हुए दो अभियुक्त मुकेश थपलियाल व सत्येश कुमार उर्फ सोनू को दोषी माना था और दोनों को फांसी की सजा सुनाई थी. वहीं लूट का सामान खरीदने वाले दो अन्य लोगों सुनार अवधेष शाह व राजेश रस्तोगी को भी 3 साल की कठोर कारावास सजा दी गई थी.

इस केस का खुलासा करने के लिए एसआई जहांगीर अली को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजा जाएगा. उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी व महानिदेशक ( लॉ एंड आर्डर) अशोक कुमार ने भी एसआई जहांगीर अली को बधाई दी है.

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस के सब इंस्पेक्टर जहांगीर अली को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजा जाएगा. उन्हें यह पुरस्कार सरोजनी देवी हत्याकांड की जांच और दोषियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए दिया जाएगा. एसआई जहांगीर अली ने इस केस में अहम भूमिका निभाई थी.

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बात दें कि 7 अप्रैल 2017 को रूद्रप्रयाग जिले के कोटबांगर गांव निवासी सरोजनी देवी (44) की कुछ अज्ञात लोगों ने लूटपाट के उद्देश्य से हत्या कर दी थी. हत्या का बाद आरोपियों ने शव को जलाकर घर के पीछे जमीन में दफना दिया था. राजस्व पुलिस को इस मामले में कोई सबूत नहीं मिला था. जिसके बाद में इस मामले की विवेचना राजस्व से रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित कर दी गई थी.

इस मामले की जांच का जिम्मा उपनिरीक्षक जहांगीर अली को दिया गया था. कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य उपलब्ध न होने के कारण इस केस का खुलासा करना काफी मुश्किल था, लेकिन मुखबिर, इलैक्ट्रोनिक सर्विलांस और वैज्ञानिक तथ्यों का प्रयोग करते हुए एसआई अली आपराधियों तक पहुंचे. इस मामले में एसआई अली ने आपराधियों के खिलाफ सटीक सबूत जुटा कर समय से कोर्ट चार्जशीट दाखिल की.

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कोर्ट ने भी केस से जुड़े सभी तथ्यों पर मुहर लगाते हुए दो अभियुक्त मुकेश थपलियाल व सत्येश कुमार उर्फ सोनू को दोषी माना था और दोनों को फांसी की सजा सुनाई थी. वहीं लूट का सामान खरीदने वाले दो अन्य लोगों सुनार अवधेष शाह व राजेश रस्तोगी को भी 3 साल की कठोर कारावास सजा दी गई थी.

इस केस का खुलासा करने के लिए एसआई जहांगीर अली को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजा जाएगा. उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी व महानिदेशक ( लॉ एंड आर्डर) अशोक कुमार ने भी एसआई जहांगीर अली को बधाई दी है.

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देहरादून: उत्तराखंड पुलिस के सब इंस्पेक्टर जहांगीर अली को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजा जाएगा. उन्हें यह पुरस्कार सरोजनी देवी हत्याकांड की जांच और दोषियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए दिया जाएगा. एसआई जहांगीर अली ने इस केस में अहम भूमिका निभाई थी.



बात दें कि 7 अप्रैल 2017 को रूद्रप्रयाग जिले के कोटबांगर गांव निवासी सरोजनी देवी (44) की कुछ अज्ञात लोगों ने लूटपाट के उद्देश्य से हत्या कर दी थी. हत्या का बाद आरोपियों ने शव को जलाकर घर के पीछे जमीन में दफना दिया था. राजस्व पुलिस को इस मामले में कोई सबूत नहीं मिला था. जिसके बाद में इस मामले की विवेचना राजस्व से रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित कर दी गई थी.



इस मामले की जांच का जिम्मा उपनिरीक्षक जहांगीर अली को दिया गया था. कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य उपलब्ध न होने के कारण इस केस का खुलासा करना काफी मुश्किल था, लेकिन मुखबिर, इलैक्ट्रोनिक सर्विलांस और वैज्ञानिक तथ्यों का प्रयोग करते हुए एसआई अली आपराधियों तक पहुंचे. इस मामले में एसआई अली ने आपराधियों के खिलाफ सटीक सबूत जुटा कर समय से कोर्ट चार्जशीट दाखिल की.



कोर्ट ने भी केस से जुड़े सभी तथ्यों पर मुहर लगाते हुए दो अभियुक्त मुकेश थपलियाल व सत्येश कुमार उर्फ सोनू को दोषी माना था और दोनों को फांसी की सजा सुनाई थी. वहीं लूट का सामान खरीदने वाले दो अन्य लोगों सुनार अवधेष शाह व राजेश रस्तोगी को भी 3 साल की कठोर कारावास सजा दी गई थी. इस केस को अपनी योग्य, बुद्धिमता व बेहतरीन पुलिसिंग से वर्कआउट एसआई जहांगीर अली अदालत ने प्रशंसा भी की थी.



इस केस का खुलासा करने के लिए एसआई जहांगीर अली को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से नवाजा जाएगा. उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी व महानिदेशक ( लॉ एंड आर्डर) अशोक कुमार ने भी एसआई जहांगीर अली को बधाई दी है.




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