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जौनसार रूट पर जान जोखिम में डाल कर रहे सफर, सामान की तरह गाड़ियों में ठूंसे जा रहे यात्री - छोटे वाहनों में ओवरलोडिंग

देहरादून जनपद के विकासनगर क्षेत्र के जौनसार बावर में परिवहन निगम की मात्र दो बसें चल रही हैं. जो डेढ़ लाख की आबादी वाले क्षेत्र के लिहाज से नाकाफी है.

छोटे वाहनों के छत पर सफर करने को मजबूर है ग्रामीण.
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Published : Apr 4, 2019, 7:48 PM IST

विकासनगर: देहरादून जनपद के विकासनगर क्षेत्र के जौनसार बावर में परिवहन निगम की मात्र दो बसें चल रही हैं. जो डेढ़ लाख की आबादी वाले क्षेत्र के लिहाज से नाकाफी है. जौनसार बावर के 359 राजस्व गांवों और माजरों के लिए हर रुट पर बसों का संचालन होना चाहिए. लेकिन यहां पहुंचने के लिए लोग छोटे वाहनों का प्रयोग कर रहे हैं. जिसमें जमकर ओवरलोडिंग हो रही है. जिससे लोगों की जान को लगातार खतरा बना रहता है.

छोटे वाहनों के छत पर सफर करने को मजबूर है ग्रामीण.

जौनसार बावर की यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है. डेढ़ लाख की आबादी वाले क्षेत्र में नाम मात्र का बस संचालन होता है. जिसके चलते यहां के लोगों को छोटे वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है. जिसमें 4 से 9 सवारी बैठाने की क्षमता होती है. लेकिन इन छोटे वाहनों में जमकर ओवरलोडिंग होती है. यहां तक कि इन वाहनों के छत पर बैठकर जाने को लोग मजबूर हैं. जिससे लोगों की जान को खतरा बना रहता है.

पढ़ें:बोरे में खून से लथपथ शव मिलने से मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस

जौनसार बावर के ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत शासन-प्रशासन से भी की है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे. स्थानीय ग्रामीण शांति प्रसाद ने बताया क्षेत्र के लोगों की छोटे वाहनों में बैठने की मजबूरी है. सरकार को चाहिए कि इस क्षेत्र में रोडवेज बसों का ठीक ढ़ंग से संचालन करें. ताकि यहां की जनता को यातायात की समस्याओं से राहत मिल सके.

विकासनगर: देहरादून जनपद के विकासनगर क्षेत्र के जौनसार बावर में परिवहन निगम की मात्र दो बसें चल रही हैं. जो डेढ़ लाख की आबादी वाले क्षेत्र के लिहाज से नाकाफी है. जौनसार बावर के 359 राजस्व गांवों और माजरों के लिए हर रुट पर बसों का संचालन होना चाहिए. लेकिन यहां पहुंचने के लिए लोग छोटे वाहनों का प्रयोग कर रहे हैं. जिसमें जमकर ओवरलोडिंग हो रही है. जिससे लोगों की जान को लगातार खतरा बना रहता है.

छोटे वाहनों के छत पर सफर करने को मजबूर है ग्रामीण.

जौनसार बावर की यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है. डेढ़ लाख की आबादी वाले क्षेत्र में नाम मात्र का बस संचालन होता है. जिसके चलते यहां के लोगों को छोटे वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है. जिसमें 4 से 9 सवारी बैठाने की क्षमता होती है. लेकिन इन छोटे वाहनों में जमकर ओवरलोडिंग होती है. यहां तक कि इन वाहनों के छत पर बैठकर जाने को लोग मजबूर हैं. जिससे लोगों की जान को खतरा बना रहता है.

पढ़ें:बोरे में खून से लथपथ शव मिलने से मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस

जौनसार बावर के ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत शासन-प्रशासन से भी की है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे. स्थानीय ग्रामीण शांति प्रसाद ने बताया क्षेत्र के लोगों की छोटे वाहनों में बैठने की मजबूरी है. सरकार को चाहिए कि इस क्षेत्र में रोडवेज बसों का ठीक ढ़ंग से संचालन करें. ताकि यहां की जनता को यातायात की समस्याओं से राहत मिल सके.

Intro:जौनसार बावर में बसों का संचालन ना होने से छोटे वाहनों में ओवरलोडिंग होकर जान जोखिम में डाल पहुंच रहे हैं अपने गंतव्य तक यात्री. दुर्घटनाओं का बड़ा अंदेशा .


Body:जौनसार बावर की यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है डेढ़ लाख की आबादी वाले क्षेत्र में नाम मात्र का बस संचालन होता है समूचे क्षेत्र में यहां के लोगों को छोटे वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है क्षेत्र में रोडवेज बसों का संचालन बंद होने से यात्रियों को दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जाने के लिए परेशानी झेलनी पड़ी जहां छोटे वाहनों में मात्र 4:00 से 9:00 सवारी बैठाने की क्षमता है वहीं इन वाहनों में 20 से 30 सवारिया बैठाई जाती है क्षमता से अधिक ओवरलोड होने से हर समय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है जौनसार बावर की सर्फीली सड़कों पर ओवरलोड वाहन दौड़ते हुए दिखाई देना आम बात है ऐसा नहीं कि इसकी जानकारी शासन प्रशासन को नहीं है जब कोई बड़ा हादसा सामने आ जाता है तो आनन-फानन में कुछ छोटे वाहनों पर चालान की कार्रवाई अमल में लाई जाती है लेकिन दो-चार दिन बाद ही सब कुछ पहले जैसा नजर आने लगता है जिम्मेवार अधिकारी कर्मचारी इस और कोई खास ध्यान नहीं देते स्थानीय ग्रामीण शांति प्रसाद सुभाष भाटी ने बताया क्षेत्र के लोगों की छोटे वाहनों में बैठने की मजबूरी है सरकार को चाहिए कि इस क्षेत्र में रोडवेज बसों का ठीक ढंग से संचालन करें ताकि यहां के जनमानस को यातायात की समस्याओं से राहत मिल सके वह दुर्घटनाओं पर कुछ हद तक अंकुश लग सकता है


Conclusion:जौनसार बावर क्षेत्र के कई बुद्धिजीवी व जनप्रतिनिधियों द्वारा जौनसार बावर के विभिन्न रूटों पर रोडवेज बस संचालन की मांग वर्षों से करते आ रहे हैं बावजूद जौनसार बावर में यातायात की सबसे बड़ी समस्या है यहां के लोगों को आवागमन के लिए छोटे वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है इस संबंध में चकराता एसडीएम अपूर्वा सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मैं अभी निर्वाचन आयोग में कार्य से गई हूं इस संबंध में बाद में वार्ता की जाएगी
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