कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल में महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष (Spokesperson Kunal Ghosh) ने कहा कि त्रिपुरा नगर निकाय चुनाव के नतीजे 2023 विधानसभा चुनाव में टीएमसी की संभावनाओं का संकेत (Signs of TMC's prospects) हैं. हालांकि भाजपा ने कहा कि निकाय चुनाव के नतीजों ने तृणमूल कांग्रेस के खोखलेपन का खुलासा कर दिया है जो दावा कर रही है कि उसने पूर्वोत्तर के इस राज्य में अपनी पैठ बना ली है.
तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल में महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष (Spokesperson Kunal Ghosh) ने दावा किया कि त्रिपुरा में केवल दो महीने पहले पहुंची उनकी पार्टी कई सीटों पर दूसरा स्थान प्राप्त करने में सफल हुई है. उन्होंने कहा कि यह स्थिति तब है जब वहां सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा हिंसा की गई.
त्रिपुरा के विभिन्न नगर निकायों के आ रहे नतीजों के बीच घोष ने ट्वीट किया कि 2023 हमारा है. ये (नतीजे) वर्ष 2023 में तृणमूल कांग्रेस की जीत का आधार बनाएंगे. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस विभिन्न वर्गों का समर्थन हासिल करने में सफल रही है.
भाजपा पर हिंसा और उकसावे की मदद से जीत दर्ज कर नगरपालिका बोर्ड गठित करने का आरोप लगाते हुए टीएमसी नेता ने दावा किया कि पुलिस और त्रिपुरा राज्य निर्वाचन आयोग भी भगवा पार्टी का पक्ष ले रहा है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को उनकी कोशिशों और त्रिपुरा के लोगों का समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया.
इससे पहले दिन में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष (BJP National Vice President Dilip Ghosh) ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भगवा दल राज्य के निवासियों के साथ गहरे संबंध को साझा करता है. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा में तभी जाकर खाता खोल पाएगी जब भाजपा किसी सीट से उम्मीदवार खड़ा नहीं करने का फैसला करेगी.
भाजपा नेता ने कहा कि निकाय चुनाव के नतीजे उम्मीदों के अनुरूप हैं. तृणमूल कांग्रेस का त्रिपुरा में खाता खुलने की कोई संभावना नहीं है और वह केवल शोर मचा रही है.
(पीटीआई-भाषा)