उत्तरकाशी: सिलक्यारा सुरंग में मजदूरों के फंसने के 38 दिन बाद इस प्रोजेक्ट की पोलगांव बड़कोट टनल से मजदूरों की गतिविधियां शुरू हो गई हैं. हालांकि अभी काम ने गति नहीं पकड़ी है. लेकिन मजदूरों की चहल पहल बढ़ने लगी है. वहीं जांच के बाद सिलक्यारा से काम शुरू होने की उम्मीद है.
सिलक्यारा टनल में काम शुरू! यह अभी तक पता नहीं कि सिलक्यारा से काम कब शुरू होगा. इसको लेकर कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है. इसके चलते सिलक्यारा में अभी भी सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां 17 दिनों तक फंसे 14 मजदूरों की जिंदगी बचाने को विभिन्न एजेंसियां रात दिन काम में जुटी थीं. लेकिन मजदूरों के सुरंग से सुरक्षित बाहर आने के बाद से सिलक्यारा में अब भी सब कुछ शांत है.
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समाचार #सिलक्यारा टनल का निर्माण फिर शुरू, शुभकामनाएं! सलाह राज्य में उपलब्ध संस्थाओं से परामर्श कर पूरी सावधानी बरतें। हम और झटका झेलनी की स्थिति में नहीं हैं।#uttarakhand @pushkardhami
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12 नवंबर को हुआ था उत्तरकाशी टनल हादसा: चारधाम ऑलवेदर रोड परियोजना की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में 12 नवंबर को दीपवाली की सुबह साढ़े पांच बजे कैविटी खुलने के कारण भारी भूस्खलन हुआ था. जिसके चलते सिलक्यारा की ओर से सुरंग का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया था. 41 मजदूर सुरंग के अंदर कैद हो गए थे. पूरे 17 दिन तक मजदूरों को निकालने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का रेस्क्यू ऑपरेशन चला था. विश्व प्रसिद्ध टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स खुद रेस्क्यू ऑपरेशन को लीड कर रहे थे.
पोलगांव बड़कोट की तरफ से काम शुरू: तब से लेकर अब तक सुरंग का निर्माण कार्य बड़कोट और सिलक्यारा, दोनों ओर से पूरी तरह बंद है. 4.531 किमी लंबी इस सुरंग में लगभग 480 मीटर की खोदाई होना शेष है. हालांकि मंत्रालय की ओर से गठित विशेषज्ञ जांच समिति सुरंग हादसे की चार दिन तक जांच करने के बाद टीम दिल्ली लौट गई है. अब टीम मंत्रालय को प्राथमिक जांच रिपोर्ट देगी. इसके आधार पर सिलक्यारा वाले हिस्से का काम शुरू किया जाएगा.
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38 दिन बाद उत्तरकाशी टनल में गतिविधि शुरू: 38 दिन बाद सिलक्यारा सुरंग में पोलगांव बड़कोट से मजदूरों की गतिविधियां शुरू हो गई हैं. हालांकि काम में अभी तेजी नहीं आई और हल्का फुल्का काम चल रहा है. सूत्रों के अनुसार वहां पर अभी ब्लास्ट का काम नहीं चल रहा है. लेकिन छोटे काम शुरू हो गये हैं. बताया जा रहा है कि जब सिलक्यारा की तरफ से सुरंग बंद हो गई थी, तभी सभी मजदूर वहां से चले गए थे. लेकिन अब फिर से पोलगांव की ओर से काम पर लौट गए हैं. जल्दी ही काम में तेजी आ सकती है. वहीं सिलक्यारा की तरफ से सुरंग का काम कब शुरू होगा यह अभी तक पता नहीं है.
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नए साल में सिलक्यारा की ओर से शुरू हो सकता है काम: नए साल में यहां काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. जब काम के बारे में अधिकारियों को पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. एक अधिकारी ने नाम न लिखने की शर्त पर कहा कि उन्हें भारत सरकार का आदेश है कि वह मीडिया को कोई जानकारी नहीं देगा. इसके लिए अधिकारी इस संबंध में कोई बात नहीं कर रहे हैं कि सिलक्यारा सुरंग में काम कब शुरू होगा.
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