राजौरी : सुरक्षा कर्मियों ने शुक्रवार सुबह राजौरी जिले के डेरा की गली के वन क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.वहीं क्षेत्र में रात की घेराबंदी के बाद आज सुबह से ही आतंकवादियों से निपटने के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है. इसके अलावा आतंकवादियों को मार गिराने के लिए ड्रोन और कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही गोलीबारी में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने के लिए पैरा कमांडो सहित अतिरिक्त अतिरिक्त सैनिकों को क्षेत्र में शामिल किया गया है.
यही वो इलाका है जहां भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया था. गुरुवार शाम हुए आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए जबकि दो अन्य घायल हैं. राजौरी के थानामंडी में आतंकियों ने जवानों को ले जा रहे सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया था.
सेना के एक अधिकारी ने कहा कि 21 दिसंबर को दोपहर करीब 3.45 बजे, सेना के दो वाहन सैनिकों को लेकर ऑपरेशनल साइट की ओर जा रहे थे, जिस पर आतंकवादी ने गोलीबारी की. हमारे सैनिकों ने तुरंत गोलीबारी का जवाब दिया. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के हमले के बाद भारतीय सेना के जवानों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की. सेना के अधिकारियों ने कहा कि सैनिक कल शाम से इलाके में आतंकवादियों के खिलाफ चल रहे संयुक्त अभियान को मजबूत करने जा रहे थे. ऑपरेशन 48 राष्ट्रीय राइफल्स क्षेत्र में हो रहा है. सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि घात लगाकर किए गए हमले में स्टील कोर बुलेट समेत हथियारों के पैटर्न और इस्तेमाल को जानने के लिए घटनास्थल की जांच की जा रही है.
सूत्रों ने मुताबिक हमले में शहीद हुए चार जवानों की पहचान बी सिंह, के कुमार, सी कुमार और जी कुमार के रूप में की गई है. जम्मू स्थित रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि कार्रवाई जारी है. आगे की जानकारी का पता लगाया जा रहा है. इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि जारी मुठभेड़ के कारण थन्नामंडी डीकेजी बुफलियाज रोड बंद है. उन्होंने कहा कि सभी को सूचित किया जाता है कि श्रीनगर या पुंछ की यात्रा के लिए बीजी-जारा वाली गली सड़क का उपयोग करें.