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नरेंद्र गिरि सुसाइड केस : 14 दिन की न्यायिक हिरासत में शिष्य आनंद और आद्या, तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार - Anand Giri in judicial custody

महंत नरेंद्र गिरी संदिग्ध सुसाइड मामले में शिष्य आनंद गिरि और आद्या तिवारी को इलाहाबाद के सीजीएम कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दोनों को सीजेएम हरेंद्र नाथ की अदालत में पेश किया गया था.

Anand Giri
Anand Giri
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Published : Sep 22, 2021, 4:56 PM IST

Updated : Sep 22, 2021, 10:32 PM IST

प्रयागराज : महंत नरेंद्र गिरी सुसाइड मामले में शिष्य आनंद गिरि और आद्या तिवारी को इलाहाबाद के सीजीएम कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दोनों को सीजेएम हरेंद्र नाथ की अदालत में पेश किया गया था.

महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत की घटना में गिरफ्तार नामजद आरोपी शिष्य आनंद गिरि और बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी को गिरफ्तार करने के बाद तकरीबन पौने 4 बजे सीजेएम हरेंद्र नाथ की अदालत में पेश किया गया. दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश अदालत ने दिया है.

शिष्य आनंद और आद्या को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

सरकारी अधिवक्ता नसीम अहमद का कहना है कि मामला 306 का है और इस मामले में राइटिंग एक्सपर्ट की रिपोर्ट आनी है और जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, आरोपियों द्वारा कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं दिया जा सकताहै. इसलिए अभी आनंद गिरी को जेल में ही रहना होगा. अगर विवेचक को रिमांड की जरूरत पड़ेगी तो उसके लिए भी एक को कोर्ट में दरख्वास्त देनी पड़ेगी. दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद ही उस पर कोई निर्णय लिया जाएगा.

राइटिंग रिपोर्ट का करना होगा इंतजार.

बता दें कि सोमवार की अल्लापुर स्थित श्री मठ बाघम्बरी में महंत नरेंद्र गिरि का शव अतिथि गृह में फंदे से लटकता मिला था. कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट मिला था. सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए विवश करने के जिम्मेदार लोगों में आनंद गिरि, पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके पुत्र संदीप तिवारी का नाम था. सबसे पहले आनंद गिरि को यूपी पुलिस ने हरिद्वार से पकड़ा था. दूसरे आरोपी पुजारी आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को भी सोमवार रात ही हिरासत में ले लिया गया था.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में तीसरे आरोपी को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी स्वामी आनंद गिरी और लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या तिवारी को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से ही पुलिस आद्या तिवारी के बेटे संदीप तिवारी की तलाश कर रही थी. बुधवार को मामले की जांच कर रही एसआईटी ने आद्या तिवारी के बेटे संदीप तिवारी को गिरफ्तार कर लिया.

पढ़ेंः महंत नरेंद्र गिरि को बाघम्बरी मठ में दी गई भू-समाधि

पुलिस को मिले 13 पन्ने के सुसाइड नोट में सिलसिलेवार तरीके से बताया गया है कि आनंद गिरि से वे कैसे मानसिक तौर पर परेशान रहते थे, उसके बाद आद्या प्रसाद तिवारी का क्या रोल था, संदीप तिवारी का क्या रोल था, उत्तराधिकारी बलबीर पुरी को बनाया जाएगा उसके बारे में जिक्र है. जिन लोगों ने उनका (नरेंद्र गिरि) का साथ दिया और मदद की उनका जिक्र है. इस सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र है कि उनके (नरेंद्र गिरि) मन में इसी महीने की 13 तारीख को भी आत्महत्या करने का खयाल आया था.

महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार शिष्य आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी संदीप तिवारी को ठहराया है. उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उनके आत्महत्या के लिए जिम्मेदार इन तीन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

पढ़ेंः महंत नरेंद्र गिरि की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा, दम घुटने से हुई मौत

मंगलवार को नरेंद्र गिरि के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया. रिपोर्ट में बताया गया है कि नरेंद्र गिरि की मौत दम घुटने की वजह से हुई है. जार्ज टाउन थाने में दर्ज मुकदमे की जांच में एसआईटी की टीम भी जुट गयी है. महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य अमर गिरि पवन महाराज की तहरीर पर 21 सितंबर की तारीख में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें स्वामी आनंद गिरि पर धारा 306 के तहत केस दर्ज किया गया है. लेकिन, सुसाइड नोट सामने आने के बाद इस मामले में आरोपियों के खिलाफ और भी धारायें बढ़ायी जा सकती हैं. पुलिस ने अब तक इस मामले में आनंद गिरि के साथ ही बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.

पढ़ेंः ETV BHARAT के पास महंत नरेंद्र गिरि का 13 पन्ने का सुसाइड नोट, जानिए क्या लिखा है?

प्रयागराज : महंत नरेंद्र गिरी सुसाइड मामले में शिष्य आनंद गिरि और आद्या तिवारी को इलाहाबाद के सीजीएम कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दोनों को सीजेएम हरेंद्र नाथ की अदालत में पेश किया गया था.

महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत की घटना में गिरफ्तार नामजद आरोपी शिष्य आनंद गिरि और बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी को गिरफ्तार करने के बाद तकरीबन पौने 4 बजे सीजेएम हरेंद्र नाथ की अदालत में पेश किया गया. दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश अदालत ने दिया है.

शिष्य आनंद और आद्या को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

सरकारी अधिवक्ता नसीम अहमद का कहना है कि मामला 306 का है और इस मामले में राइटिंग एक्सपर्ट की रिपोर्ट आनी है और जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, आरोपियों द्वारा कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं दिया जा सकताहै. इसलिए अभी आनंद गिरी को जेल में ही रहना होगा. अगर विवेचक को रिमांड की जरूरत पड़ेगी तो उसके लिए भी एक को कोर्ट में दरख्वास्त देनी पड़ेगी. दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद ही उस पर कोई निर्णय लिया जाएगा.

राइटिंग रिपोर्ट का करना होगा इंतजार.

बता दें कि सोमवार की अल्लापुर स्थित श्री मठ बाघम्बरी में महंत नरेंद्र गिरि का शव अतिथि गृह में फंदे से लटकता मिला था. कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट मिला था. सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए विवश करने के जिम्मेदार लोगों में आनंद गिरि, पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके पुत्र संदीप तिवारी का नाम था. सबसे पहले आनंद गिरि को यूपी पुलिस ने हरिद्वार से पकड़ा था. दूसरे आरोपी पुजारी आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को भी सोमवार रात ही हिरासत में ले लिया गया था.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में तीसरे आरोपी को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी स्वामी आनंद गिरी और लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या तिवारी को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से ही पुलिस आद्या तिवारी के बेटे संदीप तिवारी की तलाश कर रही थी. बुधवार को मामले की जांच कर रही एसआईटी ने आद्या तिवारी के बेटे संदीप तिवारी को गिरफ्तार कर लिया.

पढ़ेंः महंत नरेंद्र गिरि को बाघम्बरी मठ में दी गई भू-समाधि

पुलिस को मिले 13 पन्ने के सुसाइड नोट में सिलसिलेवार तरीके से बताया गया है कि आनंद गिरि से वे कैसे मानसिक तौर पर परेशान रहते थे, उसके बाद आद्या प्रसाद तिवारी का क्या रोल था, संदीप तिवारी का क्या रोल था, उत्तराधिकारी बलबीर पुरी को बनाया जाएगा उसके बारे में जिक्र है. जिन लोगों ने उनका (नरेंद्र गिरि) का साथ दिया और मदद की उनका जिक्र है. इस सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र है कि उनके (नरेंद्र गिरि) मन में इसी महीने की 13 तारीख को भी आत्महत्या करने का खयाल आया था.

महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार शिष्य आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी संदीप तिवारी को ठहराया है. उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उनके आत्महत्या के लिए जिम्मेदार इन तीन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

पढ़ेंः महंत नरेंद्र गिरि की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा, दम घुटने से हुई मौत

मंगलवार को नरेंद्र गिरि के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया. रिपोर्ट में बताया गया है कि नरेंद्र गिरि की मौत दम घुटने की वजह से हुई है. जार्ज टाउन थाने में दर्ज मुकदमे की जांच में एसआईटी की टीम भी जुट गयी है. महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य अमर गिरि पवन महाराज की तहरीर पर 21 सितंबर की तारीख में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें स्वामी आनंद गिरि पर धारा 306 के तहत केस दर्ज किया गया है. लेकिन, सुसाइड नोट सामने आने के बाद इस मामले में आरोपियों के खिलाफ और भी धारायें बढ़ायी जा सकती हैं. पुलिस ने अब तक इस मामले में आनंद गिरि के साथ ही बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.

पढ़ेंः ETV BHARAT के पास महंत नरेंद्र गिरि का 13 पन्ने का सुसाइड नोट, जानिए क्या लिखा है?

Last Updated : Sep 22, 2021, 10:32 PM IST
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