नई दिल्ली : विश्वभर में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है. कोरोना वायरस से सात हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी इसका बुरा असर पड़ा है. इसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आर्थिक सुनामी आने वाली है. भारत को न केवल कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयारी करनी चाहिए, बल्कि इससे होने वाले आर्थिक नुकसान से निबटने के लिए भी तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि आने वाले छह महीनों में भारत के लोग ऐसी पीड़ा से गुजरेंगे, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती.
रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने कोरोना वायरस के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को देखते हुए 2020 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर मंगलवार को 5.3 प्रतिशत कर दिया.
मूडीज ने इससे पहले फरवरी में कहा था कि 2020 में भारत की जीडीपी 5.4 प्रतिशत की रफ्तार से वृद्धि कर सकती है. हालांकि यह भी पहले के 6.6 प्रतिशत के अनुमान से घटाया गया था.
एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलने का ठीक-ठाक आर्थिक असर होगा. प्रभावित देशों में इससे घरेलू मांग पर असर हो रहा है, आपूर्ति शृंखला बाधित हो रही है तथा एक देश से दूसरे देश में होने वाला व्यापार घट रहा है.
मूडीज ने कहा, 'यह व्यवधान जितना लंबा खिचेगा, वैश्विक आर्थिक मंदी का जोखिम उतना अधिक होगा.'
एजेंसी ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया.
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उसने कहा, 'कई सरकारों और केंद्रीय बैंकों ने वित्तीय राहत पैकेज, नीतिगत दर में कटौती, नियामकीय छूट समेत राहत के कई उपाय किए हैं, हालांकि वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये उठाये जाने वाले कदम इन उपायों के असर को कम कर देंगे.'