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राजस्थान : महिला बंदियों को रोजगार उपलब्ध कराएगा जेल मुख्यालय

राजस्थान में जेल से छूटने वालीं महिला बंदियों के लिए जेल मुख्यालय रोजगार उपलब्ध कराएगा. बता दें कि इसकी शुरुआत जयपुर से होगी. सरकार की ओर से इसके लिए छह जगहों पर अनुमति दी गई है. पढ़ें विस्तार से...

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केंद्रिय कारागार जोधपुर
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Published : May 24, 2020, 12:33 PM IST

जयपुर : राजस्थान की सभी जेलों में अलग-अलग मामलों में महिला कैदी बंद हैं. जेलों में बने महिला कारागार में इन कैदियों को रखा जाता है. लेकिन जेल से छूटने के बाद महिलाओं को जीवन-यापन करने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसी महिलाओं की अब जेल प्रशासन की ओर से मदद की जाएगी और उन्हें नौकरी दी जाएगी. इस नौकरी से वे महीने के 10-15 हजार रुपये कमा सकेंगी और अपना जीवन यापन कर पाएंगी.

पुलिस महानिदेशक, जेल एनआरके रेड्डी दो दिवसीय जोधपुर दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने जोधपुर सेंट्रल जेल का दौरा किया. राजस्थान के सभी जिलों में होने वाले नवाचारों को लेकर पूछे गए सवाल पर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि जेल से छूटने वाली महिला कैदियों के रिकॉर्ड के आधार पर उनसे बात की जा रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

रेड्डी ने बताया कि जो महिलाएं परेशान हैं और जिनके पास नौकरी नहीं है, उनसे संपर्क किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन महिलाओं को पेट्रोल पंप पर नौकरी उपलब्ध कराई जाएगी. 8-8 घंटे की शिफ्ट में महिलाएं पेट्रोल पंप पर काम करेंगी. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि काफी प्रयासों के बाद राजस्थान सरकार ने इस कार्य पर मंजूरी दी है.

छह जगहों पर मिली है अनुमति
एनआरके रेड्डी ने बताया कि सरकार की ओर से अभी छह जगहों पर परमिशन दी गई है और आगे भी उम्मीद है कि मंजूरी मिल जाएगी. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि अगर एक पेट्रोल पंप पर एक शिफ्ट में 5 महिलाएं भी काम करेंगी तो प्रतिदिन 15 से 20 महिलाएं एक जगह पर काम कर पाएंगी.

जेल से छूटने वालीं महिला बंदियों के लिए है यह व्यवस्था
पुलिस महानिदेशक का कहना है कि आने वाले समय में लगभग 400 से 500 महिलाएं अलग-अलग पेट्रोल पंपों पर ड्यूटी करेंगी और उन लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने बताया कि इस संबंध में एग्रीमेंट हो चुका है और आने वाले तीन से चार दिनों में जयपुर में इसकी शुरुआत की जाएगी. उन्होंने बताया कि जेल से छूटने वालीं महिला बंदियों के लिए ही यह व्यवस्था की जाएगी.

पढ़ें-बांग्लादेश से महिलाओं की तस्करी करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार

रेड्डी ने बताया कि लॉकडाउन के चलते जेल से छूटने वाले कैदियों सहित महिला बंदियों से बात की गई तो पता लगा कि उनकी हालत काफी खराब है. वे लोग अपना जीवन यापन नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बंदियों की परेशानी को देखते हुए जेल मुख्यालय की ओर से यह पहल की गई है और उनसे संपर्क कर उनकी नौकरी लगवाई जा रही है. राजस्थान जेल मुख्यालय की ओर से जेल से छूटने वाले बंदियों और महिला कैदियों के लिए की गई यह पहल काफी सराहनीय है. इससे कई बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा.

जयपुर : राजस्थान की सभी जेलों में अलग-अलग मामलों में महिला कैदी बंद हैं. जेलों में बने महिला कारागार में इन कैदियों को रखा जाता है. लेकिन जेल से छूटने के बाद महिलाओं को जीवन-यापन करने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसी महिलाओं की अब जेल प्रशासन की ओर से मदद की जाएगी और उन्हें नौकरी दी जाएगी. इस नौकरी से वे महीने के 10-15 हजार रुपये कमा सकेंगी और अपना जीवन यापन कर पाएंगी.

पुलिस महानिदेशक, जेल एनआरके रेड्डी दो दिवसीय जोधपुर दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने जोधपुर सेंट्रल जेल का दौरा किया. राजस्थान के सभी जिलों में होने वाले नवाचारों को लेकर पूछे गए सवाल पर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि जेल से छूटने वाली महिला कैदियों के रिकॉर्ड के आधार पर उनसे बात की जा रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

रेड्डी ने बताया कि जो महिलाएं परेशान हैं और जिनके पास नौकरी नहीं है, उनसे संपर्क किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन महिलाओं को पेट्रोल पंप पर नौकरी उपलब्ध कराई जाएगी. 8-8 घंटे की शिफ्ट में महिलाएं पेट्रोल पंप पर काम करेंगी. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि काफी प्रयासों के बाद राजस्थान सरकार ने इस कार्य पर मंजूरी दी है.

छह जगहों पर मिली है अनुमति
एनआरके रेड्डी ने बताया कि सरकार की ओर से अभी छह जगहों पर परमिशन दी गई है और आगे भी उम्मीद है कि मंजूरी मिल जाएगी. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि अगर एक पेट्रोल पंप पर एक शिफ्ट में 5 महिलाएं भी काम करेंगी तो प्रतिदिन 15 से 20 महिलाएं एक जगह पर काम कर पाएंगी.

जेल से छूटने वालीं महिला बंदियों के लिए है यह व्यवस्था
पुलिस महानिदेशक का कहना है कि आने वाले समय में लगभग 400 से 500 महिलाएं अलग-अलग पेट्रोल पंपों पर ड्यूटी करेंगी और उन लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने बताया कि इस संबंध में एग्रीमेंट हो चुका है और आने वाले तीन से चार दिनों में जयपुर में इसकी शुरुआत की जाएगी. उन्होंने बताया कि जेल से छूटने वालीं महिला बंदियों के लिए ही यह व्यवस्था की जाएगी.

पढ़ें-बांग्लादेश से महिलाओं की तस्करी करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार

रेड्डी ने बताया कि लॉकडाउन के चलते जेल से छूटने वाले कैदियों सहित महिला बंदियों से बात की गई तो पता लगा कि उनकी हालत काफी खराब है. वे लोग अपना जीवन यापन नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बंदियों की परेशानी को देखते हुए जेल मुख्यालय की ओर से यह पहल की गई है और उनसे संपर्क कर उनकी नौकरी लगवाई जा रही है. राजस्थान जेल मुख्यालय की ओर से जेल से छूटने वाले बंदियों और महिला कैदियों के लिए की गई यह पहल काफी सराहनीय है. इससे कई बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा.

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