गांधीनगर : देश के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश से न सिर्फ आम लोग, बल्कि किसान भी परेशान हैं. जूनागढ़ के केशोद तालुका में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश परेशानी का सबब बनती जा रही है. लगातार बारिश से जगह-जगह जलभराव हो रहा है, जिसके चलते हजारों बीघा जमीन में उगाई गई फसलों के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. इतना ही नहीं तेज बारिश के चलते रंगमती नदी के बहाव में खोडियार मंदिर भी डूब गया है. बाढ़ में राजकोट के एक गांव में मवेशी भी बह गए. भारी बारिश से भगवान द्वारकाधीश मंदिर के शिखर पर लगा ध्वज भी क्षतिग्रस्त हो चुका है.
क्षतिग्रस्त हुआ भगवान द्वारकाधीश मंदिर का शिखर
तेज बारिश और हवा के कारण भगवान द्वारकाधीश मंदिर के शीर्ष पर लगा ध्वज तेज हवा से टूट गया. इसके बाद सेवकों ने मंदिर के ध्वज को पुनः स्थापित किया.
हर साल डूब जाता है मंदिर
बता दें जामनगर में रंगमती नदी में बाढ़ के कारण हर साल जूनागढ़ जिले में केशोद स्थित खोडियार मंदिर डूब जाता है. मूसलाधार बारिश के कारण जिले की सभी नदियां ओवरफ्लो हो गई हैं.
बाढ़ में बहे मवेशी
लगातार बारिश के कारण राजकोट के पड्डरी के खिजड़िया मोटा गांव में बाढ़ से मवेशी बह गए.
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एनडीआरएफ की टीम ने दो लोगों को बचाया
बता दें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम ने जामनगर जिले में जलग्रहण क्षेत्र (Und river catchment area) में फंसे दो लोगों को रेस्क्यू किया है.
गौरतलब है कि बीते सोमवार को गुजरात के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई. देवभूमि द्वारका जिले के खाम्भालिया तहसील में दिन में 434 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई. इस तहसील में शाम छह से रात आठ बजे के बीच दो घंटे के दौरान 292 मिलीमीटर बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में काफी पानी भर गया.
अधिकारियों ने बताया कि सौराष्ट्र के पोरबंदर, गिर सोमनाथ, जूनागढ़ और अमरेली जिलों के साथ- साथ दक्षिण गुजरात के वलसाड और नवसारी जिलों में भी दिनभर तेज बरसात हुई.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अहमदाबाद केंद्र ने अगले तीन दिन के दौरान सौराष्ट्र, उत्तर और दक्षिण गुजरात में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है.