नई दिल्ली : भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (सीआईएससीई) ने छात्रों को उसी शहर से बोर्ड की लंबित परीक्षा देने की अनुमति दे दी है, जहां वह वर्तमान में हैं.
अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि परिषद ने परीक्षार्थियों को बाद में कंपार्टमेंटल परीक्षा के समय परीक्षा में उपस्थित होने का विकल्प भी दिया है.
कोरोना वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण स्थगित की गई परीक्षाएं एक से 14 जुलाई तक आयोजित की जाएंगी.
हालांकि 25 मार्च को लागू हुए लॉकडाउन के बाद बहुत से छात्र अलग-अलग स्थानों पर चले गए थे.
सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी और सचिव गेरी अराथून ने कहा, 'स्कूलों और छात्रों के माता-पिता ने परीक्षार्थियों के परीक्षा केंद्र बदलने का अनुरोध किया है. यदि छात्र इस समय उस जिले में नहीं हैं, जहां उनका स्कूल है तो बाकी की परीक्षा वह उस शहर के सीआईएससीई द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल से दे सकते हैं, जहां वह अभी हैं.'
उन्होंने कहा कि जो छात्र लॉकडाउन के कारण बची हुई परीक्षा नहीं दे पाए थे उन्हें कंपार्टमेंटल परीक्षा के समय परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी.
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छात्रों से सात जून तक परीक्षा केंद्र बदलने के लिए आवेदन करने को कहा गया है.
परिषद ने स्कूलों से सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने और छात्रों से सैनिटाइजर का प्रयोग करने और मास्क लगाने को भी कहा है.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) जहां केवल 29 विषयों की ही परीक्षा कराएगा वहीं सीआईएससीई सभी विषयों की लंबित परीक्षा आयोजित कराएगा.