Reality Check: बनारस के प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे मील की इन तस्वीरों को देख हो जाएंगे आप हैरान! - Reality check of mid day meal
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वाराणसी: बच्चों के बेहतर भविष्य और उनके पोषण के लिए सरकार के द्वारा शुरू की गई महत्वकांक्षी योजना मिड-डे मील अपनी उपलब्धियों से ज्यादा अपने लापरवाही के लिए जानी जाती हैं. यहां आए दिन स्कूलों में मिड-डे मील में लापरवाही की चर्चाएं आम होती हैं. सरकार लगाकर इसे बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है. इसी को लेकर बीते दिनों प्रदेश सरकार की ओर से लगभग 14 करोड़ का बजट वाराणसी में मिड डे मील के लिए आवंटित किया गया है ताकि इस व्यवस्था को और बेहतर किया जा सके. इस योजना की जमीनी हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत (Etv Bharat) की टीम ने मिड-डे मील योजना की रियलिटी चेक किया. इसके लिए भारत की टीम वाराणसी शहरी इलाके में स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंची. यहां मेन्यू के अनुसार बच्चों में भोजन वितरित होता है या नहीं, उसकी गुणवत्ता क्या है और बच्चे कितने संतुष्ट हैं आदि चीजों की जांच की. इस दौरान विद्यालय में व्यवस्थाएं तो ठीक दिखीं लेकिन मिड-डे मील के भोजन की की गुणवत्ता थोड़ी कम जरूर थी. इसके साथ ही विद्यालय में शिक्षकों का अभाव था.