इस चाट के हैं राष्ट्रपति भी मुरीद, नाम सुनते ही मुंह में आ जाता है पानी - चौक का मक्खन
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लखनऊ: खाने खजाने के सफर में अभी तक हमने आपको 1090 की चटोरी गली और चौक का मक्खन के बारे में जानकारी दी.आज हम आपको हजरतगंज के फेमस रॉयल कैफे की चाट खिलाने ले चलेंगे.रॉयल कैफे हजरतगंज मेट्रो स्टेशन से महज 10 कदम की दूरी पर बाएं तरफ है. रॉयल कैफे की चाट दूर-दूर तक फेमस है. लोग फैमिली के साथ यहां पर ज्यादा आते हैं. शाम होते ही यहां पर बेहद भीड़ इकट्ठा हो जाती है. इनके पास चाट की कई वैराइटीज है. बास्केट चाट की शुरुआत 1992 में हरदयाल मौर्या ने की. बास्केट चाट लखनऊ से निकला इसके बाद दूसरे जिले और राज्य में पहुंचा. गर्वनर से लेकर राष्टपति तक चाट किंग हरदयाल मौर्या के हाथ से बने चाट को चख चुके हैं. साथ ही इनकी पापुलैरिटी इतनी है कि सुबह सात बजे से लोग हरदयाल मौर्या के साथ सेल्फी लेने के लिए इंतजार में खड़े रहते हैं. यहां बास्केट चाट खाने के लिए लोग बेताब रहते हैं. एक बास्केट चाट में कुल 25 चीजें डाली जाती है. हर एक चम्मच खाने पर आपको अलग-अलग स्वाद मिलेगा.